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बिहार बाढ़ : सभी नदियां खतरे के निशान के पार, गांव हुए जलमग्न

बिहार के कई जिलों में बाढ़ धीरे-धीरे रौद्र रूप धारण कर रही है. नदी किनारे बसे गांवों को खाली करा लिया गया है. वहीं, सड़क संपर्क मार्ग प्रभावित हो रहे हैं. देखें बिहार के गांवों में आई बाढ़ की स्थिति पर ईटीवी भारत की विशेष रिपोर्ट...

flood in bihar
बिहार में बाढ़
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Published : Jul 22, 2020, 7:43 PM IST

पटना: बिहार में बाढ़ अपने चरम सीमा पर है. प्रदेश के कई जिलों में नदियों के बढ़े जलस्तर के बाद गांव के गांव जलमग्न हो चले हैं. लोग ऊंचे स्थानों की ओर विस्थापित हो चुके हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में हालात गंभीर हो चले हैं.

बिहार में बाढ़

बिहार में पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, खगड़िया, सुपौल, मधेपुरा, गोपालगंज, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों में नदियां रौद्र रूप धारण कर चुकी हैं. सभी जिलों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. मुनादी कर लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने की पहल की जा चुकी है. वहीं, ईटीवी भारत सभी जिलों से ग्राउंड रिपोर्ट दिखा रहा है.

पश्चिमी चंपारण में बाढ़
पश्चिमी चंपारण के बेतिया और बगहा में गंडक नदी रौद्र रूप धारण किेए हुए हैं, यहां कई गांव जलमग्न हैं, तो वहीं सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हालांकि, वाल्मीकिनगर गंडक बराज से मंगलवार को रिकार्ड 4.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बुधवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई.

flood in bihar
अब इस आशियाने में है जीना

सबसे ज्यादा पिपरासी प्रखंड प्रभावित
पानी का डिस्चार्ज तो कम हुआ है, लेकिन लोगों के घरों से पानी अभी भी कम नही हुआ है. पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा पंचायत के श्रीपतनगर, नयाटोला भैसाहिया गांव के एक हजार परिवार निर्माणधीन छितौनी तमकुही में शरण लिए हुए हैं.

flood in bihar
ऊंचे स्थानों पर विस्थापित हुए लोग

सड़क पर नदी की लहरें
बेतिया के चनपटिया और नरकटियागंज का मुख्य सड़क इन दिनों हादसों को दावत दे रही है. इन दिनों सड़क पर चार से पांच फीट पानी बह रहा है. जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

flood in bihar
बेतिया का हाल

मुजफ्फरपुर: नून नदी में उफान
मुजफ्फरपुर में नून नदी की उफान पर है. जिले के छाजन पंचायत के पास बन रहे कोठी पुल के बगल में डायवर्सन रोड मंगलवार देर शाम नून नदी की तेज धार में बह गया. डायवर्सन रोड बहने से फिलहाल तुर्की और सरैया के बीच सड़क सम्पर्क टूट गया है.

flood in bihar
मुजफ्फरपुर में बहा डायवर्सन

मधुबनी: कमला बलान खतरे के निशान से ऊपर
मधुबनी में कमला, कोसी, धौस, जमुनी, गागन सभी नदियां उफान पर हैं. जिले के जयनगर से झंझारपुर तक कमला बलान नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. झंझारपुर में कमला खतरे के निशान से 2 मीटर 70 सेंटीमीटर ऊपर है.

flood in bihar
मधुबनी में कमला बलान

बेगूसराय में बूढ़ी गंडक का रौद्र रूप
बेगूसराय में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसकी वजह से लोगों को तटबंध टूटने का डर सता रहा है. वहीं अधिकारी लगातार बांध का निरीक्षण कर रहे हैं. बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान 42.63 मीटर को पार कर गया है. मंगलवार की सुबह रोसड़ा में जलस्तर 43.06 मीटर दर्ज किया गया है.

