चेन्नई : तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सुजीत विल्सन के साथ हुई घटना किसी और के साथ न हो, इसलिए सभी खुले बोरवेल को बंद करना ही वास्तविक उपाय है और अब इसी पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि 25 अक्टूबर को तिरुचिरापल्ली के नजदीक मानाप्पराई में प्रयोग में नहीं लाए जा रहे बोरवेल में विल्सन गिर गया था और 80 घंटे तक चले अभियान के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. मंगलवार को विल्सन का शव बोरवेल से निकाला गया.
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राजस्व प्रशासन के आयुक्त जे. राधाकृष्णन ने कहा कि बचाव कार्य को पेशेवर तरीके से चलाया गया, लेकिन नतीजा नकारात्मक रहा.
राधाकृष्णन ने कहा, 'ऐसे हादसों को रोकने का वास्तविक उपाय प्रयोग में नहीं आ रहे बोरवेल को ढंकना या उन्हें वर्षा जल संचय के ढांचे के रूप में बदलना है.'
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सभी जिलाधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिया है. खुले बोरवेल को बंद करना चाहिए और हमारा ध्यान इसपर है.'
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राधाकृष्णन ने बताया कि सरकार के कई विभाग इसपर काम कर रहे हैं.
बहरहाल, मानाप्पराई पुलिस ने बच्चे की मौत के संबंध में बुधवार को एक मामला दर्ज किया.
पुलिस ने कहा कि आईपीसी 174 (संदिग्ध मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है. ग्राम्य प्रशासनिक अधिकारी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया.