लंदन: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी बुधवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में तीसरी बार दाखिल की गई जमानत अर्जी खारिज कर दी गई. नीले रंग के परिधान पहने नीरव मोदी पहने कोर्ट पहुंचा. वहां उसकी पेशी न्यायाधीश अरबूथनॉट के सामने हुई. अदालत की कार्यवाही के दौरान वह एक शीशे के कक्ष में बैठा हुआ था.
नीरव मोदी की ओर से वकील ने पक्ष रखते हुए कहा कि बेल सेक्योरिटी की राशि दोगुना कर के 2 मिलियन पाउंड देने को तैयार हैं. साथ ही बेल के बाद भी लंदन स्थित फ्लैट में ही नीरव रहेंगे.
वकील ने कहा कि जेल में रहने लायक परिस्थितियां नहीं हैं. मोदी जेल से निकल कर हर परिस्थिती में रहने के लिए तैयार है.
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महिला जज वकील की बात से सहमत नहीं हुईं. इसी के साथ उन्होंने नीरव को बेल न देने का निर्णय लिया. जज का कहना था कि एक बार जेल से बाहर जाने के बाद वो सरेंडर नहीं करेगा.
इसके साथ ही बता दे नीरव मोदी का केस लड़ रहे वकील का नाम मोटगोमरी है. इन्होंने ही विजय माल्या का भी केस लड़ा था. विजय माल्या भी भगोड़ा कारोबारी है और किंगफिशर का मालिक.
बता दें, नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी है. इसके साथ उसके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग 2 बिलियन अमरीकी डालर का मामला भी चल रहा है. इसके साथ मेहुल चौकसी भी इस मामले में आरोपी है. दोनों ही 2018 में मामले को संज्ञान में लिए जाने से पहले देश छोड़ कर फरार हो गए थे. चौकसी की भी भारत तलाश कर रहा है.
इससे पहले भी दो बार नीरव मोदी की बेल याचिका खारिज हो चुकी है. पहली बार 20 मार्च को नीरव की बेल खारिज हुई. उसके बाद एकबार नीरव की याचिका 29 मार्च को खारिज कर दी गई. नीरव के वकील ने तीसरी बार अर्जी दायर की थी.
बता दे की पहले अटकले लगाई जा रही थीं कि नीरव अदालत में पेशी वीडियो लिंक के जरिए होगी और फिर सुनवाई चलेगी. इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी. बाद नीरव की पेशी हुई.
नीरव इस समय साउथ-वेस्ट लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है. मार्च में उसकी गिरफ्तारी हुई थी.