flood in bihar
बेगूसराय में बूढ़ी गंडक

नालंदा में उफान पर पंचाने नदी
झारखंड में बारिश का असर पंचाने नदी पर पड़ता है. पंचाने नदी में पानी आने से जिले के बिहार शरीफ, रहुई, हरनौत प्रखंड में बाढ़ का खतरा खतरा बढ़ गया है.

flood in bihar
उफान पर नदी

छपरा: एनडीआरएफ की टीम तैनात
छपरा जिले में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि की संभावना को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में हैं. बाढ़ से निपटने के लिए जिले में राहत बचाव कार्य के उद्देश्य से एनडीआरएफ की दो टीमों की तैनाती की गई है.

flood in bihar
एनडीआरएफ की टीम तैनात

मोतिहारी: बूढ़ी गंडक और तिलावे नदी का बांध टूटा
वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी से गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इस बीच, बूढ़ी गंडक का रिंग बांध और तिलावे नदी का बांध टूट गया है. जिससे कई गांवों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है.

नदियों का जलस्तर
जल संसाधन विभाग बिहार ने बुधवार सुबह 6 बजे तक नदियों के जलस्तर का आंकड़ा जारी किया है.

गंगा का जलस्तर
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास है. पटना के दीघा में 50.45 मीटर डेंजर प्वाइंट है, तो गंगा 48.02 मीटर पर बह रही है. नदी का जलस्तर मुंगेर में डेंजर जोन पर है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

बागमती खतरे के निशान के पार
अब अगर बागमती की बात करें, तो इसका जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. नदी सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में अपना कहर बरपा रही है. इसके साथ-साथ अधवारा नदी भी उफान पर है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

इन नदियों का जलस्तर
महानंदा नदी पूर्णिया में उफान पर है, यहां इसका जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. दूसरी ओर पुनपुन, लालबकैया, भुतही बलान नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. इनका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

बूढ़ी गंडक, कमला बलान, घाघरा और खिरोई नदी
इन सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार है. मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर के पंचायतों में इनके जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है.

पढ़े: असम में बाढ़ : मानवीय लापरवाही बड़ा कारण, 87 लोग गंवा चुके हैं जान

बहरहाल, नदियों का बढ़ता जलस्तर चिंता का सबब बना हुआ है. बिहार सरकार जहां एक ओर कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी हुई है. वहीं, दूसरी ओर अब उसके सामने बाढ़ भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है.

पटना: बिहार में बाढ़ अपने चरम सीमा पर है. प्रदेश के कई जिलों में नदियों के बढ़े जलस्तर के बाद गांव के गांव जलमग्न हो चले हैं. लोग ऊंचे स्थानों की ओर विस्थापित हो चुके हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में हालात गंभीर हो चले हैं.

बिहार में बाढ़

बिहार में पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, खगड़िया, सुपौल, मधेपुरा, गोपालगंज, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों में नदियां रौद्र रूप धारण कर चुकी हैं. सभी जिलों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. मुनादी कर लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने की पहल की जा चुकी है. वहीं, ईटीवी भारत सभी जिलों से ग्राउंड रिपोर्ट दिखा रहा है.

पश्चिमी चंपारण में बाढ़
पश्चिमी चंपारण के बेतिया और बगहा में गंडक नदी रौद्र रूप धारण किेए हुए हैं, यहां कई गांव जलमग्न हैं, तो वहीं सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हालांकि, वाल्मीकिनगर गंडक बराज से मंगलवार को रिकार्ड 4.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बुधवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई.

flood in bihar
अब इस आशियाने में है जीना

सबसे ज्यादा पिपरासी प्रखंड प्रभावित
पानी का डिस्चार्ज तो कम हुआ है, लेकिन लोगों के घरों से पानी अभी भी कम नही हुआ है. पिपरासी प्रखंड के सेमरा लबेदहा पंचायत के श्रीपतनगर, नयाटोला भैसाहिया गांव के एक हजार परिवार निर्माणधीन छितौनी तमकुही में शरण लिए हुए हैं.

