लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू करने पर भारत की तारीफ की है. ब्रिटिश पीएम ने भारत को 'दुनिया की फार्मेसी' करार दिया है. जॉनसन ने कहा कि भारत पहले से ही दुनिया के 50 प्रतिशत से अधिक टीकों की आपूर्ति करता है.
गौरतलब है कि भारत ने शनिवार को कोरोना वायरस से बचाव के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया है. यह अभियान दो स्वदेशी टीकों 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' से शुरू किया गया है.
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UK Prime Minister Boris Johnson has said he will visit India ahead of the G7 summit. He also said that as ‘pharmacy of the world’, India already supplies more than 50% of the world’s vaccines, and the UK and India have worked closely together throughout the pandemic. https://t.co/yyQWbVukf5
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बोरिस जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन और भारत ने कोरोना महामारी के दौरान एक साथ मिलकर काम किया है. जॉनसन ने कहा कि वह जी7 शिखर सम्मेलन से पहले भारत का दौरा करेंगे.
जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी को न्योता
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है.
जॉनसन ने 11 से 13 जून के बीच कॉर्नवॉल तटीय क्षेत्र में होने वाले उच्चस्तरीय शिखर सम्मेलन का ब्योरा रविवार को दिया, जिसकी अध्यक्षता ब्रिटेन करेगा.
जॉनसन ने पिछले साल फोन करके मोदी को न्योता दिया था. तब भारत को दक्षिण कोरिया तथा ऑस्ट्रेलिया के साथ इस सम्मेलन का अतिथि देश चुना गया था. रविवार को मोदी को औपचारिक निमंत्रण भेजा गया.
जी7 समूह में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका हैं.
ब्रिटेन की सरकार की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के लिए स्थायी सीट की वकालत करने वाला ब्रिटेन पी5 देशों का पहला सदस्य था. वह 2005 में जी7 शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित करने वाला जी7 समूह का पहला सदस्य था. ब्रिक्स का मौजूदा अध्यक्ष और 2023 में जी20 का अध्यक्ष बनने जा रहा भारत दुनियाभर में बेहतरी के लिए बहुपक्षीय सहयोग में प्रमुख भूमिका निभाएगा.
यह भी पढ़ें- बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा रद्द, गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं होंगे शामिल
ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के अनुसार, भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को निमंत्रण बहुपक्षीय संस्थाओं में आज की दुनिया का बेहतर प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की ब्रिटेन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है.
उल्लेखनीय है कि बोरिस जॉनसन को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था. लेकिन ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद उनकी यात्रा रद्द हो गई है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा.