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जम्मू-कश्मीर : हालात पर नियंत्रण के लिए खास रणनीति, DGP ने दी जानकारी

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने प्रदेश में शांति स्थापित करने के लिए जनता को द्वारा किये गए सहयोग की सराहना की है. उन्होंने कहा है कि सुरक्षाबल शांति बनाए रखने के लिए दो तरफा रणनीति का अपना रहे हैं. जानें पूरा विवरण

दिलबाग सिंह DGP जम्मू-कश्मीर
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Published : Aug 18, 2019, 10:16 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 10:58 AM IST

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा है कि पुलिस आतंकवादियों पर दबाव बना रही है. उन्होंने कहा कि इसका मकसद उन्हें अलग-थलग करना है, जिससे वे आम जनता को गुमराह न कर सकें.

दरअसल, दिलबाग सिंह पिछले साल से जम्मू-कश्मीर पुलिस का नेतृत्व कर रहे हैं. वे 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. दिलबाग सिंह ने एक साक्षात्कार में जम्मू-कश्मीर के लोगों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, हालांकि पुलिस, अर्धसैनिक बलों और सेना की सुरक्षा टीमों ने शानदार काम किया है, लेकिन प्रदेश के लोगों द्वारा सहयोग बढ़ाने की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए.

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राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सुरक्षाबल के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह

दिलबाग सिंह ने जम्मू-कश्मीर में किए गए संवैधानिक परिवर्तनों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा, 'मेरा मानना ​​है कि राज्य में सकारात्मक विकास के युग की शुरुआत हुई है और लोगों को इसके बारे में अच्छी बातें समझनी चाहिए.'

उन्होंने कहा कि पुलिस बल के प्रमुख के रूप में यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य था कि कुछ मुट्ठी भर आतंकवादी, जो मुख्य रूप से पाकिस्तानी हैं, उन्हें जम्मू और कश्मीर में आम जनता को गुमराह करने की अनुमति नहीं है.

'उन्होंने कहा कि हमारी आतंकवाद विरोधी इकाई इन आतंकवादियों को खाड़ी तक सीमित रखने का दबाव बनाए हुए है और निश्चित रूप से हम ऐसा करने में सफल रहे हैं.'

दिलबाग सिंह ने कहा कि सुरक्षा बल राज्य में शांति बनाए रखने के लिए दो-तरफा रणनीति का पालन कर रहे हैं. उन्होंने बताया, 'जबकि आतंकवाद विरोधी ग्रिड आतंकवादियों पर दबाव बना रहा है, शेष सुरक्षा बल सुनिश्चित कर रहे हैं कि कानून और व्यवस्था नियंत्रण में रहे. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल किसी भी स्थिति में हाथ से निकलने नहीं देंगे'.

उन्होंने स्वीकार किया कि पिछले 13 दिनों में कुछ मामूली घटनाएं हुई हैं ,'लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें स्थानीय रूप से नियंत्रित किया गया था। कुछ नागरिकों और पुलिसकर्मियों को चोटें आईं लेकिन उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.'

पढ़ें-JK DGP दिलबाग सिंह ने किया दक्षिण कश्मीर का दौरा

बता दें कि केंद्र सरकार फैसले के पहले से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और संवेदनशील इलाकों में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. केंद्र सरकार ने बीते पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म करने का फैसला लिया था.

केंद्र के फैसले के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हो गया, और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का एलान किया गया. लद्दाख को भी केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है.

(पीटीआई इनपुट)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा है कि पुलिस आतंकवादियों पर दबाव बना रही है. उन्होंने कहा कि इसका मकसद उन्हें अलग-थलग करना है, जिससे वे आम जनता को गुमराह न कर सकें.

दरअसल, दिलबाग सिंह पिछले साल से जम्मू-कश्मीर पुलिस का नेतृत्व कर रहे हैं. वे 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं. दिलबाग सिंह ने एक साक्षात्कार में जम्मू-कश्मीर के लोगों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, हालांकि पुलिस, अर्धसैनिक बलों और सेना की सुरक्षा टीमों ने शानदार काम किया है, लेकिन प्रदेश के लोगों द्वारा सहयोग बढ़ाने की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए.

