इंदौर : कोरोना का प्रभाव इंदौर में लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस से संक्रमित कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियां मुक्तिधाम में ही रखी हुई हैं. परिजन अभी इन अस्थियों को यहां से नहीं ले जा रहे हैं. उनका कहना है कि जब लॉकडाउन खत्म होगा तभी इन अस्थियों को विसर्जन किया जाएगा.
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना सामूहिक जिम्मेदारी है, जिन परिवारों में इस वायरस से लोगों का निधन हुआ है, वह इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं, कई परिवारों ने अंतिम संस्कार के बाद अस्थियां सिर्फ इसलिए सहेज कर रखी हैं क्योंकि देशभर में लॉकडाउन चल रहा है. संभावना जताई जा रही है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना ही अपनों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है.
जिसके चलते कोविड-19 से मृत लोगों के परिजनों ने अपनों की अस्थियों को सहेज कर रख लिया है, जब लॉकडाउन खुलेगा तो उन्हें देश की अलग-अलग पवित्र नदियों में विसर्जित कर दिया जाएगा.
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इंदौर के श्मशान घाटों की बात करें तो यहां पर कई लोगों ने अस्थियों को सहेज के रखा है. जिसके कारण पूरे कमरे में अस्थियों के कलश नजर आ रहे हैं. फिलहाल 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है. उसके बाद ही इन अस्थियों को उनके परिजन नदियों में विसर्जित करेंगे.