नई दिल्ली : भारत के शीर्ष दवा नियामक, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने डॉ. रेड्डीज और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल के चरण तृतीय के बारे में और जानकारी मांगी है.
डॉ. रेड्डीज ने 2-Deoxy-D-Glucose ओरल पाउडर का प्रस्ताव रखा था. DCGI के विशेषज्ञों ने फेज-2b से मिली जानकारी के अनुसार 90 एमजी/किलो की डोज को सही पाया है. हालांकि, फेज-2 का सैंपल आकार बाजार में उतारने के लिए मंजूरी देने के लिए छोटा है.
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने डीसीजीआई से संपर्क किया है, ताकि परीक्षण में अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया जा सके. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है. फार्मा कंपनी ने छह अक्टूबर को प्रोटोकॉल में बदलाव के लिए अनुमति मांगी थी.
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गहन विचार-विमर्श के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को प्रोटोकॉल में बदलाव की अनुमति मिल गई. हालांकि, उसकी कुछ शर्तें भी हैं. समिति ने पिरामल और कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के नैदानिक प्रोटोकॉल में संशोधन की अनुशंसा की है. समिति ने, ओटिलिमाब दवाओं के लिए प्रोटोकॉल संशोधन को मंजूरी नहीं दी.
समिति ने जेएसएस के फार्मास्यूटिकल्स को अपनी दवा ओपगनिब के बारे में और अधिक डेटा प्रस्तुत करने के लिए कहा है.
इस बीच देश में संक्रमितों की संख्या दो गुनी होने की अवधि 73 दिन हो गई है. अगस्त के मध्य में यह 25.5 दिन थी. बीते 24 घंटे में 81 हजार से ज्यादा लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. इसी के साथ ही ठीक होने की दर 87.36 प्रतिशत पर पहुंच गई है.