नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ओडिशा के संबलपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओड़िशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है. आईआईएम का ये स्थायी कैंपस ओड़िशा के महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओडिशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है.
बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े. ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है.
देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे. इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं.
जब आपमें से अनेक साथी संबलपुरी टेक्सटाइल और कटक की फिलिगिरी कारीगरी को ग्लोबल पहचान दिलाने में अपने कौशल का इस्तेमाल करेंगे, यहां के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए काम करेंगे. तो आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओड़िशा के विकास को भी नई गति मिलेगी.
वर्क फ्रॉम एनीव्हेयर के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है. भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी रिफॉर्म्स बीते कुछ महीनों में तेजी से किए हैं. आज खेती से लेकर स्पेस सेक्टर तक जो अभूतपूर्व रिफॉर्म किए जा रहे हैं उनमें स्टार्टअप के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं.
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी इस समारोह में मौजूद रहे. इनके अलावा केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, धर्मेन्द्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए.
पढ़ें :- घर बनाने में नई तकनीक का इस्तेमाल होगा : पीएम मोदी
बयान में कहा गया कि इस समारोह में अधिकारियों, उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं, शिक्षाविदों, छात्रों, पूर्व छात्रों और आईआईएम संबलपुर के शिक्षकों सहित 5000 से अधिक आगंतुक डिजिटल माध्यम से जुड़े.