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नेपाल ने वीरपुर और गंडक बैराज के फाटक खोले, बिहार में बाढ़ की आशंका

नेपाल के तराई क्षेत्र एवं कोसी नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश का असर पूर्वी कोसी तटबंध पर दिखने लगा है. नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटबंध के अंदर दर्जनों गांव में पानी भर गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 11, 2020, 8:36 PM IST

bihar flood
बिहार में बाढ़

पटना : नेपाल में भारी बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी में उफान के चलते बिहार में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. नेपाल के पोखरा सहित तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तनाव बढ़ा दी है. गंडक बराज नियंत्रण कक्ष से गंडक नदी में अब तक का सर्वाधिक 2 लाख 87 हजार क्यूसेक पानी शुक्रवार की देर रात छोड़ा गया. इससे गंडक नदी का पानी उफान पर है. जल वृद्धि को लेकर प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है.

...तो हो सकती है मुश्किल
गंडक नदी में जलस्तर की वृद्धि पूरी तरह से नेपाल से छोड़े जा रहे पानी और बारिश पर निर्भर करती है. ऐसे में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की देख-रेख में एमटी बैग का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है. अभियंताओं की मानें तो तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी होने पर मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.

नेपाल ने वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोले
बताया जा रहा है कि नेपाल ने सुपौल के वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोल दिए गए हैं, जिससे नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वहीं, हालात को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दे दिया गया है. शुक्रवार सुबह से हो रही लगातार तेज बारिश से हालात काफी खराब हो गए हैं.

बता दें कि वीरपुर बैराज नेपाल की सीमा में पड़ता है, जहां बैराज पर 56 गेट हैं. नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद नेपाल की तरफ से गेट खोलकर पानी को बिहार की तरफ प्रवाहित कर दिया जाता है. इसके चलते बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो जाते हैं.

वाल्मीकिनगर गंडक बराज के सभी 36 फाटक खोले गए
दूसरी तरफ, वाल्मीकिनगर गंडक बैराज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए है. इससे जिले के इंडो-नेपाल सीमा अंतर्गत चकदहवा के कई गांवों में पानी घुस गया है. ग्रामीणों ने बांध पर शरण लिया है. कुछ गांवों में तो 8 फीट तक पानी घुस गया है. इलाके के खेत जलमग्न हो गए है. बताया जाता है कि झंडू टोला चकदहवा स्थित एसएसबी कैम्प में भी पनी घुसा गया है. बता दें कि कि गंडक बराज पर कुल 36 फाटक हैं. इनमें पहले से 17वें फाटक तक का हिस्सा भारत में पड़ता है और 18वें से 36 वें फाटक का हिस्सा नेपाल में पड़ता है.

पढ़ें : बिहार : झरने में नहाने गए युवक धारा में फंसे, लोगों ने बचाई जान

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार
नेपाल और उत्तर बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से बागमती नदी एक बार फिर उफान पर है. मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा और गायघाट में बागमती नदी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई है. औराई के कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान 56.12 मीटर को पार करते हुए फिलहाल एक मीटर ऊपर बह रही है. जिससे मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.

सीतामढ़ी- भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि
सीतामढ़ी जिले में नदियों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मोतिहारी को जोड़ने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है. लोगों को आवागमन के लिए शिवहर से सीतामढ़ी होते हुए मुजफ्फरपुर से मोतिहारी जाना पड़ रहा है.

कटिहार- महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ा, ग्रामीणों में दहशत
महानंदा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने के बाद प्राणपुर प्रखंड के गजहर ग्रामदेवती गांव में महानंदा नदी का पानी घुसने लगा है. बांध के अंदर बसे गांव के लोग अब उस इलाके को छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं.

सारण- गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से हाई अलर्ट
नेपाल के वाल्मीकि नगर बैराज से दो लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद छपरा के गंडक नदी के तटवर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है. गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से सटे इलाकों में कटाव का दबाव बना हुआ है. तटीय इलाकों में तेजी से कटाव भी हो रहा है.

पढ़ें : बिहार : वज्रपात से नौ लोगों की मौत, सीएम नीतीश ने जताया शोक

मधुबनी- नेपाल में बारिश से कमला नदी उफान पर
जयनगर मुख्यालय से गुजरने वाली कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से कमला नदी का जलस्तर वार्निग लेवल के करीब पहुंच चुका है, हालांकि जलस्तर अभी वार्निग लेवल को पार नहीं किया है. गुरुवार को नेपाल द्वारा पानी छोड़ने के करीब एक घंटे बाद कमला नदी के जल स्तर में आठ सेमी की वृद्धि हुई थी.

पटना- 15 जून से लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी
राजधानी पटना से गुजरने वाली गंगा नदी का जलस्तर भी 15 जून से लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. सीडब्ल्यूसी के अधिकारी कहते हैं कि 1 जून से गंगा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. गंगा का पानी रोजाना 10 से 15 सेंटीमीटर तक बढ़ रहा है. एनआईटी घाट पर तैनात सीडब्ल्यूसी के अधिकारी हर घंटे जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी पर नजर बनाए हुए हैं.

