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दुनिया के शीर्ष 350 विश्वविद्यालयों में बेंगलुरु के आईआईएस को मिली जगह

बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) को दुनियाभर के शीर्ष 350 विश्वविद्यालयों में जगह मिली है. देखें वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 की सूची में कौन-से अन्य विश्वविद्यालयों ने जगह बनाई है.

IISc
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस
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Published : Sep 4, 2020, 3:24 PM IST

नई दिल्ली : द टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (WUR) 2021 की सूची जारी कर दी है. बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस को शीर्ष 350 विश्वविद्यालयों में जगह मिली है. वहीं, भारतीय विश्वविद्यालयों की सूची में बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.

भारत के कुल 63 विश्वविद्यालयों ने रैंकिंग के लिए अर्हता प्राप्त की है, हालांकि उनमें से कोई भी शीर्ष 300 में जगह नहीं बना सका. सूची में पिछले बार की तुलना में 14 नए संस्थानों ने जगह बनाई है. यह किसी भी दक्षिण एशियाई क्षेत्र के देश में सबसे अधिक है.

वहीं, चीन का सिंघुआ विश्वविद्यालय शीर्ष 20 विश्वविद्यालयों में जगह बनाने वाला पहला एशियाई विश्वविद्यालय बन गया है.

यह भारतीय विश्वविद्यालय हैं सूची में :-

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बेंगलुरु
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), रोपड़
  • आईआईटी इंदौर, इंदौर
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
  • भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद
  • दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, पुणे और अन्य

आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास जो कि भारतीय रैंकिंग सूचकांक में शीर्ष रैंक प्राप्त करते हैं, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की सूची में नहीं हैं.

इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि पिछले साल आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की और आईआईटी खड़गपुर ने टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग का बहिष्कार किया था.

टाइम्स हायर एजुकेशन की चीफ एजुकेशन ऑफिसर फिल बैटी ने कहा कि भारत पहले से ही अपने संस्थानों के भीतर अंतरराष्ट्रीयकरण की कमी का सामना कर रहा है जिसके चलते विश्वभर के छात्र, विद्वान, विचारक भारत में पढ़ने नहीं आते. हालांकि नई शिक्षा नीति भारत के लिए इस दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है.

उन्होंने कहा कि भारतीय उच्च शिक्षा में प्रस्तावित व्यापक बदलावों के साथ, जैसे कि विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस खोलने की मंजूरी, यह नीति देश के लिए एक अविश्वसनीय है.

यह भारत के छात्रों और कर्मचारियों की प्रतिभा और शोध से लाभ उठाने के लिए दुनिया भर के विश्वविद्यालयों के लिए द्वार खोल रही है, इससे भविष्य में भारत सकारात्मक तरीके से वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग का हिस्सा बन पाएगा.

पढ़ें :- नई शिक्षा नीति से भारत को फिर मिलेगा शिक्षा का केंद्र होने का गौरव : निशंक

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 की सूची में शीर्ष 200 यूनिवर्सिटीज में संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे अधिक 59 विश्वविद्यालय हैं. इसके बाद यूके के 29 विश्वविद्यालय हैं और जर्मनी के 21 विश्वविद्यालय हैं.

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 की सूची की घोषणा 93 देशों के 1,527 उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर की गई है जिसमें शिक्षण, शोध और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण सहित कई मापदंडों को देखा गया है.

नई दिल्ली : द टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (WUR) 2021 की सूची जारी कर दी है. बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस को शीर्ष 350 विश्वविद्यालयों में जगह मिली है. वहीं, भारतीय विश्वविद्यालयों की सूची में बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है.

भारत के कुल 63 विश्वविद्यालयों ने रैंकिंग के लिए अर्हता प्राप्त की है, हालांकि उनमें से कोई भी शीर्ष 300 में जगह नहीं बना सका. सूची में पिछले बार की तुलना में 14 नए संस्थानों ने जगह बनाई है. यह किसी भी दक्षिण एशियाई क्षेत्र के देश में सबसे अधिक है.

वहीं, चीन का सिंघुआ विश्वविद्यालय शीर्ष 20 विश्वविद्यालयों में जगह बनाने वाला पहला एशियाई विश्वविद्यालय बन गया है.

यह भारतीय विश्वविद्यालय हैं सूची में :-

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बेंगलुरु
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), रोपड़
  • आईआईटी इंदौर, इंदौर
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
  • भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद
  • दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, पुणे और अन्य

आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास जो कि भारतीय रैंकिंग सूचकांक में शीर्ष रैंक प्राप्त करते हैं, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की सूची में नहीं हैं.

इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि पिछले साल आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी मद्रास, आईआईटी रुड़की और आईआईटी खड़गपुर ने टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग का बहिष्कार किया था.

टाइम्स हायर एजुकेशन की चीफ एजुकेशन ऑफिसर फिल बैटी ने कहा कि भारत पहले से ही अपने संस्थानों के भीतर अंतरराष्ट्रीयकरण की कमी का सामना कर रहा है जिसके चलते विश्वभर के छात्र, विद्वान, विचारक भारत में पढ़ने नहीं आते. हालांकि नई शिक्षा नीति भारत के लिए इस दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है.

उन्होंने कहा कि भारतीय उच्च शिक्षा में प्रस्तावित व्यापक बदलावों के साथ, जैसे कि विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस खोलने की मंजूरी, यह नीति देश के लिए एक अविश्वसनीय है.

यह भारत के छात्रों और कर्मचारियों की प्रतिभा और शोध से लाभ उठाने के लिए दुनिया भर के विश्वविद्यालयों के लिए द्वार खोल रही है, इससे भविष्य में भारत सकारात्मक तरीके से वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग का हिस्सा बन पाएगा.

पढ़ें :- नई शिक्षा नीति से भारत को फिर मिलेगा शिक्षा का केंद्र होने का गौरव : निशंक

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 की सूची में शीर्ष 200 यूनिवर्सिटीज में संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे अधिक 59 विश्वविद्यालय हैं. इसके बाद यूके के 29 विश्वविद्यालय हैं और जर्मनी के 21 विश्वविद्यालय हैं.

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 की सूची की घोषणा 93 देशों के 1,527 उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर की गई है जिसमें शिक्षण, शोध और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण सहित कई मापदंडों को देखा गया है.

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