अलवर : अलवर के खैरथल में शराब ठेके पर काम करने वाले सेल्समैन को जिंदा जलाकर मारने का मामला सामने आया है. कर्मचारी का शव डीप फ्रीजर में से बरामद हुआ है. परिजनों का आरोप है कि युवक को ठेके में बंद कर सुनयोजित तरीके से आग लगाकर उसकी हत्या की गई है. परिजनों ने हत्या के आरोप में जमकर हंगामा किया.
बताया जा रहा है कि 5 महीने का वेतन मांगने पर ठेकेदार ने सेल्समैन को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया. इस घटना के बाद एक बार फिर से प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. भाजपा नेता कांग्रेस सरकार अशोक गहलोत को घेरने में लगे हैं.
जानकारी के अनुसार झाड़का निवासी रूपसिंह पुत्र रमेशचंद ने खैरथल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका छोटा भाई कमल किशोर (22) पुत्र रमेशचंद शराब के ठेके पर काम करता था. ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव शनिवार शाम कमल किशोर को बुलाकर ले गए और रात में पेट्रोल छिड़ककर दुकान को आग के हवाले कर दिया.
इससे कमल किशोर की अंदर ही जिंदा जलने से मौत हो गई. सुबह आग की सूचना पर सभी वहां पहुंचे, तो देखा की शटर बंद था. शटर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर रोंगटे खड़े हो गए. पूरी दुकान जली हुई थी और उसका भाई डीप फ्रीज के अंदर मृत पड़ा था.
परिजनों का आरोप- वेतन मांगने पर हुई हत्या
सेल्समैन के परिजनों का आरोप है कि कमल किशोर ने अपने ठेकेदार से वेतन मांगा. इस पर ठेकेदार व उसके साथियों ने कमल किशोर पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया. पुलिस को शव ठेके के डीप फ्रीजर में मिला है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची व मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
शराब के ठेके में आग लगने के बाद से ही ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव फरार हैं. दुकान में लाखों का माल जलने के बाद भी वे सामने नहीं आए और हत्या के आरोप के बाद भी पुलिस ने ना ही उनकी तलाश की. पुलिस का कहना है कि मौके पर टीम बुलाकर जांच कराई जाएगी. मामले में और साक्ष्य जुटाने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.
मामले की जांच जारी
परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर हत्या और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. दुकान की चाबी मृतक के पास ही मिली है. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की जांच किशनगढ़बास डीएसपी कर रहे हैं.
अशोक गहलोत पर भाजपा हुई हमलावर
इस घटना ने पूरे प्रदेश में तूल पकड़ लिया है. लगातार नेताओं की तरफ से बयानबाजी हो रही है. भाजपा के नेता लगातार कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरने में लगे हुए हैं. हालांकि, अभी तक कांग्रेस नेताओं की तरफ से किसी भी तरह का बयान सामने नहीं आया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि पहले करौली और अब अलवर में हुई इस हत्या से साफ हो जाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है. मृतक के परिजन ग्रामीणों के साथ पंचायत कर रहे हैं. अब तक इस मामले में परिजनों की तरफ से दो लिखित शिकायतें दी जा चुकी हैं.