मौसम विभाग- बिहार में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार में 10 और 11 जुलाई को भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है. आज भी कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है. पटना, जहानाबाद, नवादा, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, सीवान, छपरा, बांका के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि इन इलाकों में गरज के साथ तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.

पटना : नेपाल में भारी बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी में उफान के चलते बिहार में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. नेपाल के पोखरा सहित तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तनाव बढ़ा दी है. गंडक बराज नियंत्रण कक्ष से गंडक नदी में अब तक का सर्वाधिक 2 लाख 87 हजार क्यूसेक पानी शुक्रवार की देर रात छोड़ा गया. इससे गंडक नदी का पानी उफान पर है. जल वृद्धि को लेकर प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है.

...तो हो सकती है मुश्किल
गंडक नदी में जलस्तर की वृद्धि पूरी तरह से नेपाल से छोड़े जा रहे पानी और बारिश पर निर्भर करती है. ऐसे में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की देख-रेख में एमटी बैग का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है. अभियंताओं की मानें तो तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी होने पर मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.

नेपाल ने वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोले
बताया जा रहा है कि नेपाल ने सुपौल के वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोल दिए गए हैं, जिससे नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वहीं, हालात को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दे दिया गया है. शुक्रवार सुबह से हो रही लगातार तेज बारिश से हालात काफी खराब हो गए हैं.

बता दें कि वीरपुर बैराज नेपाल की सीमा में पड़ता है, जहां बैराज पर 56 गेट हैं. नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद नेपाल की तरफ से गेट खोलकर पानी को बिहार की तरफ प्रवाहित कर दिया जाता है. इसके चलते बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो जाते हैं.

वाल्मीकिनगर गंडक बराज के सभी 36 फाटक खोले गए
दूसरी तरफ, वाल्मीकिनगर गंडक बैराज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए है. इससे जिले के इंडो-नेपाल सीमा अंतर्गत चकदहवा के कई गांवों में पानी घुस गया है. ग्रामीणों ने बांध पर शरण लिया है. कुछ गांवों में तो 8 फीट तक पानी घुस गया है. इलाके के खेत जलमग्न हो गए है. बताया जाता है कि झंडू टोला चकदहवा स्थित एसएसबी कैम्प में भी पनी घुसा गया है. बता दें कि कि गंडक बराज पर कुल 36 फाटक हैं. इनमें पहले से 17वें फाटक तक का हिस्सा भारत में पड़ता है और 18वें से 36 वें फाटक का हिस्सा नेपाल में पड़ता है.

पढ़ें : बिहार : झरने में नहाने गए युवक धारा में फंसे, लोगों ने बचाई जान

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार
नेपाल और उत्तर बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से बागमती नदी एक बार फिर उफान पर है. मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा और गायघाट में बागमती नदी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई है. औराई के कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान 56.12 मीटर को पार करते हुए फिलहाल एक मीटर ऊपर बह रही है. जिससे मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.

सीतामढ़ी- भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि
सीतामढ़ी जिले में नदियों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मोतिहारी को जोड़ने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है. लोगों को आवागमन के लिए शिवहर से सीतामढ़ी होते हुए मुजफ्फरपुर से मोतिहारी जाना पड़ रहा है.

कटिहार- महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ा, ग्रामीणों में दहशत
महानंदा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने के बाद प्राणपुर प्रखंड के गजहर ग्रामदेवती गांव में महानंदा नदी का पानी घुसने लगा है. बांध के अंदर बसे गांव के लोग अब उस इलाके को छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं.

सारण- गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से हाई अलर्ट
नेपाल के वाल्मीकि नगर बैराज से दो लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद छपरा के गंडक नदी के तटवर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है. गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से सटे इलाकों में कटाव का दबाव बना हुआ है. तटीय इलाकों में तेजी से कटाव भी हो रहा है.

पढ़ें : बिहार : वज्रपात से नौ लोगों की मौत, सीएम नीतीश ने जताया शोक

मधुबनी- नेपाल में बारिश से कमला नदी उफान पर
जयनगर मुख्यालय से गुजरने वाली कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से कमला नदी का जलस्तर वार्निग लेवल के करीब पहुंच चुका है, हालांकि जलस्तर अभी वार्निग लेवल को पार नहीं किया है. गुरुवार को नेपाल द्वारा पानी छोड़ने के करीब एक घंटे बाद कमला नदी के जल स्तर में आठ सेमी की वृद्धि हुई थी.

पटना- 15 जून से लगातार बढ़ रहा गंगा का पानी
राजधानी पटना से गुजरने वाली गंगा नदी का जलस्तर भी 15 जून से लगातार बढ़ता नजर आ रहा है. सीडब्ल्यूसी के अधिकारी कहते हैं कि 1 जून से गंगा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. गंगा का पानी रोजाना 10 से 15 सेंटीमीटर तक बढ़ रहा है. एनआईटी घाट पर तैनात सीडब्ल्यूसी के अधिकारी हर घंटे जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी पर नजर बनाए हुए हैं.

मौसम विभाग- बिहार में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार में 10 और 11 जुलाई को भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है. आज भी कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है. पटना, जहानाबाद, नवादा, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, सीवान, छपरा, बांका के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि इन इलाकों में गरज के साथ तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.

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