हरिद्वारः रेलवे स्टेशन हरिद्वार की सुरक्षा का जीआरपी और आरपीएफ पुलिस आए दिन दावा करती है, लेकिन स्टेशन की सुरक्षा कैसी है आज यह हम आपको बताते हैं. स्टेशन पर यदि कोई रात को सो रहा है तो उसकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है और ना ही पुलिस की उन पर कोई नजर है. ताजा मामला हरिद्वार रेलवे स्टेशन का है, जहां पुणे (महाराष्ट्र) से आकर हरिद्वार रेलवे स्टेशन परिसर में रह रहे एक खानाबदोश परिवार की 5 वर्ष की मासूम बच्ची को एक दिव्यांग ने दुष्कर्म का शिकार बनाया.
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बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया. बच्ची की मां की ओर से अज्ञात आरोपी के खिलाफ बुधवार की देर रात दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया. 9-10 जुलाई की रात में बारिश के कारण यह परिवार स्टेशन के पास एक शेड में सोया हुआ था, इसी दौरान सुबह करीब पांच बजे एक दिव्यांग मासूम को उठाकर ले गया.
आरोप है कि दिव्यांग रेल के डिब्बे में ले जाकर बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना लिया और गंभीर अवस्था में छोड़कर फरार हो गया. सुबह परिवार की आंख खुली तो बच्ची को गंभीर अवस्था में देखकर जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां से उसे एम्स ऋषिकेश में रेफर कर दिया गया था. डॉक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर जीआरपी पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की तो सीसीटीवी कैमरे में दिव्यांग बच्ची को ले जाता दिखाई दे रहा है. बच्ची की मां की तहरीर पर अज्ञात दिव्यांग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.
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जीआरपी के पास आरोपी का उस समय का सीसीटीवी फुटेज भी है जिस समय उसने बच्ची का अपहरण किया था. सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि दिव्यांग बच्ची को गोद में उठाकर अपने साथ लेकर जा रहा है. अभी तक पुलिस आरोपी के बारे में कोई भी सुराग नहीं जुटा पाई है. पुलिस का कहना है की इस मामले में कुछ सुराग हाथ लगे हैं, जिन पर काम किया जा रहा है और पुलिस की अलग-अलग 8 टीम बनाई गई है.