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अमेरिका से BECA डील, परमाणु सहयोग बढ़ाने पर दोनों देशों में करार - भारत अमेरिका BECA डील

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भारत, अमेरिका आज करेंगे महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर
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Published : Oct 27, 2020, 7:21 AM IST

Updated : Oct 27, 2020, 5:44 PM IST

14:54 October 27

भारत और अमेरिका ने महत्वपूर्ण रक्षा समझौते, बीईसीए पर किए दस्तखत

'टू प्लस टू' वार्ता के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की है. अमेरिका के साथ बीईसीए समझौता एक महत्वपूर्ण कदम है.  

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के साथ सैन्य स्तर का हमारा सहयोग बहुत बेहतर तरीके से आगे बढ़ रहा है, रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास के लिए परियोजनाओं की पहचान की गई है.  

भारत-अमेरिका के बीच 'टू प्लस टू वार्ता' के बाद राजनाथ ने कहा कि हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए फिर से अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं.  

वार्ता के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री एस्पर ने कहा कि हमारा रक्षा सहयोग निरंतर बढ़ता रहेगा.

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच हमारे लोकतंत्रों और साझा मूल्यों की रक्षा के लिए बेहतर तालमेल है. उन्होंने आगे कहा कि किसी भी खतरे से निपटने के लिए अमेरिका भारत के साथ खड़ा है. इस दौरान उन्होंने गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत का भी जिक्र किया.

14:35 October 27

अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर का बयान

अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत और अमेरिका की दोस्ती ना सिर्फ एशिया बल्कि दुनिया के लिए अहम है. दुनिया एक वैश्विक महामारी और बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करती है. भारत-अमेरिका की साझेदारी क्षेत्र और दुनिया की सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.

14:23 October 27

2+2 वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कहा कि भारत-अमेरिका वार्ता में सैन्य सहयोग के लिए हमारी सेना बहुत अच्छी प्रगति कर रही है. दो दिनों की बैठक में, हमने अपने पड़ोस और उससे परे तीसरे देशों में संभावित क्षमता निर्माण और अन्य संयुक्त सहयोग गतिविधियों का पता लगाया.  

14:11 October 27

इन समझौतों पर हुए हस्तारक्षर

इन पांच समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर

भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौता (बीईसीए) समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं. रक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव जीवेश नंदन ने भारत की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किया. 

इन पांच समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर-

  • बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौता (बीईसीए)
  • पृथ्वी विज्ञान पर तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
  • परमाणु सहयोग पर व्यवस्था का विस्तार
  • डाक सेवाओं पर समझौता
  • आयुर्वेद और कैंसर अनुसंधान में सहयोग पर समझौता

14:07 October 27

टू प्लस टू वार्ता के बाद भारत-अमेरिका का साझा बयान

टू प्लस टू वार्ता के बाद भारत-अमेरिका साझा बयान जारी कर रहे हैं.

11:55 October 27

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर एनएसए अजित डोभाल से मिले

अजित डोभाल ने की माइक पोम्पियो और मार्क एस्पर से मुलाकात
अजित डोभाल ने की माइक पोम्पियो और मार्क एस्पर से मुलाकात

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल से दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों के महत्वपूर्ण पहलुओं पर बातचीत की.

सूत्रों ने बताया कि बैठक में रणनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई.

मंत्री स्तरीय तीसरी ‘टू प्लस टू’ वार्ता के पहले यह बैठक हुई. एस्पर और पोम्पिओ अमेरिका और भारत के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करने के मकसद से अहम वार्ता के लिए सोमवार को यहां पहुंचे थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं.

इससे पहले मंगलवार को अमेरिका के दोनों मंत्री राष्ट्रीय समर स्मारक गए और देश के लिए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी.
 

11:42 October 27

भारत और अमेरिका के बीच वार्ता

भारत और अमेरिका के बीच आज तीसरी उच्च स्तरीय वार्ता शुरू हो गई. इस वार्ता का लक्ष्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संपूर्ण रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और मजबूत करना है, जहां चीन अपना आर्थिक और सैन्य विस्तार की कोशिश कर रहा है.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के अपने समकक्षों क्रमश: माइक पोम्पिओ और मार्क एस्पर के साथ तीसरी 'टू प्लस टू' वार्ता शुरू की.

बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि आज दो महान लोकतंत्रों के करीब आने का शानदार अवसर है. महामारी के बीच सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के खतरों का सामना करना, क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए आज हमें बहुत चर्चा करनी है. 

वार्ता ऐसे समय पर हो रही है, जब भारत का पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी विवाद जारी है और (अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप का प्रशासन व्यापार शुल्क और दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक सैन्य युद्धाभ्यास को लेकर उससे नाराज चल रहा है.

सिंह और जयशंकर ने सोमवार को अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग वार्ता भी की थी.

10:24 October 27

टू प्लस टू वार्ता शुरू

हैदराबाद हाउस में भारत-अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता चल रही है. 

इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर शामिल हैं. 

10:23 October 27

हैदराबाद हाउस पहुंचे पोम्पियो और एस्पर

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर हैदराबाद हाउस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले. 

06:12 October 27

भारत-अमेरिका की टू प्लस टू वार्ता

नई दिल्ली : भारत और अमेरिका आज एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी, साजो-सामान और भू-स्थानिक नक्शे साझा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की कल अपने अमेरिकी समकक्ष मार्क टी एस्पर के साथ व्यापक मुद्दों पर हुई चर्चा के बाद अधिकारियों ने यह जानकारी दी. 

अधिकारियों ने बताया कि बातचीत के दौरान सिंह और एस्पर ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को और विस्तारित करने तथा दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की, एवं भारत के पड़ोस सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की. 

सूत्रों ने बताया कि क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करते हुए दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी भारत के विवाद पर भी संक्षिप्त चर्चा की. 

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने इस बात पर संतोष जताया कि अमेरिकी मंत्री की यात्रा के दौरान बीईसीए समझौते (बुनियादी आदान-प्रदान और सहयोग समझौता) पर हस्ताक्षर होंगे. 

इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ अलग से बात की और पारस्परिक हित के विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. 

एस्पर और पोम्पिओ तीसरी मंत्रिस्तरीय 'टू प्लस टू' वार्ता के लिए सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे. वार्ता मंगलवार को होगी. 

'टू प्लस टू' वार्ता में भारतीय पक्ष का नेतृत्व जयशंकर और सिंह करेंगे. 

एस्पर के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की अपनी बातचीत के बाद सिंह ने ट्वीट किया कि वार्ता से भारत-अमेरिका के संबंधों में एक नया जोश आएगा. 

सिंह ने ट्वीट में कहा, 'भारत को अमेरिकी रक्षा मंत्री डॉ. मार्क एस्पर की मेजबानी करने की खुशी है. आज हमारी बातचीत सार्थक रही, जो व्यापक क्षेत्रों में रक्षा सहयोग को और गहरा करने पर केंद्रित थी.'

रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि सिंह और एस्पर ने सेना से सेना के बीच सहयोग, सुरक्षित संचार प्रणाली और सूचना साझा करने तथा रक्षा व्यापार सहित समूचे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा की. 

बयान में आगे कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने संबंधित सशस्त्र बलों के बीच करीबी चर्चाओं पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने सहयोग के संभावित नए क्षेत्रों पर चर्चा की, सेवा से सेवा के स्तर पर तथा संयुक्त स्तर पर.

मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने महामारी के दौरान भी मौजूदा रक्षा वार्ता तंत्र को सभी स्तरों, खासकर सैन्य सहयोग समूह के स्तर पर जारी रखने का आह्वान किया. 

उन्होंने एक-दूसरे के प्रतिष्ठानों में संपर्क अधिकारियों की तैनाती को विस्तारित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की. 

मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री ने आगामी मालाबार नौसैन्य अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया की भागीदारी का स्वागत किया. 

सिंह ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में हालिया सुधारों को भी रेखांकित किया और अमेरिकी कंपनियों को देश की उदार नीतियों तथा रक्षा उद्योग के बेहतर माहौल का इष्टतम इस्तेमाल करने के लिए आमंत्रित किया. 

वार्ता में सैन्य सहयोग को मजबूत करने के अतिरिक्त हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भागीदारी मजबूत करने तथा जो करार हो चुके हैं, उनके तहत हथियारों की जल्द आपूर्ति जैसे मुद्दे भी उठे. 

इस वार्ता के दौरान भारतीय प्रतिनिधमंडल में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव अजय कुमार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी भी शामिल थे. 

सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आज हुई बातचीत के दौरान एशिया में स्थिरता और सुरक्षा सहित पारस्परिक सरोकारों, हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. 

उन्होंने कहा कि जयशंकर और पोम्पिओ के बीच वार्ता में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद रोधी कदमों, मुक्त कनेक्टिविटी, मजबूत आपूर्ति श्रृंखला सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. 

सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों ने अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की और भारत ने स्पष्ट किया कि सीमा पार से होने वाला आतंकवाद पूरी तरह अस्वीकार्य है. 

वहीं, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी अमेरिका के उप विदेश मंत्री ब्रियान बुलाटाओ से अलग से बात की जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं. 

