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बिहार : मुफ्त वैक्सीन के वादे पर छिड़ी 'जंग', चुनाव आयोग में शिकायत

भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में बिहार के सभी लोगों के लिए कोरोना के टीके मुफ्त में देने की घोषणा की है. इसके बाद इस विषय पर बवाल मच गया है. विपक्षी पार्टियों ने निशाना साधते हुए कहा कि टीके पर हक पूरे देश का है. इस मामले पर चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई है.

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Published : Oct 22, 2020, 5:28 PM IST

Updated : Oct 23, 2020, 10:18 AM IST

मुफ्त वैक्सीन के वादे पर छिड़ी जंग,
मुफ्त वैक्सीन के वादे पर छिड़ी जंग,

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया. इसमें पार्टी ने कोरोना का टीका मुफ्त में देने की घोषणा कर दी. इसे लेकर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है.

सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है. शिकायत में कहा गया है कि कोरोना के टीका पर पूरे देश का हक है. और इसे मुफ्त में देने की घोषणा चुनाव के दौरान नहीं की जा सकती है. यह सरासर मतदाताओं को लुभाने का अनुचित प्रयास है ऐसा करके भाजपा ने चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है.

साकेत गोखले का ट्वीट.
साकेत गोखले का ट्वीट.

आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना में भाजपा का घोषणा पत्र जारी करते हुए सभी बिहार वासियों को कोरोना का टीका मुफ्त में देने की घोषणा की.

सवाल ये उठाया जा रहा है केंद्र सरकार ने कोरोना के टीके को लेकर अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है. क्या यह टीका मुफ्त में मिलेगा, या इसके पैसे लिए जाएंगे. इसके बावजूद भाजपा ने मुफ्त में टीका वितरण की घोषणा क्यों कर दी.

भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि जैसे ही आईसीएमआर कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी देगी, उसे बिहार के सभी लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. उसका कोई चार्ज नहीं लगेगा.

डीएमके

तमिलनाडु में डीएमके विधायक और सरवाना अस्पताल के संस्थापक डॉ पी सरवनन ने बिहार के लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने वाले बीजेपी के चुनावी वादे की आलोचना की.

ईटीवी भारत से बात करते हुए सरवनन ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक फायदे के लिए वैक्सीन का सहारा ले रही है.

उन्होंने कहा कि कोरोनो वायरस वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए भारत सहित कई देशों में परीक्षण चल रहे हैं. एक टीके को कई परीक्षणों के बाद जनता के लिए उपलब्ध होने में एक साल तक का समय लग सकता है और मुफ्त टीके देने के वादे के साथ भाजपा लोगों को धोखा दे रही है.

कांग्रेस

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कोविड के खिलाफ रणनीति की घोषणा की है. कृपया राज्यवार चुनाव की तारीखों का ब्योरा देखें और बताएं कि कब तक उपलब्ध हो पाएगा. एक और झूठा वादा.

आरजेडी
महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने भाजपा के इस घोषणा की तीखी आलोचना की है.

उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है! बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने बच्चों का भविष्य नहीं बेचते!

यह भी पढ़ें- भाजपा का घोषणा पत्र जारी, कोरोना वैक्सीन का टीका मुफ्त देने का वादा

शिवसेना
बिहार चुनाव में भाजपा की तरफ से बिहारियों को कोरोना का मुफ्त टीका देने की बात कही गई है, भाजपा के इस आश्वासन पर शिवसेना की प्रवक्त प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विट कर तंज कसा है. वैक्सीन आयी नहीं है अब तक पर चुनावी जुमलों का हिस्सा ज़रूर बन गई है. क्या केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी सारे राज्यों के लोगों के लिए एक समान नहीं होनी चाहिए?

प्रियंका चतुर्वेदी का ट्वीट.
प्रियंका चतुर्वेदी का ट्वीट.

भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा है. मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया है कि राजग के घोषणापत्र में बिहार के लोगों के लिए नि:शुल्क टीके की बात कही गई है. यह भाजपा और जदयू का एक चुनावी वादा है.

भूपेश बघेल का ट्वीट.
भूपेश बघेल का ट्वीट.

बघेल ने नीचे लिखा है, नोट: घोषणापत्र किए जाने वाले वादों की एक सूची है जिसमें कहा गया है कि यदि सरकार सत्ता में आती है तो वह नागरिकों के स्वास्थ्य का राजनीतिकरण करेंगे.

मुख्यमंत्री ने यह भी लिखा है कि इस चुनावी वादे के साथ भाजपा ने यह भी संकेत किया है कि दूसरे राज्यों में जहां चुनाव नहीं हो रहे हैं वहां के नागरिकों को टीके के लिए भुगतान करना होगा.

सीपीएम
सीपीएम नेता हन्नान मोल्लाह ने भाजपा के घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है. झूठ बोलना भाजपा का कल्चर है. भाजपा ने एक साल में दो साल एक करोड़ नौकरी और छह साल में 12 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, जो अभी भी पूरा नहीं हुआ है. इसके बजाय लॉकडाउन की वजह से दस से 12 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं. नागरिकों को बचाने के लिए वैक्सीन देना सरकार की जिम्मेदारी है. भाजपा ने बिहारियों को वैक्सीन मुफ्त देने के लिए कहा है यह भाजपा मात्र एक जुमला है.

