पटना : बिहार की राजधानी पटना में रोड पर गुरुवार को एक भैंस को लेकर हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. जहां, दो पक्ष एक ही भैंस पर अपना-अपना मालिकाना हक जता रहे थे. दोनों ने ही भैंस पर अपनी दावेदारी को लेकर एक-दूसरे पर जुबानी हमले भी किए.
कुछ महीने पहले कंचन देवी नाम की महिला ने भैंस चोरी का एक मामला सचिवालय थाने में दर्ज कराया था. कंचन देवी ने पटना के मिलर स्कूल के पास रहने वाले एक शख्स पर अपनी भैंस को चुराने का आरोप भी लगाया था. मामले में पुलिस की मुसीबत तब बढ़ गई जब लाख कोशिशों के बावजूद ये पता नहीं चल सका कि आखिर भैंस किसकी है.
हक को लेकर हंगामा
भैंस पर मालिकाना हक को लेकर दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. दोनों ही भैंस पर अपना-अपना दावा कर रहे हैं. पूरे मामले को लेकर आखिरकार एक पुलिस जांच टीम का गठन हुआ और भैंस किसकी है ये तय करने के लिए मेडिकल बोर्ड बैठाई गई. जो साक्ष्यों के आधार पर तय करेगी कि भैंस आखिर किसकी है.
'मेडिकल बोर्ड की बैठक में साक्ष्यों के आधार पर तय होगा कि भैंस पर किस पक्ष का दावा सही है, जिसके बाद भैंस उसके मालिक को दे दी जाएगी.' - पप्पू कुमार पासवान, जांच अधिकारी
एक भैंस दो दावेदार
इस मामले में भैंस के एक दावेदार ने ईटीवी भारत को बताया कि 6 साल से ये भैंस उनके पास है. उन पर लगाया जा रहा भैंस चोरी का आरोप पूरी तरह गलत है. इस केस के जांच अधिकारी पप्पू कुमार पासवान ने बताया कि अब मेडिकल जांच और कुछ साक्ष्यों के आधार पर ही भैंस के मालिक का पता लगाया जाएगा.