कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मृत्यु के बाद पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित उनके पैतृक गांव मिरती के लोगों ने शोक व्यक्त किया है. गांव के लोगों ने उनके घर के सामने बने मंदिर में उनके चित्र के आगे फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
लोगों ने बताया कि हर साल वे यहां दुर्गापूजा करने आते थे. गांव के लोग पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पलटू दा के नाम से बुलाते थे.
गांव के लोगों का कहना है कि पलटू दा दुर्गा पूजा के दौरान गांव में आते थे लेकिन अब वे नहीं आएंगे. इस बात से सभी दुखी हैं.
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के मस्तिष्क में जमा रक्त का थक्का हटाने के लिए सफल सर्जरी की गई थी, जिसके बाद से वह सेना के आर एंड आर (रिसर्च एंड रेफरल) अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर थे.
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सर्जरी से पहले प्रणब मुखर्जी जांच में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे. 84 वर्षीय मुखर्जी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी.