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आंध्र प्रदेश में फैली बीमारी, दूषित पानी हो सकता है कारण : AIIMS अधीक्षक - DR. RAKESH KAKKAR

आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले के एलुरु में फैली बीमारी को लेकर मंगलागिरी एम्स के अधीक्षक डॉ राकेश कक्कड़ ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने बताया कि मंगलगिरी एम्स के डॉक्टरों की टीम ने मरीजों के नमूने एकत्र कर जांच के लिए दिल्ली के एम्स भेजा है, ताकि बीमारी के कारणों का पता लगाया जा सके.

डॉ राकेश कक्कड़
डॉ राकेश कक्कड़
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Published : Dec 8, 2020, 8:40 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले के एलुरु में फैली बीमारी को लेकर मंगलागिरी एम्स के अधीक्षक डॉ राकेश कक्कड़ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि मंगलगिरी एम्स के डॉक्टरों की टीम ने मरीजों के नमूने एकत्र किए और उन्हें बीमारी के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है. जांच के बाद, जो परिणाम आएंगे उन्हें राज्य सरकार को दिया जाएगा.

सवाल : अस्पतालों में भर्ती पीड़ितों में क्या लक्षण हैं?

जवाब : सभी पीड़ितों में चक्कर आना और मिर्गी के लक्षण देखे गए थे. सभी का इलाज किया जा रहा है. बीमारी की वजह का पता लगाया जाएगा और फिर उसको जड़ से खत्म किया जाएगा. इसके बाद अधिक मामले नहीं मिलेंगे. रक्त, पानी और मूत्र के नमूने एकत्र किए गए हैं, जिनको दिल्ली भेजा गया है.

सवाल : कितनी सैंपल इकठ्ठे किए गए हैं?

जवाब : अस्पताल में भर्ती होने वाले नए पीड़ितों से पांच प्रकार के नमूने एकत्र किए गए हैं. हम इसकी पीछे की वजह को जानने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य सरकार ने हैदराबाद में भी कुछ सैंपल भेजे हैं. हम सभी इस बीमारी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.

ईटीवी भारत से बात करते डॉ राकेश कक्कड़

सवाल : लोग किस कारण से बीमार हो रहे हैं?

जवाब : जब तक परीक्षण किए गए नमूनों के परिणाम नहीं आ जाते... तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता. इसका सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि दूषित पानी से बीमारी हो रही है. अगर नमूनों के परिणाम मिल जाएं, तो हम जान सकेंगे कि लोग पानी के कारण बीमार हुए हैं या वायरल संक्रमण के कारण.

सवाल : क्या इसके पीछे कोई धातु हो सकता है?

जवाब : क्लोरीन भी इसी तरह के रोग पैदा कर सकता है. लीड भी इसका कारण बन सकता है. किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कीटनाशक भी एक कारण हो सकते हैं. हालांकि, ये बिना रिपोर्ट के कुछ नहीं कहा जा सकता है.

सवाल : अस्पताल में भर्ती होने वालों में किस तरह के लक्षण पाए गए?

जवाब : अभी तक श्वसन संबंधी कोई लक्षण नहीं पाया गया है. किसी को दस्त नहीं है. लगता है कि नर्वस में कुछ परेशानी है. सभी पीड़ित स्थिर थे और उपचार के दौरान प्रतिक्रिया दे रहे थे... चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. 350 प्रभावितों में से केवल एक ही पीड़ित की मौत हुई है और यह भी वायरल से नहीं हुई है.

सवाल : क्या आप इस घटना पर सरकार को कोई रिपोर्ट सौंप रहे हैं?

जवाब : एम्स विशेषज्ञ रिपोर्ट तैयार कर रहा है. हम इसे जल्द ही राज्य सरकार को सौंप देंगे.

अमरावती : आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले के एलुरु में फैली बीमारी को लेकर मंगलागिरी एम्स के अधीक्षक डॉ राकेश कक्कड़ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि मंगलगिरी एम्स के डॉक्टरों की टीम ने मरीजों के नमूने एकत्र किए और उन्हें बीमारी के संभावित कारणों का पता लगाने के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है. जांच के बाद, जो परिणाम आएंगे उन्हें राज्य सरकार को दिया जाएगा.

सवाल : अस्पतालों में भर्ती पीड़ितों में क्या लक्षण हैं?

जवाब : सभी पीड़ितों में चक्कर आना और मिर्गी के लक्षण देखे गए थे. सभी का इलाज किया जा रहा है. बीमारी की वजह का पता लगाया जाएगा और फिर उसको जड़ से खत्म किया जाएगा. इसके बाद अधिक मामले नहीं मिलेंगे. रक्त, पानी और मूत्र के नमूने एकत्र किए गए हैं, जिनको दिल्ली भेजा गया है.

सवाल : कितनी सैंपल इकठ्ठे किए गए हैं?

जवाब : अस्पताल में भर्ती होने वाले नए पीड़ितों से पांच प्रकार के नमूने एकत्र किए गए हैं. हम इसकी पीछे की वजह को जानने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य सरकार ने हैदराबाद में भी कुछ सैंपल भेजे हैं. हम सभी इस बीमारी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.

ईटीवी भारत से बात करते डॉ राकेश कक्कड़

सवाल : लोग किस कारण से बीमार हो रहे हैं?

जवाब : जब तक परीक्षण किए गए नमूनों के परिणाम नहीं आ जाते... तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता. इसका सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि दूषित पानी से बीमारी हो रही है. अगर नमूनों के परिणाम मिल जाएं, तो हम जान सकेंगे कि लोग पानी के कारण बीमार हुए हैं या वायरल संक्रमण के कारण.

सवाल : क्या इसके पीछे कोई धातु हो सकता है?

जवाब : क्लोरीन भी इसी तरह के रोग पैदा कर सकता है. लीड भी इसका कारण बन सकता है. किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कीटनाशक भी एक कारण हो सकते हैं. हालांकि, ये बिना रिपोर्ट के कुछ नहीं कहा जा सकता है.

सवाल : अस्पताल में भर्ती होने वालों में किस तरह के लक्षण पाए गए?

जवाब : अभी तक श्वसन संबंधी कोई लक्षण नहीं पाया गया है. किसी को दस्त नहीं है. लगता है कि नर्वस में कुछ परेशानी है. सभी पीड़ित स्थिर थे और उपचार के दौरान प्रतिक्रिया दे रहे थे... चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. 350 प्रभावितों में से केवल एक ही पीड़ित की मौत हुई है और यह भी वायरल से नहीं हुई है.

सवाल : क्या आप इस घटना पर सरकार को कोई रिपोर्ट सौंप रहे हैं?

जवाब : एम्स विशेषज्ञ रिपोर्ट तैयार कर रहा है. हम इसे जल्द ही राज्य सरकार को सौंप देंगे.

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