गुवाहाटी: असम में बाढ़ का कहर जारी है. ब्रह्मपुत्र समेत राज्य की दस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है. धेमाजी, कोकराझार, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, लखमीपुर, शिवसागर में बाढ़ से ज्यादा बुरे हालात हैं.
वहीं अब तक बाढ़ की वजह से छह लोगों की मौत हो चुकी है. यहां के 21 जिलों में डेढ़ हजार से ज्यादा गांव के 14 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. करीब साढ़े आठ हजार लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है.
हाल ही में असम के मोरीगांव में बाढ़ से तबाही का मंजर देखने को मिला है. यहां टेंगागुरी क्षेत्र में एक स्कूल की इमारत बाढ़ की चपेट में आ गई.
पढ़ें: पूर्वोत्तर में भारी बारिश से 10 की मौत, असम में बाढ़ से 8.5 लाख लोग प्रभावित
वहीं, बीते नौ दिनों में उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो चुकी है.पूर्वोत्तर में, असम में छह लोगों की मौत हो गई, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो-दो लोगों ने अपनी जान गंवाई.
वहीं, इसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक का आयोजन बाढ़ की स्थिति और इससे निपटने के लिए राज्य और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए किया गया था.
इस बैठक में इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने बताया कि पिछले 3-4 दिनों के दौरान, असम और बिहार में भारी बारिश हुई है. अगले 48 घंटों में इन दोनों राज्यों में भारी बारिश की संभावना है. इस दौरान गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा प्रबंधन विभाग को बाढ़ प्रभावित राज्यों के संपर्क में रहने और आवश्यक उपाय इससे निपटने के लिए सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.