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कोरोना संकट : डिजिटल परिवर्तन के दौर में व्यापार जगत, खर्च में कटौती नहीं

कोरोना वायरस महामारी पर बढ़ती चिंताओं के बीच, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (डीएक्स) पर खर्च धीमा नहीं होगा बल्कि यह तेज गति से आगे बढ़ेगा. अंतरराष्ट्रीय डेटा निगम ने अपने डेटा में इस बात का जिक्र किया है.

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Published : May 26, 2020, 1:33 PM IST

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प्रतीकात्मक तस्वीर

हैदराबाद : कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी पूरे विश्व के लिए बड़ी चुनौती है. इन चुनौतियों के कारण व्यावसायिक क्षेत्र अपने काम करने के तरीकों में बदलाव ला रहा है.

इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के नए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना चुनौती के बीच व्यावसायिक अभ्यासों, उत्पादों और संगठनों के डिजिटल परिवर्तन (डीएक्स) पर पानी की तरह पैसा बहाया जाएगा.

बाजार में अब भारी बदलाव के संकेत साफ दिख रहे हैं. समय की यह मांग है कि व्यवसाय के क्षेत्र को कोरोना काल में मजबूत करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जाए. ताकि व्यापार को नए सिरे से व्यवस्थित किया जा सके.

वस्तुतः 2020 में डीएक्स प्रौद्योगिकियों और सेवाओं पर 1.3 ट्रिलियन यूएस डॉलर खर्च किए जाएंगे.

आप शायद यह सुनकर चौंक गए होंगे. हालांकि यही सही है क्योंकि यह समय की मांग है. इन सेवाओं पर आगे दुनिया में 10.4 प्रतिशत खर्च बढ़ जाएंगे.

वर्तमान में जो स्थिति दुनिया के सामने मौजूद है, उसे देखकर तो यही लगता है कि उभरती टेक्नोलॉजी और उसके बढ़ते महत्व पर अधिक प्रकाश डाला जा रहा है.

पढ़ें : कोविड-19 के चलते 2020 की पहली तिमाही में वैश्विक व्यापार तीन प्रतिशत गिरा: संयुक्त राष्ट्र

आईडीसी के वरिष्ठ अनुसंधान प्रबंधक क्रेग सिम्पसन ने कहा कि कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ा है. इसलिए व्यापार जगत आईटी सेक्टर में निवेश कर रहा है.

डीएक्स प्रौद्योगिकी निवेश अभी कुछ हद तक प्रभावित हुआ है. चूंकि बड़े पैमाने पर कई डीएक्स परियोजनाएं चल रही हैं या योजना बनाई गई है, इसलिए यह रणनीतिक व्यापारिक पहलों के लिए महत्वपूर्ण है.

आईडीसी के प्री कोविड-19 के पूर्वानुमान की तुलना में, डीएक्स खर्च के लिए पांच साल की वृद्धि दर में दो प्रतिशत से भी कम की गिरावट आई है. आईडीसी की रिपोर्ट के शोध से पुष्टि होती है कि जो आर्थिक कठिनाई वर्तमान समय में हुई है, वह 2020 में डिजिटल परिवर्तन के विकास के साथ सीधे जुड़ा हुआ है.

एलीन स्मिथ (कस्टमर इनसाइट के आईडीसी कार्यक्रम के उपाध्यक्ष) ने कहा कि कोविड-19 ने 2020-2023 के बीच दुनियाभर में डीएक्स प्रौद्योगिकी निवेश का लगभग 500 बिलियन डॉलर का सफाया कर दिया है.

पढ़ें : संतुलित करें अपने बच्चों की आंखों पर पड़ने वाला डिजिटल तनाव

उन्होंने कहा, 'हालांकि कोरोना से हमें काफी नुकसान हुआ है, लेकिन इसके बावजूद विकास के अवसर उद्योग जगत में मौजूद होते हैं. जब हम इस पर आत्ममंथन करते हैं तो हमें सभी समस्याओं का हल प्राप्त हो जाता है.'

बताते चले कि संयुक्त राज्य अमेरिका डीएक्स खर्च के लिए सबसे बड़ा भौगोलिक बाजार बना रहेगा, जो 2020 में दुनियाभर में लगभग एक तिहाई है.

पश्चिमी यूरोप डीएक्स पर खर्च के लिए दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा. वह चीन के बराबर ही कदमताल करते हुए आगे बढ़ेगा.

यहां यह उल्लेख करना उचित है कि आईडीसी की खर्च करने वाली मार्गदर्शिकाएं क्षेत्रीय, ऊर्ध्वाकार उद्योग (Vertical industry), उपयोग के मामले, खरीदार और प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण से प्रमुख प्रौद्योगिकी बाजारों का एक बड़ा दृश्य प्रदान करती हैं.

