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गाजियाबाद श्मशान हादसा : योगी सरकार और पुलिस प्रमुख को मानवाधिकार आयोग का नोटिस - muradnagar human rights notice

गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार दोपहर श्मशान घाट के गलियारे की छत गिरने से मलबे में दबकर 25 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. मानवाधिकार कार्यकर्ता अधिवक्ता विष्णु कुमार गुप्ता द्वारा आयोग में याचिका दायर कर जल्द जांच पूरी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई थी. आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रमुख को नोटिस भेजा है.

मुरादनगर शमशान हादसा
मुरादनगर शमशान हादसा
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Published : Jan 5, 2021, 5:10 PM IST

Updated : Jan 5, 2021, 8:17 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गाजियाबाद में एक श्मशान घाट की छत गिरने की घटना को लेकर आज उत्तर प्रदेश सरकार और राज्य के पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजा. बता दें कि मानवाधिकार आयोग में अधिवक्ता विष्णु गुप्ता ने बताया कि उनकी याचिका पर आयोग द्वारा संज्ञान ले लिया गया है. विष्णु कुमार गुप्ता ने आयोग में दायर अपनी याचिका में लिखा था कि यह हादसा लापरवाही से हुआ है.

हादसे पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

नोटिस जारी करते हुए आयोग ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि ठेकेदार और संबंधित विभाग ने 'लापरवाही' से काम किया, जिससे कई लोगों के जीवन जीने के अधिकार का हनन हुआ.

चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी

मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेश को नोटिस भेजकर कहा है कि इस मामले में चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दी जाए. आयोग के अनुसार, मीडिया में आई खबरों से पता चलता है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और पीड़ितों के परिवारों को वित्तीय सहयोग देने की भी घोषणा की गई है.

10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग

दायर याचिका में मांग की गई थी कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को आदेश दिया जाए कि मृतकों के परिवार को कम से कम 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिले. इस हादसे में घायल हुए व्यक्तियों को भी तत्काल बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जाए ताकि वे जल्द ठीक हो सकें. घटना की उच्चस्तरीय जांच मंडलायुक्त एवं आईजी जोन मेरठ से निश्चित समय में एक सप्ताह के अंदर कराई जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.

human-rights-commission-took-cognizance-of-muradnagar-accident
आयोग में याचिका दायर

ये भी पढ़ें:-मुरादनगर हादसा: नगर पालिका चेयरमैन ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, खुद को बताया निर्दोष

मुरादनगर हादसे के मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी को पुलिस ने घटना के बाद 36 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया है. अजय त्यागी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर लगातार फरार चल रहा था. सोमवार की शाम उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. देर रात उसकी गिरफ्तारी की गई.

उल्लेखनीय है कि मुरादनगर में रविवार को एक श्मशान घाट में छत ढह जाने से 24 लोगों की मौत हो गई थी और 17 अन्य व्यक्ति घायल हो गये थे. पीड़ितों में से अधिकतर लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट आए थे.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गाजियाबाद में एक श्मशान घाट की छत गिरने की घटना को लेकर आज उत्तर प्रदेश सरकार और राज्य के पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजा. बता दें कि मानवाधिकार आयोग में अधिवक्ता विष्णु गुप्ता ने बताया कि उनकी याचिका पर आयोग द्वारा संज्ञान ले लिया गया है. विष्णु कुमार गुप्ता ने आयोग में दायर अपनी याचिका में लिखा था कि यह हादसा लापरवाही से हुआ है.

हादसे पर मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

नोटिस जारी करते हुए आयोग ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि ठेकेदार और संबंधित विभाग ने 'लापरवाही' से काम किया, जिससे कई लोगों के जीवन जीने के अधिकार का हनन हुआ.

चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी

मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेश को नोटिस भेजकर कहा है कि इस मामले में चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दी जाए. आयोग के अनुसार, मीडिया में आई खबरों से पता चलता है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और पीड़ितों के परिवारों को वित्तीय सहयोग देने की भी घोषणा की गई है.

10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग

दायर याचिका में मांग की गई थी कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को आदेश दिया जाए कि मृतकों के परिवार को कम से कम 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिले. इस हादसे में घायल हुए व्यक्तियों को भी तत्काल बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जाए ताकि वे जल्द ठीक हो सकें. घटना की उच्चस्तरीय जांच मंडलायुक्त एवं आईजी जोन मेरठ से निश्चित समय में एक सप्ताह के अंदर कराई जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.

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आयोग में याचिका दायर

ये भी पढ़ें:-मुरादनगर हादसा: नगर पालिका चेयरमैन ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, खुद को बताया निर्दोष

मुरादनगर हादसे के मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी को पुलिस ने घटना के बाद 36 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया है. अजय त्यागी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर लगातार फरार चल रहा था. सोमवार की शाम उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. देर रात उसकी गिरफ्तारी की गई.

उल्लेखनीय है कि मुरादनगर में रविवार को एक श्मशान घाट में छत ढह जाने से 24 लोगों की मौत हो गई थी और 17 अन्य व्यक्ति घायल हो गये थे. पीड़ितों में से अधिकतर लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट आए थे.

Last Updated : Jan 5, 2021, 8:17 PM IST
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