सूत्रों ने संकेत दिया कि मंगलवार को होने वाली वार्ता में भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध पर प्रमुखता से चर्चा हो सकती है. 

14:54 October 27

भारत और अमेरिका ने महत्वपूर्ण रक्षा समझौते, बीईसीए पर किए दस्तखत

'टू प्लस टू' वार्ता के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की है. अमेरिका के साथ बीईसीए समझौता एक महत्वपूर्ण कदम है.  

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के साथ सैन्य स्तर का हमारा सहयोग बहुत बेहतर तरीके से आगे बढ़ रहा है, रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास के लिए परियोजनाओं की पहचान की गई है.  

भारत-अमेरिका के बीच 'टू प्लस टू वार्ता' के बाद राजनाथ ने कहा कि हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए फिर से अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं.  

वार्ता के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री एस्पर ने कहा कि हमारा रक्षा सहयोग निरंतर बढ़ता रहेगा.

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच हमारे लोकतंत्रों और साझा मूल्यों की रक्षा के लिए बेहतर तालमेल है. उन्होंने आगे कहा कि किसी भी खतरे से निपटने के लिए अमेरिका भारत के साथ खड़ा है. इस दौरान उन्होंने गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की शहादत का भी जिक्र किया.

14:35 October 27

अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर का बयान

अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत और अमेरिका की दोस्ती ना सिर्फ एशिया बल्कि दुनिया के लिए अहम है. दुनिया एक वैश्विक महामारी और बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करती है. भारत-अमेरिका की साझेदारी क्षेत्र और दुनिया की सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.

14:23 October 27

2+2 वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कहा कि भारत-अमेरिका वार्ता में सैन्य सहयोग के लिए हमारी सेना बहुत अच्छी प्रगति कर रही है. दो दिनों की बैठक में, हमने अपने पड़ोस और उससे परे तीसरे देशों में संभावित क्षमता निर्माण और अन्य संयुक्त सहयोग गतिविधियों का पता लगाया.  

14:11 October 27

इन समझौतों पर हुए हस्तारक्षर

इन पांच समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर

भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौता (बीईसीए) समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं. रक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव जीवेश नंदन ने भारत की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किया. 

इन पांच समझौतों पर किए गए हस्ताक्षर-

  • बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौता (बीईसीए)
  • पृथ्वी विज्ञान पर तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
  • परमाणु सहयोग पर व्यवस्था का विस्तार
  • डाक सेवाओं पर समझौता
  • आयुर्वेद और कैंसर अनुसंधान में सहयोग पर समझौता

14:07 October 27

टू प्लस टू वार्ता के बाद भारत-अमेरिका का साझा बयान

टू प्लस टू वार्ता के बाद भारत-अमेरिका साझा बयान जारी कर रहे हैं.

11:55 October 27

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर एनएसए अजित डोभाल से मिले

अजित डोभाल ने की माइक पोम्पियो और मार्क एस्पर से मुलाकात
अजित डोभाल ने की माइक पोम्पियो और मार्क एस्पर से मुलाकात

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल से दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों के महत्वपूर्ण पहलुओं पर बातचीत की.

सूत्रों ने बताया कि बैठक में रणनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई.

मंत्री स्तरीय तीसरी ‘टू प्लस टू’ वार्ता के पहले यह बैठक हुई. एस्पर और पोम्पिओ अमेरिका और भारत के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करने के मकसद से अहम वार्ता के लिए सोमवार को यहां पहुंचे थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं.

इससे पहले मंगलवार को अमेरिका के दोनों मंत्री राष्ट्रीय समर स्मारक गए और देश के लिए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी.
 

11:42 October 27

भारत और अमेरिका के बीच वार्ता

भारत और अमेरिका के बीच आज तीसरी उच्च स्तरीय वार्ता शुरू हो गई. इस वार्ता का लक्ष्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संपूर्ण रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और मजबूत करना है, जहां चीन अपना आर्थिक और सैन्य विस्तार की कोशिश कर रहा है.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के अपने समकक्षों क्रमश: माइक पोम्पिओ और मार्क एस्पर के साथ तीसरी 'टू प्लस टू' वार्ता शुरू की.

बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि आज दो महान लोकतंत्रों के करीब आने का शानदार अवसर है. महामारी के बीच सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के खतरों का सामना करना, क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए आज हमें बहुत चर्चा करनी है. 

वार्ता ऐसे समय पर हो रही है, जब भारत का पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी विवाद जारी है और (अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप का प्रशासन व्यापार शुल्क और दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक सैन्य युद्धाभ्यास को लेकर उससे नाराज चल रहा है.

सिंह और जयशंकर ने सोमवार को अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग वार्ता भी की थी.

