जयपुर : लॉकडाउन की स्थिति में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित सभी राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने अंडा, चिकन के साथ ही पोल्ट्री फीड के परिवहन की छूट दी है. अंडे और चिकन को आवश्यक वस्तु मानते हुए इनकी बिक्री की भी अनुमति दी है.
लेकिन राजस्थान सरकार ने इस संबंध में अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया है, जिससे अजमेर में करीब एक हजार पोल्ट्री फार्म में 50 लाख मुर्गियां भूख से मर रही हैं. लॉकडाउन होने से अंडे की बिक्री नहीं हो रही है और पोल्ट्री फार्म पर लाखों अंडे सड़ने की स्थिति में हैं.
दोनों ही हालातों में पोल्ट्री फार्म किसान बर्बाद हो रहा है. पोल्ट्री फार्म के किसानों ने ईटीवी भारत के जरिए राजस्थान सरकार से लाखों मुर्गियों का जीवन और किसानों को बर्बाद होने से बचाने की गुहार लगाई है.
पोल्ट्री फार्म किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भारत सरकार के आदेश को मानने से इनकार कर रहा है, जिससे अजमेर के पोल्ट्री किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है.
लॉकडाउन की वजह से पोल्ट्री फार्म पर मुर्गिंयों का दाना नहीं पहुंच पा रहा है. ऐसे में मुर्गिंयों के भूखे मरने का खतरा बढ़ गया है. लॉकडाउन के चलते पोल्ट्री फार्म से अंडे बिकने के लिए मार्केट में नहीं जा रहे हैं. पोल्ट्री किसानों का कहना है कि प्रशासन अंडों के लदान या परिवहन की अनुमति भी नहीं दे रहा है.
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन : घर पहुंचने की आस में प्रवासी मजदूरों की बस अड्डे पर उमड़ी भीड़
लाखों अंडे फार्मों में पड़े हुए हैं और अब किसानों को अंडे सड़ने का डर सताने लगा है. अंडों की बिक्री नहीं होने से किसानों की आय बंद हो गई है, जिससे उन्हें परिवार का पेट भरना भी मुश्किल हो गया है. राजस्थान सरकार ने अब तक मुर्गियों के फीड और अंडे की बिक्री को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया हैं.
किसानों का पोल्ट्री फार्म व्यवसाय बरबाद होने की कगार पर खड़ा है. अगर जल्द ही राजस्थान सरकार ने पोल्ट्री व्यवसाय को बचाने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया, तो कृषि आधारित व्यवसाय पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा.