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चीन में BRI बैठक का भारत करेगा बायकॉट, शामिल होंगे 100 से ज्यादा देश - 100 country

2017 में बीआरआई की पहली बैठक हुई थी, जिसका भी भारत ने बहिष्कार किया था.

भारत चीन डिजाईन फोटो
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Published : Mar 30, 2019, 11:54 PM IST

बीजिंग: चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) की दूसरी बैठक में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इसमें करीब 40 देशों की सरकार के नेता भी शामिल हो रहे हैं. हालांकि भारत की तरफ से एक बार फिर बेल्ट ऐंड रोड फोरम के बायकॉट के संकेत मिले हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने एक अखबार के दिए इंटरव्यू में कहा था कि बीआरआई प्रोजेक्ट्स को लेकर भारत ने चिंता व्यक्त की है और अपने विचार से हम संबंधित पक्षों को अवगत करा चुके हैं.

चीन ने पहली बीआरआई बैठक 2017 में की थी. यह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सबसे पसंदीदा परियोजना है. इस परियोजना का मकसद दुनियाभर में चीन के निवेश से बुनियादी परियोजनाओं का विकास कर चीन के प्रभुत्व का विस्तार करना है.

पढ़ें-चीन के BRI से दुनिया के कई देशों को खतरा : USA

भारत ने पहली बीआरआई बैठक का बहिष्कार किया था. इसकी वजह चीन की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का विवादास्पद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरना है.

चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने हाल ही में चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में दूसरी बीआरआई बैठक का भी बहिष्कार करने की बात कही थी.

चीन के स्टेट काउंसलर यांग जेइची ने सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि 40 देशों की सरकारों के नेताओं समेत 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि दूसरी बीआरआई बैठक में शामिल होंगे.
(इनपुट-भाषा से)

बीजिंग: चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) की दूसरी बैठक में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इसमें करीब 40 देशों की सरकार के नेता भी शामिल हो रहे हैं. हालांकि भारत की तरफ से एक बार फिर बेल्ट ऐंड रोड फोरम के बायकॉट के संकेत मिले हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने एक अखबार के दिए इंटरव्यू में कहा था कि बीआरआई प्रोजेक्ट्स को लेकर भारत ने चिंता व्यक्त की है और अपने विचार से हम संबंधित पक्षों को अवगत करा चुके हैं.

चीन ने पहली बीआरआई बैठक 2017 में की थी. यह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सबसे पसंदीदा परियोजना है. इस परियोजना का मकसद दुनियाभर में चीन के निवेश से बुनियादी परियोजनाओं का विकास कर चीन के प्रभुत्व का विस्तार करना है.

पढ़ें-चीन के BRI से दुनिया के कई देशों को खतरा : USA

भारत ने पहली बीआरआई बैठक का बहिष्कार किया था. इसकी वजह चीन की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का विवादास्पद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरना है.

चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने हाल ही में चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में दूसरी बीआरआई बैठक का भी बहिष्कार करने की बात कही थी.

चीन के स्टेट काउंसलर यांग जेइची ने सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि 40 देशों की सरकारों के नेताओं समेत 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि दूसरी बीआरआई बैठक में शामिल होंगे.
(इनपुट-भाषा से)

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बीजिंग: चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) की दूसरी बैठक में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. एक वरिष्ठ चीनी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इसमें करीब 40 देशों की सरकार के नेता भी शामिल हो रहे हैं. हालांकि भारत की तरफ से एक बार फिर बेल्ट ऐंड रोड फोरम के बायकॉट के संकेत मिले हैं. 

 


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