ETV Bharat / bharat

ब्रिटेन में कोरोना के नए प्रकार से बीमारी की गंभीरता प्रभावित नहीं : नीति आयोग

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण से ठीक होने की दर दर 95% से अधिक है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि लगभग साढ़े 5 महीनों के बाद ऐसा हुआ है कि भारत में कोविड-19 के 3 लाख से कम सक्रिय मामले हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में सक्रिय मामले समग्र मामलों से 3% से भी कम हैं. देश में अब तक वायरस के स्वरूप में परिवर्तन का कोई मामला सामने नहीं आया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
author img

By

Published : Dec 22, 2020, 4:24 PM IST

Updated : Dec 22, 2020, 10:52 PM IST

नई दिल्ली : यूनाइटेड किंगडम में कोविड-19 (कोरोना वायरस) के नए प्रकार के कारण वायरस की प्रसारण क्षमता में वृद्धि हुई है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बताया कि यह उत्परिवर्तन (mutation) बीमारी की गंभीरता को प्रभावित नहीं कर रहा है. कोरोना संक्रमण की कुल संख्या इस उत्परिवर्तन से प्रभावित नहीं है.

पॉल ने जानकारी दी कि ब्रिटेन में पहचाने गए सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार में संक्रमण अधिक तेजी से फैलाने की क्षमता है, लेकिन यह बीमारी की गंभीरता एवं मौत के मामलों को प्रभावित नहीं कर रहा है. भारत में अब तक कोरोना वायरस के स्वरूप में परिवर्तन का कोई महत्वपूर्ण मामला सामने नहीं आया है, चिंता करने का कोई कारण नहीं है लेकिन सतर्क रहना होगा. ब्रिटेन में सामने आए सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार का विकसित किए जा रहे टीकों के प्रभावी होने पर कोई असर नहीं है.

वायरस के स्वरूप में बदलाव के मद्देनजर उपचार को लेकर दिशा-निर्देश में कोई बदलाव नहीं किया गया है और खास कर देश में तैयार किए जा रहे टीका पर इससे कोई असर नहीं पड़ेगा.

जानकारी देते नीति आयोग के अधिकारी

पॉल ने कहा कि स्वरूप में बदलाव से वायरस ज्यादा संक्रामक हो सकता है. यह जल्दी संक्रमण फैला सकता हैय उन्होंने कहा, 'यह भी कहा जा रहा है कि यह वायरस 70 गुणा ज्यादा संक्रमण फैलाता है. एक तरीके से कह सकते हैं कि यह सुपर स्प्रेडर है लेकिन इससे मृत्यु, अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा नहीं बढ़ता है. सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह तेजी से लोगों में संक्रमण फैलाता है.'

इसके अलावा प्रेस वार्ता में जानकारी दी गई कि पिछले 7 सप्ताह में औसत दैनिक नए मामलों में कमी आई है. वैश्विक संख्या 588 के मुकाबले भारत में पिछले सात दिनों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के 124 मामले सामने आए हैं .

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल में पिछले 24 घंटों में 57% मामले सामने आए हैं. 26 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 10,000 से कम है.

भारत में सितंबर मध्य के बाद से कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में निरंतर गिरावट जारी है, जबकि वैश्विक स्तर पर उपचाराधीन रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वैश्विक संख्या 10 के मुकाबले भारत में पिछले सात दिनों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दो मौत के मामले सामने आए हैं.

पढ़ें-28 दिसंबर को दिल्ली पहुंच जाएगी कोरोना की वैक्सीन, मशीनें पहुंचीं

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 61% मौतें हुई हैं.

नई दिल्ली : यूनाइटेड किंगडम में कोविड-19 (कोरोना वायरस) के नए प्रकार के कारण वायरस की प्रसारण क्षमता में वृद्धि हुई है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बताया कि यह उत्परिवर्तन (mutation) बीमारी की गंभीरता को प्रभावित नहीं कर रहा है. कोरोना संक्रमण की कुल संख्या इस उत्परिवर्तन से प्रभावित नहीं है.

पॉल ने जानकारी दी कि ब्रिटेन में पहचाने गए सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार में संक्रमण अधिक तेजी से फैलाने की क्षमता है, लेकिन यह बीमारी की गंभीरता एवं मौत के मामलों को प्रभावित नहीं कर रहा है. भारत में अब तक कोरोना वायरस के स्वरूप में परिवर्तन का कोई महत्वपूर्ण मामला सामने नहीं आया है, चिंता करने का कोई कारण नहीं है लेकिन सतर्क रहना होगा. ब्रिटेन में सामने आए सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार का विकसित किए जा रहे टीकों के प्रभावी होने पर कोई असर नहीं है.

वायरस के स्वरूप में बदलाव के मद्देनजर उपचार को लेकर दिशा-निर्देश में कोई बदलाव नहीं किया गया है और खास कर देश में तैयार किए जा रहे टीका पर इससे कोई असर नहीं पड़ेगा.

जानकारी देते नीति आयोग के अधिकारी

पॉल ने कहा कि स्वरूप में बदलाव से वायरस ज्यादा संक्रामक हो सकता है. यह जल्दी संक्रमण फैला सकता हैय उन्होंने कहा, 'यह भी कहा जा रहा है कि यह वायरस 70 गुणा ज्यादा संक्रमण फैलाता है. एक तरीके से कह सकते हैं कि यह सुपर स्प्रेडर है लेकिन इससे मृत्यु, अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा नहीं बढ़ता है. सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि यह तेजी से लोगों में संक्रमण फैलाता है.'

इसके अलावा प्रेस वार्ता में जानकारी दी गई कि पिछले 7 सप्ताह में औसत दैनिक नए मामलों में कमी आई है. वैश्विक संख्या 588 के मुकाबले भारत में पिछले सात दिनों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के 124 मामले सामने आए हैं .

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल में पिछले 24 घंटों में 57% मामले सामने आए हैं. 26 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 10,000 से कम है.

भारत में सितंबर मध्य के बाद से कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में निरंतर गिरावट जारी है, जबकि वैश्विक स्तर पर उपचाराधीन रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वैश्विक संख्या 10 के मुकाबले भारत में पिछले सात दिनों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दो मौत के मामले सामने आए हैं.

पढ़ें-28 दिसंबर को दिल्ली पहुंच जाएगी कोरोना की वैक्सीन, मशीनें पहुंचीं

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 61% मौतें हुई हैं.

Last Updated : Dec 22, 2020, 10:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.