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कोरोना वायरस : भारतीयों को दो विमानों के जरिए वुहान से वापस लाया जाएगा

चीन में कोरोना वायरस से अब तक 170 लोगों की मौत हुई है और 7,711 लोग प्रभावित हैं जबकि यह विषाणु 17 देशों में फैल चुका है. भारत ने चीन में रह रहे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए दो विमानों का संचालन किया जाएगा. पढ़ें विस्तार से

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Published : Jan 30, 2020, 9:16 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 2:08 PM IST

बीजिंग/नई दिल्ली : भारत कोरोना वायरस के केंद्र चीन के वुहान शहर से अपने नागरिकों को शुक्रवार को लाने की तैयारी में है. भारतीय नागरिकों को दो विमानों के जरिए वापस लाया जाएगा. भारत ने इससे पहले विषाणु से बुरी तरह प्रभावित मध्य हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को लाने के लिए चीन से कम से कम दो विमानों के संचालन की अनुमति देने का अनुरोध किया था. वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है.

भारतीयों विशेषकर छात्रों एवं पेशेवरों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय दूतावास ने गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जारी विज्ञप्ति में कहा कि विषाणु प्रभावित क्षेत्र से भारतीयों को निकालने की तैयारी की जा रही है.

विज्ञप्ति के अनुसार, 'हमलोग कल (शुक्रवार) शाम से विमान के जरिए लोगों को निकालने की तैयारी कर रहे हैं. इस विमान में उन भारतीयों को बैठाया जाएगा जो वुहान एवं इसके आसपास रह रहे हैं और जो वहां से निकलने के इच्छुक हैं.' इसके अनुसार, 'इसके बाद एक और विमान भेजा जाएगा जिसमें हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को बैठाया जाएगा.'

भारत सरकार और यहां का भारतीय दूतावास भारतीय नागरिकों को निकालने के तरीके पर काम करने के लिए चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है और फंसे हुए भारतीयों के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा रहा है.

हुबेई में फंसे हुए भारतीयों की कुल संख्या का अब तक खुलासा नहीं किया गया है.

कोरोना वायरस : केरल में एक शख्स को संक्रमण की पुष्टि, चीन से लौटे 806 व्यक्तियों की हो रही निगरानी

विज्ञप्ति में कहा गया है, 'कृपया ध्यान दें कि ये जानकारी संभावित हैं और इसे आपके साथ साझा किया जा रहा है ताकि आप पहले से ही तैयार रहें.' इसके अनुसार, 'हम आपसे विवेकपूर्ण व्यवहार और सहयोग का अनुरोध करते हैं. हमारी मंशा उन सभी को यह सुविधा उपलब्ध कराने और सुरक्षित भारत पहुंचाने की है जिन्होंने देश लौटने की इच्छा जताई है. हमलोग जल्द ही आपको नयी जानकारी और निर्देश देंगे.'

खबरों के अनुसार एअर इंडिया 747 बोइंग विमान को भारत के उड़ान के लिए तैयार रखा गया है.

दूतावास फंसे हुए भारतीयों को पहले ही सूचित कर चुका है कि स्वदेश पहुंचने पर उन्हें निश्चित शहर में 14 दिन अलग-थलग रखा जाएगा. इसमें शहर के नाम का खुलासा नहीं किया गया है. लोगों को अलग-थलग रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि नये विषाणु के पनपने की अवधि औसतन तीन से सात दिन और अधिकतम 14 दिन है. भारतीय दूतावास ने वुहान में संकट की स्थिति में भारतीयों की मदद के लिए तीन हॉटलाइन (हेल्पलाइन) खोले हैं.

कोरोना वायरस से संक्रमण के उच्च जोखिम वाले शीर्ष 30 देशों में भारत भी शामिल

भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया समेत कई अन्य देश वुहान से अपने नागरिकों को विमान से वापस ला रहे हैं. प्राप्त सूचना के अनुसार अफ्रीकी देशों के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग हुबेई प्रांत में फंसे हुए हैं.

