अगरतला : कोविड-19 रोगियों की सेवा करने वाले मेडिकल स्टाफ की मदद करने के लिए, एक युवा सहायक प्रोफेसर ने ‘covid-19 WARBOT’ नाम का एक रोबोट विकसित किया है जो मानव हस्तक्षेप के बिना रोगियों को भोजन, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचा सकता है.
त्रिपुरा विश्वविद्यालय के रसायन और पॉलिमर इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर हरजीत नाथ ने कहा, 'यह एक चार-पहिया रोबोट है, जिसे मैंने अपने घर पर अपशिष्ट पदार्थ का उपयोग करके विकसित किया है. इसे बनाने के पीछे मुख्य प्रेरणा हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता डॉक्टर और नर्स रहे हैं, जो कोरोना संकट के इस दौर में अस्पतालों में काम कर रहे हैं. मैं उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहता हूं.'
उन्होंने कहा कि कुछ देशों के पास पहले से ही विकसित रोबोट हैं, जो स्वास्थ्य सेवा के कामगारों की बहुत मदद कर रहे हैं. वे दवा, पानी की बोतलें और खाने के पैकेट को जब भी आवश्यकता हो, वितरित कर सकते हैं. इसमे एक कैमरा भी है, यदि मरीज को डॉक्टर से बात कराने में मददगार है.
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हरजीत ने बताया कि उन्होंने 25,000 रुपये खर्च किए और तीन मोटर, दो रिचार्जेबल लीड-एसिड बैटरी, ट्रांसमीटर और रिसीवर, यूएसबी आउटपुट जैसे स्पेयर पार्ट्स का उपयोग करके इस रोबोट को बनाने में दो सप्ताह का समय लगा.
यह रोबोट दवा, भोजन, पानी जैसी लगभग 10-15 किलोग्राम की सामग्री का भार ले जा सकता है और इसकी ऑपरेटिंग रेंज मोबाइल फोन या कंप्यूटर के साथ 15-20 मीटर है. यह लगभग एक घंटे तक लगातार काम कर सकता है.
हरजीत ने कहा कि वह इसे राज्य सरकार को सौंपना चाहता है ताकि इसका इस्तेमाल कोविड अस्पतालों में किया जा सके.