श्रीनगर : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) प्रमुख राकेश अस्थाना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) से आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों के बीच बृहस्पतिवार को कहा कि कश्मीर में बहुत भारी बर्फबारी से पहले की अवधि आतंकवादियों के लिए इस तरफ आने के लिए बहुत उपयुक्त है. इस स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बल तैयार है.
बीएसएफ महानिदेशक राकेश अस्थाना ने कहा कि बल इस मोर्चे पर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की लगातार कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम पहली रक्षा पंक्ति हैं और हम देश की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध और दृढ़ हैं. अस्थाना पैरा-एथलीटों का समर्थन करने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक छठीं इन्फिनिटी राइड 2020 को झंडी दिखाकर रवाना किये जाने के एक समारोह के मौके पर पत्रकारों से बात कर रहे थे.
घुसपैठ की कोशिशों को लेकर सतर्क
जम्मू में इससे पहले सुबह हुई एक मुठभेड़ में चार आतंकवादियों के मारे जाने का जिक्र करते हुए बीएसएफ महानिदेशक अस्थाना ने कहा कि यह इसलिए हुआ, क्योंकि सुरक्षा बल सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को लेकर सतर्क थे.
उन्होंने कहा कि बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों के आस-पास रहने वाले नागरिकों को लेकर प्रतिबद्ध है. सीमा सुरक्षा बल उन्हें कठिन समय में हर तरह की सहायता प्रदान करेगा.
अधिकारी ने कहा कि बल पाकिस्तान द्वारा हाल में किये गए संघर्ष विराम उल्लंघन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपनी नागरिक कार्य योजना के तहत एक चिकित्सा शिविर का आयोजन कर रहा है.
मारे गए आतंकी कश्मीर चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना चाहते थे- पुलिस महानिरीक्षक
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने यहां एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान ने इस तरफ आतंकियों की घुसपैठ कराने और आगामी चुनावों को बाधित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं.
इसके लिए जम्मू पुलिस और सुरक्षाबलों ने चार पाकिस्तानियों (आतंकियों) को धराशायी कर अच्छा काम किया है. उनका उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कश्मीर आना था.
आईजी ने कहा कि हमें आशंका थी कि आतंकी चुनावों को प्रभावित करने के प्रयास में हैं, लेकिन सुरक्षा बल हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थे.
आतंकियों के हमले की आशंकाएं
उन्होंने कहा कि चाहे कोई चुनाव हो या 15 अगस्त या 26 जनवरी या यहां तक कि कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति आ रहा हो, आतंकियों के हमले की आशंकाएं हमेशा बनी रहती हैं, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं. हम उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और उन्होंने कल से चुनाव प्रचार के लिए मैदान में जाना शुरू कर दिया है और डरने की कोई बात नहीं है.
कुमार ने कहा कि हालांकि, 28 नवंबर से शुरू होने वाले चुनाव में प्रत्येक उम्मीदवार को सुरक्षा प्रदान करना मुश्किल है. सभी को सुरक्षा स्थान पर रखा जा रहा है. हम उन्हें सामूहिक सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में रख रहे हैं. जब भी कोई उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए बाहर जाता है, हम उसके साथ दोहरी सुरक्षा प्रदान करते हैं और उसके लिए प्रचार के लिए क्षेत्र को सुरक्षित करते हैं.
नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से घुसपैठ करने की ताक में बैठे आतंकियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर आईजी ने कहा कि इस बात की जानकारी मिली थी कि करीब 250 आतंकवादी वहां मौजूद हैं, लेकिन पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल चौकन्ने हैं.
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके में बुधवार को हुए ग्रेनेड हमले के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि पुलिस ने इस घटना के जिम्मेदार आतंकी की पहचान कर ली है.