नई दिल्ली : वित्तीय कार्रवाई कार्यदल (एफएटीएफ) की बैठक से ठीक पहले पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने बुधवार को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा (JuD) के प्रमुख हाफिज सईद को साढ़े पांच साल जेल की सजा सुनाई है. अदालत ने सईद को आतंकी वित्तपोषण के दो मामलों में कुल 11 साल की सजा सुनाई है और पंद्रह हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. दोनों सजा एक साथ चलेंगी, इसलिए उसे साढ़े पांच साल ही जेल में रहना पड़ेगा. इस पर पूर्व राजनयिक अनिल त्रिगुणायत ने पाकिस्तान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यह सब कवायद एफएटीएफ द्वारा खुद को ब्लैक लिस्ट होने से बचाने के लिए कर रहा है.
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आपको बता दें कि एफएटीएफ की पाकिस्तान के बाबत अक्टूबर 2019 में तैयार की गई म्यूचल इवेल्यूएशन रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान एफएटीएफ द्वारा ब्लैक लिस्ट करने की आशंका से डरा हुआ है. इस दौरान उसने 228 मामले टेरर फंडिंग के आरोप के तहत दर्ज किए हैं और 58 को दोषी ठहराया गया है. 14 फरवरी को होने वाली बैठक में एक बार फिर से पाकिस्तान द्वारा आतंकी फंडिंग पर की गई रोकथाम पर चर्चा होगी. यदि इसमें अध्यक्ष और सदस्य देश इससे संतुष्ट नहीं हुए, तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है.
बता दें कि एफएटीएफ का पूर्ण सत्र 16 फरवरी से शुरू होगा.