नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इतिहास में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. 48 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ 10 जून, 2019 दिल्ली के इतिहास का सबसे गर्म दिन रहा.
इससे पहले नौ जून, 2014 को पालम में सबसे ज्यादा 47.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था.
भारत मौसम विभाग के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पालम वेधशाला में सोमवार को दिल्ली के इतिहास में सबसे अधिक तापमान, 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
उन्होंने बताया, 'रूखी पछुआ हवाओं, पश्चिम विक्षोभ का मैदानी इलाकों पर कोई प्रभाव नहीं होना और जून के महीने की भीषण गर्मी के कारण तापमान इतना ज्यादा हुआ है.'
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उन्होंने कहा, 'दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण संभवत: मंगलवार को तापमान में एक-दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आए. लेकिन लू चलना जारी रहेगा.'
हालांकि, सफदरजंग वेधशाला में सोमवार के लिए अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
मौसम विभाग के अनुसार, यदि किसी क्षेत्र में तापमान लगातार दो दिन 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहे तो वहां लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है. यदि पारा 47 डिग्री से या उससे ऊपर चला जाए तो लू की गंभीर स्थिति बन जाती है.
विभाग ने बताया कि दिल्ली जैसी छोटी जगहों पर अगर तापमान एक दिन भी 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाए तो लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है.