चीन सरकार ने गुरुवार को बताया कि देश भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है. इनमें अधिकतर हुबेई प्रांत से हैं और 1,700 नए मामलों की पुष्टि की. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने गुरुवार को नये कोरोना वायरस के चलते निमोनिया के 7,711 मामलों की पुष्टि की.

बीजिंग/नई दिल्ली : भारत कोरोना वायरस के केंद्र चीन के वुहान शहर से अपने नागरिकों को शुक्रवार को लाने की तैयारी में है. भारतीय नागरिकों को दो विमानों के जरिए वापस लाया जाएगा. भारत ने इससे पहले विषाणु से बुरी तरह प्रभावित मध्य हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को लाने के लिए चीन से कम से कम दो विमानों के संचालन की अनुमति देने का अनुरोध किया था. वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है.

भारतीयों विशेषकर छात्रों एवं पेशेवरों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय दूतावास ने गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जारी विज्ञप्ति में कहा कि विषाणु प्रभावित क्षेत्र से भारतीयों को निकालने की तैयारी की जा रही है.

विज्ञप्ति के अनुसार, 'हमलोग कल (शुक्रवार) शाम से विमान के जरिए लोगों को निकालने की तैयारी कर रहे हैं. इस विमान में उन भारतीयों को बैठाया जाएगा जो वुहान एवं इसके आसपास रह रहे हैं और जो वहां से निकलने के इच्छुक हैं.' इसके अनुसार, 'इसके बाद एक और विमान भेजा जाएगा जिसमें हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को बैठाया जाएगा.'

भारत सरकार और यहां का भारतीय दूतावास भारतीय नागरिकों को निकालने के तरीके पर काम करने के लिए चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है और फंसे हुए भारतीयों के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा रहा है.

हुबेई में फंसे हुए भारतीयों की कुल संख्या का अब तक खुलासा नहीं किया गया है.

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विज्ञप्ति में कहा गया है, 'कृपया ध्यान दें कि ये जानकारी संभावित हैं और इसे आपके साथ साझा किया जा रहा है ताकि आप पहले से ही तैयार रहें.' इसके अनुसार, 'हम आपसे विवेकपूर्ण व्यवहार और सहयोग का अनुरोध करते हैं. हमारी मंशा उन सभी को यह सुविधा उपलब्ध कराने और सुरक्षित भारत पहुंचाने की है जिन्होंने देश लौटने की इच्छा जताई है. हमलोग जल्द ही आपको नयी जानकारी और निर्देश देंगे.'

खबरों के अनुसार एअर इंडिया 747 बोइंग विमान को भारत के उड़ान के लिए तैयार रखा गया है.

दूतावास फंसे हुए भारतीयों को पहले ही सूचित कर चुका है कि स्वदेश पहुंचने पर उन्हें निश्चित शहर में 14 दिन अलग-थलग रखा जाएगा. इसमें शहर के नाम का खुलासा नहीं किया गया है. लोगों को अलग-थलग रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि नये विषाणु के पनपने की अवधि औसतन तीन से सात दिन और अधिकतम 14 दिन है. भारतीय दूतावास ने वुहान में संकट की स्थिति में भारतीयों की मदद के लिए तीन हॉटलाइन (हेल्पलाइन) खोले हैं.

कोरोना वायरस से संक्रमण के उच्च जोखिम वाले शीर्ष 30 देशों में भारत भी शामिल

भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया समेत कई अन्य देश वुहान से अपने नागरिकों को विमान से वापस ला रहे हैं. प्राप्त सूचना के अनुसार अफ्रीकी देशों के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग हुबेई प्रांत में फंसे हुए हैं.

