बीजिंग : बीजिंग से जारी एक बयान में कहा गया कि सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति को कम करने के लिए चीन और भारत के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने सकारात्मक सहमति बनाई है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ग्लोबल टाइम्स के हवाले से बताया कि चीन और भारत सीमा के पश्चिमी क्षेत्र के मुद्दों पर राजनयिक और सैन्य चैनल के जरिये प्रभावी ढंग से संवाद कर रहे हैं, जिसके दौरान एक सकारात्मक सहमति बनी है.
इस सप्ताह शुरू होने वाली सैन्य वार्ता से पहले, पूर्वी लद्दाख के कई स्थानों पर भारत और चीन की सेना जमीन पर विस्थापित हो गई है. शीर्ष सरकारी सूत्रों बताया कि दोनों सेनाओं के बीच इस सप्ताह पेट्रोलिंग प्वॉइंट 14 (गालवान क्षेत्र), पेट्रोलिंग प्वॉइंट 15 और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र सहित कई स्थानों पर वार्ता होने वाली है.
अगले कुछ दिनों में होने वाली वार्ता और बीते 6 जून को हुई लेफ्टिनेंट कमांडर स्तर की वार्ता के कारण, चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गैलवान घाटी, पीपी -15 और हॉट स्प्रिंग्स से 2 से 2.5 किलोमीटर की दूरी तक अपने सैनिकों को वापस खींच लिया है.
सूत्रों ने कहा भारतीय पक्ष ने भी इन क्षेत्रों से अपने कुछ सैनिकों और वाहनों पीछै बुला लिया है. सूत्रों ने कहा कि बटालियन कमांडर स्तर पर इन बिंदुओं को लेकर बातचीत चल रही है और उन्होंने अपने समकक्षों के साथ हॉटलाइन वार्ता की है.
उन्होंने कहा कि शुरुआती बातचीत इन क्षेत्रों में हो रही है. चीनी गतिविधियां भी पूर्वी लद्दाख में इसी स्थान से शुरू हुई थीं. भारतीय सैन्य बल पहले ही चुशुल में हैं ताकि चीनियों को बातचीत में शामिल किया जा सके और इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं.