कोलकाता : सलमा और ज्योति और लोगों की तरह घास काट रही हैं. उन्हें इस तरह देखकर यह विश्वास नहीं होता कि वह राष्ट्रीय खो-खो टीम की सदस्य हैं.
देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाली सलमा और ज्योति आज आर्थिक तंगी के कारण जंगल में कटाई का काम कर रही हैं.
अगर आप उस छोटे से घर को देखते हैं, जहां सलमा रहती हैं, तो आपको अनगिनत पदक और ट्राफियां दिखाई देंगी. सलमा और ज्योति ने कभी अपने घरों को पदक और प्रमाण पत्र से सजाने का सपना देखा था. पर आज वह उन्हें फेंकना चाहती हैं.
उन्हें अब सिर्फ नौकरी चाहिए, भले ही वह अस्थायी हो. बावजूद उन्हें नौकरी की जगह केवल वादे ही मिले, लेकिन ऐसा कब तक चलेगा? इसलिए कभी-कभी वह घास काट देती हैं, तो कभी पत्थर उठा लेती हैं.
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सलमा और ज्योति, जो देश के लिए सोने का पदक लेकर आईं, वह आज भी खो-खो को अपने दिल की गहराई से प्यार करती हैं.