नई दिल्ली/संयुक्त राष्ट्र : भारत ने विकासशील राष्ट्रों की सहायता के लिए और सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति के लिए देश की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास साझेदारी निधि में 15.46 मिलियन अमरीकी डालर का योगदान दिया है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने दक्षिण-दक्षिण सहयोग (UNOSSC) के निदेशक जॉर्ज चेडिएक को संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में 15.46 मिलियन अमरीकी डालर का चेक सौंपा.
15.46 मिलियन अमरीकी डालर में से 6 मिलियन अमरीकी डालर सभी विकासशील देशों के लिए हैं और .46 मिलियन अमरीकी डालर राष्ट्रमंडल देशों को समर्पित हैं.
भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास भागीदारी कोष UNOSSC संचालित किया जाता है और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, निधियों और कार्यक्रमों का लाभ उठाने वाले भागीदार विकासशील देशों के नेतृत्व में इसे कार्यान्वित किया जाता है.
UNOSSC ने एक बयान में कहा कि दक्षिण के देशों के बीच एकजुटता के आह्वान ने कोविड-19 महामारी के संकट में एक-दूसरे का पूरा साथ दिया है.
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दुनिया भर के विकासशील देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य में उनकी उपलब्धियां,गरीबी कम करना और सामाजिक नुकसान को रोकने के लिए संघर्ष करने, समर्थन करने और सहयोग की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है.
इसमें कहा गया है कि भारत सरकार ने सभी विकासशील देशों को उनकी सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है.