गुवाहाटी : हिंदुत्व विचारक वीर सावरकार के लिए भारत रत्न की महाराष्ट्र भाजपा की मांग पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता देवव्रत सैकिया ने जोर देकर कहा कि यह महात्मा गांधी की स्मृतियों का अपमान है. उन्होंने कहा कि सावरकर पर राष्ट्रपिता की हत्या के मामले में सह-साजिशकर्ता होने का आरोप लगाया गया था.
बता दें कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने हिंदुत्व के सबसे बड़े पैरोकारों में से एक सावरकर को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार देने का प्रस्तावित की है.
दरअसल असम विधानसभा में विपक्ष के नेता सैकिया का कहना है, 'मरणोपरांत सावरकर को भारत रत्न देने की मांग करना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृति का अपमान है.'
उन्होंने एक बयान में कहा कि सावरकर पर महात्मा गांधी की हत्या के मामले में सह-साजिशकर्ता होने का आरोप लगाया गया था.
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हालाकि, साक्ष्यों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया गया था. इस मामले में सरदार वल्लभभाई पटेल आश्वस्त थे कि सावरकर गांधी की हत्या के लिए दोषी थे.
सैकिया ने फरवरी 1948 में सरदार पटेल के जवाहरलाल नेहरू को लिखे पत्र का उल्लेख करते कहा, 'वह सीधा सावरकर के नीचे काम करने वाला हिन्दू महासभा का कट्टरपंथी गुट था जिसने साजिश रची.'
सैकिया ने दावा करते हुए कहा, 'कपूर आयोग ने बाद में गांधी की हत्या के षड्यंत्र की जाँच की थी. आयोग ने 1969 की अपनी रिपोर्ट में संकेत दिया था कि सावरकर और उनका गुट गांधी की हत्या में शामिल था.'