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राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सुरक्षाबल के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह

दिलबाग सिंह ने जम्मू-कश्मीर में किए गए संवैधानिक परिवर्तनों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा, 'मेरा मानना ​​है कि राज्य में सकारात्मक विकास के युग की शुरुआत हुई है और लोगों को इसके बारे में अच्छी बातें समझनी चाहिए.'

उन्होंने कहा कि पुलिस बल के प्रमुख के रूप में यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य था कि कुछ मुट्ठी भर आतंकवादी, जो मुख्य रूप से पाकिस्तानी हैं, उन्हें जम्मू और कश्मीर में आम जनता को गुमराह करने की अनुमति नहीं है.

'उन्होंने कहा कि हमारी आतंकवाद विरोधी इकाई इन आतंकवादियों को खाड़ी तक सीमित रखने का दबाव बनाए हुए है और निश्चित रूप से हम ऐसा करने में सफल रहे हैं.'

दिलबाग सिंह ने कहा कि सुरक्षा बल राज्य में शांति बनाए रखने के लिए दो-तरफा रणनीति का पालन कर रहे हैं. उन्होंने बताया, 'जबकि आतंकवाद विरोधी ग्रिड आतंकवादियों पर दबाव बना रहा है, शेष सुरक्षा बल सुनिश्चित कर रहे हैं कि कानून और व्यवस्था नियंत्रण में रहे. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल किसी भी स्थिति में हाथ से निकलने नहीं देंगे'.

उन्होंने स्वीकार किया कि पिछले 13 दिनों में कुछ मामूली घटनाएं हुई हैं ,'लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें स्थानीय रूप से नियंत्रित किया गया था। कुछ नागरिकों और पुलिसकर्मियों को चोटें आईं लेकिन उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.'

पढ़ें-JK DGP दिलबाग सिंह ने किया दक्षिण कश्मीर का दौरा

बता दें कि केंद्र सरकार फैसले के पहले से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और संवेदनशील इलाकों में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. केंद्र सरकार ने बीते पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म करने का फैसला लिया था.

केंद्र के फैसले के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हो गया, और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का एलान किया गया. लद्दाख को भी केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है.

(पीटीआई इनपुट)

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JK-DGP-INTERVIEW
Focus of JK police to isolate terrorists, not let them mislead people: DGP
By Sumir Kaul
         Srinagar, Aug 18 (PTI) The Jammu and Kashmir police is maintaining pressure on terrorists to isolate them so that they cannot mislead the general public, Director General of Police Dilbagh Singh has said.         
         In an interview with PTI, Singh, who has been leading the force since last year, thanked the people of the state for their cooperation in maintaining law and order.
         "While the security teams comprising police, para-military forces and army have done a splendid job, one should not neglect the cooperation extended by people of the state," he said.
         Security presence in the state has been stepped up and stringent restrictions put in place since August 5 when the Centre scrapped provisions of Article 370, which granted special status to Jammu and Kashmir, and also divided the state into two Union Territories.                                    
         Singh, a 1987-batch IPS officer, refused to comment on the Constitutional changes made in the state, but said, "I believe an era of positive development has been ushered in the state. And people should understand good things about it."
         He said as a police force head it was his duty to ensure that a handful of terrorists, who are mainly from Pakistan, are not allowed to misguide the general public in Jammu and Kashmir.
         "Our counterinsurgency unit is maintaining pressure to keep these terrorists at bay and definitely we have been able to do it," he said.
         Singh, who is busy talking to district superintendents of police and giving them a pep-talks on phone, says the force is following a two-pronged strategy to maintain peace and tranquillity in the state.
         "While the counterinsurgency grid is maintaining pressure on terrorists, the remaining security forces are ensuring that law and order is under control."
         Security forces would not allow either of the situation to get out hand, he said.
         He acknowledged that there have been minor incidents in past 13 days "but they were controlled locally by police officials. There were injuries to some civilians and policemen but they were discharged after first aid." PTI SKL
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Last Updated : Sep 27, 2019, 10:58 AM IST

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