10:24 October 27

टू प्लस टू वार्ता शुरू

हैदराबाद हाउस में भारत-अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता चल रही है. 

इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर शामिल हैं. 

10:23 October 27

हैदराबाद हाउस पहुंचे पोम्पियो और एस्पर

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर हैदराबाद हाउस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले. 

06:12 October 27

भारत-अमेरिका की टू प्लस टू वार्ता

नई दिल्ली : भारत और अमेरिका आज एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी, साजो-सामान और भू-स्थानिक नक्शे साझा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की कल अपने अमेरिकी समकक्ष मार्क टी एस्पर के साथ व्यापक मुद्दों पर हुई चर्चा के बाद अधिकारियों ने यह जानकारी दी. 

अधिकारियों ने बताया कि बातचीत के दौरान सिंह और एस्पर ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को और विस्तारित करने तथा दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की, एवं भारत के पड़ोस सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की. 

सूत्रों ने बताया कि क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करते हुए दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी भारत के विवाद पर भी संक्षिप्त चर्चा की. 

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने इस बात पर संतोष जताया कि अमेरिकी मंत्री की यात्रा के दौरान बीईसीए समझौते (बुनियादी आदान-प्रदान और सहयोग समझौता) पर हस्ताक्षर होंगे. 

इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ अलग से बात की और पारस्परिक हित के विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. 

एस्पर और पोम्पिओ तीसरी मंत्रिस्तरीय 'टू प्लस टू' वार्ता के लिए सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे. वार्ता मंगलवार को होगी. 

'टू प्लस टू' वार्ता में भारतीय पक्ष का नेतृत्व जयशंकर और सिंह करेंगे. 

एस्पर के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की अपनी बातचीत के बाद सिंह ने ट्वीट किया कि वार्ता से भारत-अमेरिका के संबंधों में एक नया जोश आएगा. 

सिंह ने ट्वीट में कहा, 'भारत को अमेरिकी रक्षा मंत्री डॉ. मार्क एस्पर की मेजबानी करने की खुशी है. आज हमारी बातचीत सार्थक रही, जो व्यापक क्षेत्रों में रक्षा सहयोग को और गहरा करने पर केंद्रित थी.'

रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि सिंह और एस्पर ने सेना से सेना के बीच सहयोग, सुरक्षित संचार प्रणाली और सूचना साझा करने तथा रक्षा व्यापार सहित समूचे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा की. 

बयान में आगे कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने संबंधित सशस्त्र बलों के बीच करीबी चर्चाओं पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने सहयोग के संभावित नए क्षेत्रों पर चर्चा की, सेवा से सेवा के स्तर पर तथा संयुक्त स्तर पर.

मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने महामारी के दौरान भी मौजूदा रक्षा वार्ता तंत्र को सभी स्तरों, खासकर सैन्य सहयोग समूह के स्तर पर जारी रखने का आह्वान किया. 

उन्होंने एक-दूसरे के प्रतिष्ठानों में संपर्क अधिकारियों की तैनाती को विस्तारित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की. 

मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री ने आगामी मालाबार नौसैन्य अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया की भागीदारी का स्वागत किया. 

सिंह ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में हालिया सुधारों को भी रेखांकित किया और अमेरिकी कंपनियों को देश की उदार नीतियों तथा रक्षा उद्योग के बेहतर माहौल का इष्टतम इस्तेमाल करने के लिए आमंत्रित किया. 

वार्ता में सैन्य सहयोग को मजबूत करने के अतिरिक्त हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भागीदारी मजबूत करने तथा जो करार हो चुके हैं, उनके तहत हथियारों की जल्द आपूर्ति जैसे मुद्दे भी उठे. 

इस वार्ता के दौरान भारतीय प्रतिनिधमंडल में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव अजय कुमार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी भी शामिल थे. 

सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आज हुई बातचीत के दौरान एशिया में स्थिरता और सुरक्षा सहित पारस्परिक सरोकारों, हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. 

उन्होंने कहा कि जयशंकर और पोम्पिओ के बीच वार्ता में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद रोधी कदमों, मुक्त कनेक्टिविटी, मजबूत आपूर्ति श्रृंखला सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. 

सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों ने अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की और भारत ने स्पष्ट किया कि सीमा पार से होने वाला आतंकवाद पूरी तरह अस्वीकार्य है. 

वहीं, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी अमेरिका के उप विदेश मंत्री ब्रियान बुलाटाओ से अलग से बात की जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं. 

सूत्रों ने संकेत दिया कि मंगलवार को होने वाली वार्ता में भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध पर प्रमुखता से चर्चा हो सकती है. 

Last Updated : Oct 27, 2020, 5:44 PM IST
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