हन्नान मोल्लाह का बयान.

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया. इसमें पार्टी ने कोरोना का टीका मुफ्त में देने की घोषणा कर दी. इसे लेकर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है.

सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है. शिकायत में कहा गया है कि कोरोना के टीका पर पूरे देश का हक है. और इसे मुफ्त में देने की घोषणा चुनाव के दौरान नहीं की जा सकती है. यह सरासर मतदाताओं को लुभाने का अनुचित प्रयास है ऐसा करके भाजपा ने चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है.

साकेत गोखले का ट्वीट.
साकेत गोखले का ट्वीट.

आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना में भाजपा का घोषणा पत्र जारी करते हुए सभी बिहार वासियों को कोरोना का टीका मुफ्त में देने की घोषणा की.

सवाल ये उठाया जा रहा है केंद्र सरकार ने कोरोना के टीके को लेकर अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है. क्या यह टीका मुफ्त में मिलेगा, या इसके पैसे लिए जाएंगे. इसके बावजूद भाजपा ने मुफ्त में टीका वितरण की घोषणा क्यों कर दी.

भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि जैसे ही आईसीएमआर कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी देगी, उसे बिहार के सभी लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. उसका कोई चार्ज नहीं लगेगा.

डीएमके

तमिलनाडु में डीएमके विधायक और सरवाना अस्पताल के संस्थापक डॉ पी सरवनन ने बिहार के लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने वाले बीजेपी के चुनावी वादे की आलोचना की.

ईटीवी भारत से बात करते हुए सरवनन ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक फायदे के लिए वैक्सीन का सहारा ले रही है.

उन्होंने कहा कि कोरोनो वायरस वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए भारत सहित कई देशों में परीक्षण चल रहे हैं. एक टीके को कई परीक्षणों के बाद जनता के लिए उपलब्ध होने में एक साल तक का समय लग सकता है और मुफ्त टीके देने के वादे के साथ भाजपा लोगों को धोखा दे रही है.

कांग्रेस

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कोविड के खिलाफ रणनीति की घोषणा की है. कृपया राज्यवार चुनाव की तारीखों का ब्योरा देखें और बताएं कि कब तक उपलब्ध हो पाएगा. एक और झूठा वादा.

आरजेडी
महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने भाजपा के इस घोषणा की तीखी आलोचना की है.

उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है! बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने बच्चों का भविष्य नहीं बेचते!

यह भी पढ़ें- भाजपा का घोषणा पत्र जारी, कोरोना वैक्सीन का टीका मुफ्त देने का वादा

शिवसेना
बिहार चुनाव में भाजपा की तरफ से बिहारियों को कोरोना का मुफ्त टीका देने की बात कही गई है, भाजपा के इस आश्वासन पर शिवसेना की प्रवक्त प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विट कर तंज कसा है. वैक्सीन आयी नहीं है अब तक पर चुनावी जुमलों का हिस्सा ज़रूर बन गई है. क्या केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी सारे राज्यों के लोगों के लिए एक समान नहीं होनी चाहिए?

प्रियंका चतुर्वेदी का ट्वीट.
प्रियंका चतुर्वेदी का ट्वीट.

भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा है. मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया है कि राजग के घोषणापत्र में बिहार के लोगों के लिए नि:शुल्क टीके की बात कही गई है. यह भाजपा और जदयू का एक चुनावी वादा है.

भूपेश बघेल का ट्वीट.
भूपेश बघेल का ट्वीट.

बघेल ने नीचे लिखा है, नोट: घोषणापत्र किए जाने वाले वादों की एक सूची है जिसमें कहा गया है कि यदि सरकार सत्ता में आती है तो वह नागरिकों के स्वास्थ्य का राजनीतिकरण करेंगे.

मुख्यमंत्री ने यह भी लिखा है कि इस चुनावी वादे के साथ भाजपा ने यह भी संकेत किया है कि दूसरे राज्यों में जहां चुनाव नहीं हो रहे हैं वहां के नागरिकों को टीके के लिए भुगतान करना होगा.

सीपीएम
सीपीएम नेता हन्नान मोल्लाह ने भाजपा के घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है. झूठ बोलना भाजपा का कल्चर है. भाजपा ने एक साल में दो साल एक करोड़ नौकरी और छह साल में 12 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, जो अभी भी पूरा नहीं हुआ है. इसके बजाय लॉकडाउन की वजह से दस से 12 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं. नागरिकों को बचाने के लिए वैक्सीन देना सरकार की जिम्मेदारी है. भाजपा ने बिहारियों को वैक्सीन मुफ्त देने के लिए कहा है यह भाजपा मात्र एक जुमला है.

हन्नान मोल्लाह का बयान.
Last Updated : Oct 23, 2020, 10:18 AM IST
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