नई दिल्ली : खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया है. केंद्रीय एफपीआई मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भारतीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएफपीटी) द्वारा कोरोना मरीजों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों के निर्माण की सराहना की है.
दरअसल, आईआईएफपीटी मेडिकल परीक्षण के तहत कोरोना मरीजों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का निर्माण कर रहा है. यह पोषक तत्व कोरोना से ठीक हुए तमिलनाडु के तंजावुर मेडिकल कॉलेज के मरीजों को भी दिए जा रहे हैं.
आईआईएफपीटी के वैज्ञानिक स्वदेशी खाद्य पदार्थों का निर्माण कर रहे हैं. आईआईएफपीटी के एचएसीसीपी और आईएसओ प्रमाणित खाद्य प्रसंस्करण व्यवसाय ऊष्मायन केंद्र (एफपीबीआईसी) में दैनिक आधार पर ब्रेड, बिस्कुट, रस्क और बाजरा पॉप तैयार किए जा रहे हैं.
लहसुन, हल्दी, अदरक, काली मिर्च और अन्य मसालों जैसे प्राकृतिक प्रतिरक्षा-बूस्टर के अलावा लगभग 9.8% प्रोटीन और 8.1% फाइबर बनाने के लिए ब्रेड रोटियों को सूखे मोरिंगा के पत्तों, मूंगफली के पाउडर और मट्ठा प्रोटीन से समृद्ध किया जा रहा है.
आईआईएफपीटी की एफएसएसएआई रेफरल प्रयोगशाला और खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता परीक्षण विभाग पुलिसकर्मियों के लिए हैंड सैनेटाइजर भी तैयार कर रहा है.
बता दें कि आईआईएफपीटी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के तहत एक राष्ट्रीय स्तर का शैक्षणिक और शोध संस्थान है. यह खाद्य प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन, खाद्य गुणवत्ता और सुरक्षा, और व्यापार ऊष्मायन के क्षेत्रों में विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है.