चीन सरकार ने गुरुवार को बताया कि देश भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है. इनमें अधिकतर हुबेई प्रांत से हैं और 1,700 नए मामलों की पुष्टि की. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने गुरुवार को नये कोरोना वायरस के चलते निमोनिया के 7,711 मामलों की पुष्टि की.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 20:3 HRS IST




             
  • विषाणु प्रभावित वुहान से अपने नागरिकों को शुक्रवार को लाने की तैयारी में भारत



(के जे एम वर्मा)



बीजिंग, 30 जनवरी (भाषा) भारत कोरोना वायरस के केंद्र चीन के वुहान शहर से अपने नागरिकों को शुक्रवार को लाने की तैयारी में है। चीन में कोरोना वायरस से अब तक 170 लोगों की मौत हुई है और 7,711 लोग प्रभावित हैं जबकि यह विषाणु 17 देशों में फैल चुका है।



भारत ने इससे पहले विषाणु से बुरी तरह प्रभावित मध्य हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को लाने के लिए चीन से कम से कम दो विमानों के संचालन की अनुमति देने का अनुरोध किया था। वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है।



भारतीयों विशेषकर छात्रों एवं पेशेवरों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय दूतावास ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जारी विज्ञप्ति में कहा कि विषाणु प्रभावित क्षेत्र से भारतीयों को निकालने की तैयारी की जा रही है।



विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘हमलोग कल (शुक्रवार) शाम से विमान के जरिए लोगों को निकालने की तैयारी कर रहे हैं। इस विमान में उन भारतीयों को बैठाया जाएगा जो वुहान एवं इसके आसपास रह रहे हैं और जो वहां से निकलने के इच्छुक हैं।’’



इसके अनुसार, ‘‘इसके बाद एक और विमान भेजा जाएगा जिसमें हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को बैठाया जाएगा।’’



भारत सरकार और यहां का भारतीय दूतावास भारतीय नागरिकों को निकालने के तरीके पर काम करने के लिए चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है और फंसे हुए भारतीयों के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा रहा है।



हुबेई में फंसे हुए भारतीयों की कुल संख्या का अब तक खुलासा नहीं किया गया है।



विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘कृपया ध्यान दें कि ये जानकारी संभावित हैं और इसे आपके साथ साझा किया जा रहा है ताकि आप पहले से ही तैयार रहें।’’



इसके अनुसार, ‘‘हम आपसे विवेकपूर्ण व्यवहार और सहयोग का अनुरोध करते हैं। हमारी मंशा उन सभी को यह सुविधा उपलब्ध कराने और सुरक्षित भारत पहुंचाने की है जिन्होंने देश लौटने की इच्छा जताई है। हमलोग जल्द ही आपको नयी जानकारी और निर्देश देंगे।’’



खबरों के अनुसार एअर इंडिया 747 बोइंग विमान को भारत के उड़ान के लिए तैयार रखा गया है।



दूतावास फंसे हुए भारतीयों को पहले ही सूचित कर चुका है कि स्वदेश पहुंचने पर उन्हें निश्चित शहर में 14 दिन अलग-थलग रखा जाएगा। इसमें शहर के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।



लोगों को अलग-थलग रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि नये विषाणु के पनपने की अवधि औसतन तीन से सात दिन और अधिकतम 14 दिन है।



भारतीय दूतावास ने वुहान में संकट की स्थिति में भारतीयों की मदद के लिए तीन हॉटलाइन (हेल्पलाइन) खोले हैं।



भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया समेत कई अन्य देश वुहान से अपने नागरिकों को विमान से वापस ला रहे हैं।



प्राप्त सूचना के अनुसार अफ्रीकी देशों के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग हुबेई प्रांत में फंसे हुए हैं।



चीन सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है। इनमें अधिकतर हुबेई प्रांत से हैं और 1,700 नए मामलों की पुष्टि की।



चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बृहस्पतिवार को नये कोरोना वायरस के चलते निमोनिया के 7,711 मामलों की पुष्टि की।


Conclusion:
Last Updated : Feb 28, 2020, 2:08 PM IST
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