ETV Bharat / bharat

तमिलनाडु सरकार बंद करेगी सभी खुले बोरवेल

तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुजीत विल्सन के साथ हुई घटना किसी और के साथ न हो, इसके लिए राज्य में सभी खुले बोरवेल को बंद करना ही वास्तविक उपाय है. बता दें कि 80 घंटे तक चले अभियान के बावजूद सुजीत को बचाया नहीं जा सका था. पढ़ें पूरा विवरण....

तमिलनाडु सरकार बंद करेगी सभी खुले बोरवेल.
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 11:59 PM IST

चेन्नई : तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सुजीत विल्सन के साथ हुई घटना किसी और के साथ न हो, इसलिए सभी खुले बोरवेल को बंद करना ही वास्तविक उपाय है और अब इसी पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि 25 अक्टूबर को तिरुचिरापल्ली के नजदीक मानाप्पराई में प्रयोग में नहीं लाए जा रहे बोरवेल में विल्सन गिर गया था और 80 घंटे तक चले अभियान के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. मंगलवार को विल्सन का शव बोरवेल से निकाला गया.

पढे़ं : शिवसेना बोली - महाराष्ट्र की कुंडली हम बनाएंगे

राजस्व प्रशासन के आयुक्त जे. राधाकृष्णन ने कहा कि बचाव कार्य को पेशेवर तरीके से चलाया गया, लेकिन नतीजा नकारात्मक रहा.

राधाकृष्णन ने कहा, 'ऐसे हादसों को रोकने का वास्तविक उपाय प्रयोग में नहीं आ रहे बोरवेल को ढंकना या उन्हें वर्षा जल संचय के ढांचे के रूप में बदलना है.'

उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सभी जिलाधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिया है. खुले बोरवेल को बंद करना चाहिए और हमारा ध्यान इसपर है.'

पढे़ं : प्रियंका गांधी ने पूछा - PMO तक कैसे बनी 'इंटरनेशनल ब्रोकर' की पहुंच

राधाकृष्णन ने बताया कि सरकार के कई विभाग इसपर काम कर रहे हैं.

बहरहाल, मानाप्पराई पुलिस ने बच्चे की मौत के संबंध में बुधवार को एक मामला दर्ज किया.

पुलिस ने कहा कि आईपीसी 174 (संदिग्ध मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है. ग्राम्य प्रशासनिक अधिकारी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया.

चेन्नई : तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सुजीत विल्सन के साथ हुई घटना किसी और के साथ न हो, इसलिए सभी खुले बोरवेल को बंद करना ही वास्तविक उपाय है और अब इसी पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि 25 अक्टूबर को तिरुचिरापल्ली के नजदीक मानाप्पराई में प्रयोग में नहीं लाए जा रहे बोरवेल में विल्सन गिर गया था और 80 घंटे तक चले अभियान के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. मंगलवार को विल्सन का शव बोरवेल से निकाला गया.

पढे़ं : शिवसेना बोली - महाराष्ट्र की कुंडली हम बनाएंगे

राजस्व प्रशासन के आयुक्त जे. राधाकृष्णन ने कहा कि बचाव कार्य को पेशेवर तरीके से चलाया गया, लेकिन नतीजा नकारात्मक रहा.

राधाकृष्णन ने कहा, 'ऐसे हादसों को रोकने का वास्तविक उपाय प्रयोग में नहीं आ रहे बोरवेल को ढंकना या उन्हें वर्षा जल संचय के ढांचे के रूप में बदलना है.'

उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सभी जिलाधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिया है. खुले बोरवेल को बंद करना चाहिए और हमारा ध्यान इसपर है.'

पढे़ं : प्रियंका गांधी ने पूछा - PMO तक कैसे बनी 'इंटरनेशनल ब्रोकर' की पहुंच

राधाकृष्णन ने बताया कि सरकार के कई विभाग इसपर काम कर रहे हैं.

बहरहाल, मानाप्पराई पुलिस ने बच्चे की मौत के संबंध में बुधवार को एक मामला दर्ज किया.

पुलिस ने कहा कि आईपीसी 174 (संदिग्ध मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है. ग्राम्य प्रशासनिक अधिकारी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया.

ZCZC
PRI GEN NAT
.CHENNAI MDS11
TN-BOREWELL-RADHAKRISHNAN (RPT)
Focus now on closure of all open borewells: TN govt official
(Eds: Minor edits)
Chennai, Oct 30 (PTI) The "real solution" in preventing
recurrence of another Sujit Wilson-like incident lies in the
closure of all open borewells and right now this was the focus
area, a senior Tamil Nadu government official said on
Wednesday.
Wilson, who fell into a disused borewell at Manapparai
near Tiruchirappally on October 25, was pulled out dead by
rescuers early on Tuesday, after a futile 80-hour struggle to
save him.
Commissioner of Revenue Administration J Radhakrishnan
said the rescue operations were done "professionally" but that
the result was "negative."
Addressing a press meet here, he said all efforts
possible were taken in good coordination with various agencies
to save the two-year old boy.
The rescue efforts were "done professionally, but
unfortunately there was a negative result," he said.
"The real solution (to prevent recurrence) is all unused
borewells should be closed or be converted into rain water
harvesting structures. Chief Minister (K Palaniswami) has
directed all district collectors (in this connection)," he
said.
"Open borewells should be closed...that is our focus
area," he said, adding various government departments were on
the job.
         While the 80-hour long operations failed to rescue the
boy alive, the rescuers retrieved his body in lines with the
Centre's management of dead guidelines, he said.
         Radhakrishnan, who oversaw the rescue operations at
the mishap site in Nadukkatupatti, had on Tuesday said the
body of Wilson was in a "highly decomposed" state and
"dismembered" before it was pulled out from a depth of around
88 ft.
Due care and respect was shown in retrieval of the
body, he added.
         Post-operative analysis on the matter will be done,
which will lead to "lessons learnt," he said.
         Further, he described as "rumours", social media
information quoted to him that a sum of Rs 11 crore had been
spent on the rescue operations.
         "Don't believe in such rumours. Money is not a concern
in such rescue efforts," he said.
         Around 600 personnel from NDRF, SDRF, Police, Fire and
Rescue Services and others were involved in the rescue efforts
and all of them were equally "anguished" at Sujit being pulled
out dead, Radhakrishnan said.
         Meanwhile, the Manapparai police on Wednesday
registered a caseinto the death of the toddler.
         Police saida case under IPC 174 (suspicious death)
has been registered.
         The case was registered based on a complaint by the
Village Administrative Officer. PTI SA SSN SS
VS
VS
10302008
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.