नई दिल्ली : भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले एक लाख 12 हजार पार कर गए हैं. इस पर हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स-इंडिया (एएचपीआई) ने विभिन्न राज्यों में संक्रमण में भिन्नता पर गंभीर चिंता व्यक्त की है.
हेल्थ केयर प्रोवाइडर संगठन के महानिदेशक डॉ गिरिधर ज्ञानी ने कहा, 'इस समय प्रमुख चिंता संक्रमण में विभिन्न राज्यों की भिन्नता है. महाराष्ट्र में हमारे पास 12 प्रतिशत सकारात्मक मामले हैं, जबकि कर्नाटक और ओडिशा में यह एक प्रतिशत से भी कम है.'
डॉ गिरिधर ज्ञानी ने ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में उक्त बातें कही हैं.
महाराष्ट्र में कम से कम 40,000 कोविड के मामले दर्ज किए गए, तमिलनाडु लगभग 14,000 के पास, जबकि कर्नाटक जैसे राज्यों में 1,500 मामले और ओडिशा 1000 कोविड के मामले दर्ज किए गए.
डॉ ज्ञानी ने कहा, 'भारत में प्रति दिन एक लाख से अधिक कोविड 19 परीक्षण के बाद एक अध्ययन होना चाहिए, ऐसी विविधताएं क्यों हैं.'
इस तथ्य को स्वीकार करते हुए कि भारत में हर दिन कोविड का मामला बढ़ रहा है. डॉ ज्ञानी ने कहा कि मई के अंत तक कुल मामले 1.5 लाख को पार कर सकते हैं.
डॉ ज्ञानी ने कहा, 'हमारे पास रिकवरी की दर अच्छी है और यह आज 40 प्रतिशत को छू चुका है. इसलिए मई तक रिकवरी की दर 50 प्रतिशत को पार कर सकती है.'
स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार, कोविड-19 के कारण 45,299 लोग भारत में अब तक ठीक हो गए हैं.
हालांकि, उन्होंने इस संभावना से इंकार किया कि भारतीय कभी भी इस महामारी के चरण तीन में प्रवेश करेंगे, जो सामुदायिक संचरण है.