नई दिल्ली : पाकिस्तान के लाहौर में गुरुद्वारे को मस्जिद में तब्दील करने के प्रयास पर भारत ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि पाकिस्तानी उच्चायोग को चिट्ठी लिखकर गुरुद्वारा शहीदी स्थान को मस्जिद में बदलने के प्रयास पर भारत ने आपत्ति जताई है. यह स्थान सिखों के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि भाई तरु जी ने 1745 में यहां बलिदान दिया था.
अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि लाहौर के नौलखा बाजार में भाई तरु सिंह जी की शहादत की जगह गुरुद्वारा 'शहीदी स्थान' है. यहां पाकिस्तान शहीद गंज मस्जिद का दावा कर रहा है.
शिरोमणि अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने इस सिलसिले में सोमवार को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और भारत सरकार को मामले से अवगत कराया.
भारत सरकार ने इस मसले को काफी गंभीरता से लिया है और पाकिस्तान से इस मामले की जांच करने और तत्काल उपाय करने को कहा है. पाकिस्तान को अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा, उनकी सांस्कृतिक विरासत और उनके धार्मिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए कहा गया है.
वहां के एक स्थानीय निवासी सोहेल बट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसने दावा किया कि गुरुद्वारा शहीदी स्थान क्षेत्र मस्जिद का है.
इस बीच, पाकिस्तान सरकार के एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड ने सोहेल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है. बोर्ड के सचिव सनाउल्लाह खान ने डीआईजी लाहौर को एक शिकायत में सोहेल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
सनाउल्लाह खान ने शिकायती पत्र में कहा कि केवल पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ही सिख समुदाय की आधिकारिक प्रतिनिधि नियामक संस्था है और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के हितों को ध्यान में रखते राष्ट्र की सकारात्मक छवि का निर्माण करती है.
उन्होंने कहा कि सोहेल और उसके साथी ऐतिहासिक गुरुद्वारा तरु सिंह के खिलाफ लोगों को भड़काने और लाहौर के लांडा बाजार में खाली जमीन पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं. अपने अनैतिक कामों को अंजाम देने के लिए वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचा रहा है.