कोरोना संकट काल में व्यापार जगत तेजी से डिजिटल परिवर्तन की दौर से गुजर रहा है. यह समय की मांग भी है. इसके लिए काफी पैसे खर्च किए जा रहे हैं.

हैदराबाद : कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी पूरे विश्व के लिए बड़ी चुनौती है. इन चुनौतियों के कारण व्यावसायिक क्षेत्र अपने काम करने के तरीकों में बदलाव ला रहा है.

इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के नए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना चुनौती के बीच व्यावसायिक अभ्यासों, उत्पादों और संगठनों के डिजिटल परिवर्तन (डीएक्स) पर पानी की तरह पैसा बहाया जाएगा.

बाजार में अब भारी बदलाव के संकेत साफ दिख रहे हैं. समय की यह मांग है कि व्यवसाय के क्षेत्र को कोरोना काल में मजबूत करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जाए. ताकि व्यापार को नए सिरे से व्यवस्थित किया जा सके.

वस्तुतः 2020 में डीएक्स प्रौद्योगिकियों और सेवाओं पर 1.3 ट्रिलियन यूएस डॉलर खर्च किए जाएंगे.

आप शायद यह सुनकर चौंक गए होंगे. हालांकि यही सही है क्योंकि यह समय की मांग है. इन सेवाओं पर आगे दुनिया में 10.4 प्रतिशत खर्च बढ़ जाएंगे.

वर्तमान में जो स्थिति दुनिया के सामने मौजूद है, उसे देखकर तो यही लगता है कि उभरती टेक्नोलॉजी और उसके बढ़ते महत्व पर अधिक प्रकाश डाला जा रहा है.

पढ़ें : कोविड-19 के चलते 2020 की पहली तिमाही में वैश्विक व्यापार तीन प्रतिशत गिरा: संयुक्त राष्ट्र

आईडीसी के वरिष्ठ अनुसंधान प्रबंधक क्रेग सिम्पसन ने कहा कि कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ा है. इसलिए व्यापार जगत आईटी सेक्टर में निवेश कर रहा है.

डीएक्स प्रौद्योगिकी निवेश अभी कुछ हद तक प्रभावित हुआ है. चूंकि बड़े पैमाने पर कई डीएक्स परियोजनाएं चल रही हैं या योजना बनाई गई है, इसलिए यह रणनीतिक व्यापारिक पहलों के लिए महत्वपूर्ण है.

आईडीसी के प्री कोविड-19 के पूर्वानुमान की तुलना में, डीएक्स खर्च के लिए पांच साल की वृद्धि दर में दो प्रतिशत से भी कम की गिरावट आई है. आईडीसी की रिपोर्ट के शोध से पुष्टि होती है कि जो आर्थिक कठिनाई वर्तमान समय में हुई है, वह 2020 में डिजिटल परिवर्तन के विकास के साथ सीधे जुड़ा हुआ है.

एलीन स्मिथ (कस्टमर इनसाइट के आईडीसी कार्यक्रम के उपाध्यक्ष) ने कहा कि कोविड-19 ने 2020-2023 के बीच दुनियाभर में डीएक्स प्रौद्योगिकी निवेश का लगभग 500 बिलियन डॉलर का सफाया कर दिया है.

पढ़ें : संतुलित करें अपने बच्चों की आंखों पर पड़ने वाला डिजिटल तनाव

उन्होंने कहा, 'हालांकि कोरोना से हमें काफी नुकसान हुआ है, लेकिन इसके बावजूद विकास के अवसर उद्योग जगत में मौजूद होते हैं. जब हम इस पर आत्ममंथन करते हैं तो हमें सभी समस्याओं का हल प्राप्त हो जाता है.'

बताते चले कि संयुक्त राज्य अमेरिका डीएक्स खर्च के लिए सबसे बड़ा भौगोलिक बाजार बना रहेगा, जो 2020 में दुनियाभर में लगभग एक तिहाई है.

पश्चिमी यूरोप डीएक्स पर खर्च के लिए दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र होगा. वह चीन के बराबर ही कदमताल करते हुए आगे बढ़ेगा.

यहां यह उल्लेख करना उचित है कि आईडीसी की खर्च करने वाली मार्गदर्शिकाएं क्षेत्रीय, ऊर्ध्वाकार उद्योग (Vertical industry), उपयोग के मामले, खरीदार और प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण से प्रमुख प्रौद्योगिकी बाजारों का एक बड़ा दृश्य प्रदान करती हैं.

कोरोना संकट काल में व्यापार जगत तेजी से डिजिटल परिवर्तन की दौर से गुजर रहा है. यह समय की मांग भी है. इसके लिए काफी पैसे खर्च किए जा रहे हैं.

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