flood in bihar
ऊंचे स्थानों पर विस्थापित हुए लोग

सड़क पर नदी की लहरें
बेतिया के चनपटिया और नरकटियागंज का मुख्य सड़क इन दिनों हादसों को दावत दे रही है. इन दिनों सड़क पर चार से पांच फीट पानी बह रहा है. जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

flood in bihar
बेतिया का हाल

मुजफ्फरपुर: नून नदी में उफान
मुजफ्फरपुर में नून नदी की उफान पर है. जिले के छाजन पंचायत के पास बन रहे कोठी पुल के बगल में डायवर्सन रोड मंगलवार देर शाम नून नदी की तेज धार में बह गया. डायवर्सन रोड बहने से फिलहाल तुर्की और सरैया के बीच सड़क सम्पर्क टूट गया है.

flood in bihar
मुजफ्फरपुर में बहा डायवर्सन

मधुबनी: कमला बलान खतरे के निशान से ऊपर
मधुबनी में कमला, कोसी, धौस, जमुनी, गागन सभी नदियां उफान पर हैं. जिले के जयनगर से झंझारपुर तक कमला बलान नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. झंझारपुर में कमला खतरे के निशान से 2 मीटर 70 सेंटीमीटर ऊपर है.

flood in bihar
मधुबनी में कमला बलान

बेगूसराय में बूढ़ी गंडक का रौद्र रूप
बेगूसराय में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसकी वजह से लोगों को तटबंध टूटने का डर सता रहा है. वहीं अधिकारी लगातार बांध का निरीक्षण कर रहे हैं. बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान 42.63 मीटर को पार कर गया है. मंगलवार की सुबह रोसड़ा में जलस्तर 43.06 मीटर दर्ज किया गया है.

flood in bihar
बेगूसराय में बूढ़ी गंडक

नालंदा में उफान पर पंचाने नदी
झारखंड में बारिश का असर पंचाने नदी पर पड़ता है. पंचाने नदी में पानी आने से जिले के बिहार शरीफ, रहुई, हरनौत प्रखंड में बाढ़ का खतरा खतरा बढ़ गया है.

flood in bihar
उफान पर नदी

छपरा: एनडीआरएफ की टीम तैनात
छपरा जिले में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि की संभावना को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में हैं. बाढ़ से निपटने के लिए जिले में राहत बचाव कार्य के उद्देश्य से एनडीआरएफ की दो टीमों की तैनाती की गई है.

flood in bihar
एनडीआरएफ की टीम तैनात

मोतिहारी: बूढ़ी गंडक और तिलावे नदी का बांध टूटा
वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी से गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इस बीच, बूढ़ी गंडक का रिंग बांध और तिलावे नदी का बांध टूट गया है. जिससे कई गांवों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है.

नदियों का जलस्तर
जल संसाधन विभाग बिहार ने बुधवार सुबह 6 बजे तक नदियों के जलस्तर का आंकड़ा जारी किया है.

गंगा का जलस्तर
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास है. पटना के दीघा में 50.45 मीटर डेंजर प्वाइंट है, तो गंगा 48.02 मीटर पर बह रही है. नदी का जलस्तर मुंगेर में डेंजर जोन पर है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

बागमती खतरे के निशान के पार
अब अगर बागमती की बात करें, तो इसका जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. नदी सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में अपना कहर बरपा रही है. इसके साथ-साथ अधवारा नदी भी उफान पर है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

इन नदियों का जलस्तर
महानंदा नदी पूर्णिया में उफान पर है, यहां इसका जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. दूसरी ओर पुनपुन, लालबकैया, भुतही बलान नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. इनका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

flood in bihar
22 जुलाई, सुबह 6 बजे तक के आंकड़े

बूढ़ी गंडक, कमला बलान, घाघरा और खिरोई नदी
इन सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार है. मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर के पंचायतों में इनके जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है.

पढ़े: असम में बाढ़ : मानवीय लापरवाही बड़ा कारण, 87 लोग गंवा चुके हैं जान

बहरहाल, नदियों का बढ़ता जलस्तर चिंता का सबब बना हुआ है. बिहार सरकार जहां एक ओर कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी हुई है. वहीं, दूसरी ओर अब उसके सामने बाढ़ भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है.

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