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NAM बैठक में भारत ने मलेशिया के सामने उठाया जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा - भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा

भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बाकू (अजरबैजान) में शुक्रवार से शुरू हो रहे गुट निरपेक्ष आंदोलन (NAM) के 18वें शिखर सम्मेलन से पहले NAM की मंत्रिस्तरीय बैठक मेंअपने मलेशियाई समकक्ष से भगोड़े जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया. पढ़ें पूरा विवरण...

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार
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Published : Oct 24, 2019, 8:10 PM IST

नई दिल्ली : विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बाकू में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) की मंत्रिस्तरीय बैठक में भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा अपने मलेशियाई समकक्ष सैफुद्दीन अब्दुल्ला के साथ उठाया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान इसकी पुष्टि की. गौरतलब है कि NAM का 18वां शिखर सम्मेलन अजरबैजान की राजधानी में 25 व 26 अक्टूबर को आयोजित किया गया है.

यह बैठक उस समय की जा रही है, जब भारत और मलेशिया के रिश्तों में कुछ खटास आई है, दरअसल मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया था और इस पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्शायी है.

दिल्ली में प्रेस ब्रीफिंग करते रवीश कुमार.

भगोड़े जाकिर नाइक को भारत में वांटेड घोषित किया जा चुका है. भारतीय अधिकारियों ने जाकिर नाइक पर कथित धनशोधन और घृणा फैलाने वाले भाषणों के माध्यम से उग्रवाद को उकसाने का आरोप लगाया है. साथ ही जुलाई 2016 में ढाका में हुए बम विस्फोटों में नाइक का नाम प्रमुखता से सामने आया था.

पढ़ें - क्या कांग्रेस ने जेजेपी को हरियाणा सीएम का पद ऑफर किया ?

इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जाकिर नाइक के खिलाफ विभिन्न संगठनो के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, नफरत फैलाने वाले भाषण देने और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए मामला दर्ज किया था. नाइक तीन वर्षों से मलेशिया में रह रहा है और इस साल उसे स्थायी निवास दिया गया.

गौरतलब है कि भारत और मलेशिया के संबंध इस समय ठीक नहीं चल रहे हैं. मलेशियाई प्रधानमंत्री द्वारा कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद, ताड़ के तेल के कई आयातकों ने मलेशिया से यह कहते हुए व्यापार बंद कर दिया है कि भारत उनपर भारी आयात शुल्क लगा सकता है.

नई दिल्ली : विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बाकू में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) की मंत्रिस्तरीय बैठक में भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा अपने मलेशियाई समकक्ष सैफुद्दीन अब्दुल्ला के साथ उठाया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान इसकी पुष्टि की. गौरतलब है कि NAM का 18वां शिखर सम्मेलन अजरबैजान की राजधानी में 25 व 26 अक्टूबर को आयोजित किया गया है.

यह बैठक उस समय की जा रही है, जब भारत और मलेशिया के रिश्तों में कुछ खटास आई है, दरअसल मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया था और इस पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्शायी है.

दिल्ली में प्रेस ब्रीफिंग करते रवीश कुमार.

भगोड़े जाकिर नाइक को भारत में वांटेड घोषित किया जा चुका है. भारतीय अधिकारियों ने जाकिर नाइक पर कथित धनशोधन और घृणा फैलाने वाले भाषणों के माध्यम से उग्रवाद को उकसाने का आरोप लगाया है. साथ ही जुलाई 2016 में ढाका में हुए बम विस्फोटों में नाइक का नाम प्रमुखता से सामने आया था.

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इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जाकिर नाइक के खिलाफ विभिन्न संगठनो के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, नफरत फैलाने वाले भाषण देने और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए मामला दर्ज किया था. नाइक तीन वर्षों से मलेशिया में रह रहा है और इस साल उसे स्थायी निवास दिया गया.

गौरतलब है कि भारत और मलेशिया के संबंध इस समय ठीक नहीं चल रहे हैं. मलेशियाई प्रधानमंत्री द्वारा कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद, ताड़ के तेल के कई आयातकों ने मलेशिया से यह कहते हुए व्यापार बंद कर दिया है कि भारत उनपर भारी आयात शुल्क लगा सकता है.

Intro:New Delhi: External Affairs Minister Dr. S Jaishankar did raise the issue of fugitive Islamic preacher Zakir Naik's extradition with his Malaysian counterpart Saifuddin Abdullah on the sidelines of NAM ministerial meeting in Baku, Azerbaijan on Wednesday.
Body:Ministry of External Affairs spokesperson Raveesh Kumar confirmed this during a weekly media briefing in the national capital.

The meeting took place at a time when things between both nations aren't going well post Malaysian PM Mahathir Mohammed backed Pakistan on Kashmir.

The fugitive televangelist Naik is wanted by Indian authorities for alleged money laundering and inciting extremism through hate speeches. His name prominently figured during the Dhaka bomb blasts in July 2016.

Post which a case registered against him by the National Investigation Agency (NIA) for promoting enmity between different groups, delivering hate speeches and money laundering.

Naik has been living in Malaysia for approximately three years after he was granted permanent residence this year.
Conclusion:Meanwhile, relationship between India and Malaysia is not going well. After Malaysian PM backed Pakistan on Kashmir, many palm oil importers have stopped trade from Malaysia fearing that New Delhi can impose heavy import duty.

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