चेन्नई : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को तमिलानाडु में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनीति में आने की कहानी बताई है. उन्होंने कहा कि मेरे राजनीति में शामिल होने की एक वजह यह है कि मैंने इस सरकार को सुधारों के बारे में बात करते देखा है. पहली बार हमारे पास एक सरकार है, जिसके लिए सुधार का मतलब है पोषण, लड़की की शिक्षा, मध्यवर्गीय के लिए सेवाएं है. तब मुझे लगा कि मुझे भी सुधार लाने में योगदान देना चाहिए.
विदेश मंत्री ने कहा कि सभी यह जानते हैं कि अनुच्छेद 370 संविधान का एक अस्थायी प्रावधान था, 70 वर्ष तक यह अस्थायी प्रावधान के तौर पर जारी रहा. हमारी अब तक बड़ी मुश्किलों को छोड़ने की आदत रही है. आज आपके पास ऐसी सरकार है, जो देखभाल तो करती ही है साहसी भी है.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्ष में इस सरकार के तहत हमने एक ऐसी प्रणाली विकसित की है, जिसके द्वारा दुनिया में कहीं भी किसी भी भारतीय को परेशानी होती है तो हम उनकी देखभाल करते हैं. हम वहां उनके लिए मौजूद हैं.
जयशंकर ने कहा कि मैं इसका एक उदाहरण देता हूं कि चीन के वुहान शहर में भारत के 400 से अधिक छात्र रह रहे थें. वहां एक कोरोना वायरस का प्रकोप फैला हुआ है. हम छात्रों को देश में वापस लाया जा रहा है. इन छात्रों की जांच की जा रही है और हर सावधानियां बरती जा रही है, जिससे इस संक्रमण का प्रकोप न बढ़े.