ETV Bharat / bharat

2021 की शुरुआत में हो सकता है चंद्रयान 3 का प्रक्षेपण : सरकार - इसरो चीफ के. सिवन

पिछले वर्ष भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था. चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का संभावित कार्यक्रम 2021 की पहली छमाही में कार्यान्वित करने की योजना है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने लोकसभा में यह जानकारी दी. पढ़ें पूरा विवरण...

govt on chandrayaan 3
इसरो चीफ के. सिवन
author img

By

Published : Mar 4, 2020, 2:55 PM IST

नई दिल्ली : चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का संभावित कार्यक्रम 2021 की पहली छमाही में कार्यान्वित करने की योजना है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने लोकसभा में यह जानकारी दी.

रविकुमार डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में डा. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि चंद्रयान-3 की तैयारी इससे पहले प्रक्षेपित चंद्रयान-2 से सबक लेते हुए की गई है. इसमें खासतौर पर डिजाइन, क्षमता उन्नयन सहित अन्य बातों का ध्यान रखा गया है.

गौरतलब है कि पिछले वर्ष भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था.

पढे़ं : नासा से पहले ISRO ने विक्रम लैंडर का पता लगाया था : सिवन

एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने बताया कि इसरो ने युवा वैज्ञानिकों के लिये एक कार्यक्रम आरंभ किया है.

मंत्री ने बताया, 'इसरो वर्ष 2019 से सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिये युवा विज्ञानी कार्यक्रम- युविका नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.'

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा कि प्रत्येक राज्य /केंद्रशासित प्रदेश से 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 3 छात्रों का ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से इस कार्यक्रम के लिए चयन किया जाता है. यह दो सप्ताह का कार्यक्रम है.

नई दिल्ली : चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का संभावित कार्यक्रम 2021 की पहली छमाही में कार्यान्वित करने की योजना है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने लोकसभा में यह जानकारी दी.

रविकुमार डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में डा. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि चंद्रयान-3 की तैयारी इससे पहले प्रक्षेपित चंद्रयान-2 से सबक लेते हुए की गई है. इसमें खासतौर पर डिजाइन, क्षमता उन्नयन सहित अन्य बातों का ध्यान रखा गया है.

गौरतलब है कि पिछले वर्ष भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था.

पढे़ं : नासा से पहले ISRO ने विक्रम लैंडर का पता लगाया था : सिवन

एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने बताया कि इसरो ने युवा वैज्ञानिकों के लिये एक कार्यक्रम आरंभ किया है.

मंत्री ने बताया, 'इसरो वर्ष 2019 से सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिये युवा विज्ञानी कार्यक्रम- युविका नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.'

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा कि प्रत्येक राज्य /केंद्रशासित प्रदेश से 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 3 छात्रों का ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से इस कार्यक्रम के लिए चयन किया जाता है. यह दो सप्ताह का कार्यक्रम है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.