बेंगलुरु : बंगलौर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. जी नंजुंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में उनके आवास पर मौत हो गई.
नंजुंदन कन्नड़ साहित्यकार यूआर अनंतमूर्ति की कृतियों का तमिल में अनुवाद करते थे. इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है.
केंगेरी के पास नागदेवनाहल्ली में स्थित उनके आवास से प्रो. नंजुंदन का शव सड़ी अवस्था में पाया गया.
प्रो. नंजुंदन पिछले कुछ दिनों से विश्नविद्यालय भी नहीं जा रहे थे. विभाग के सहायक ने तमिलनाडु में रह रहीं उनकी पत्नी को प्रो. नंजुंदन के आवास का दरवाजा न खुलने की सूचना दी. जब वह आवास पर आईं तो दरवाजा न खुलने उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने दरवाजा खोला तो प्रो. नंदुंजन का शव सड़ी हुई अवस्था में मिला.
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शुरुआती जांच के अनुसार प्रो. नंजुंदन का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ है, हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि उनकी मौत केसे हुई. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.