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दीक्षित ने टॉप नेताओं पर उठाए सवाल, पार्टी बोली- ज्ञान ना दें, कुछ काम भी करें

कांग्रेस में नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर लगातार विलंब होता जा रहा है, इसको लेकर एक बार फिर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में आंतरिक मनमुटाव और विचारधाराओं में अंतर नज़र आने लगा है. पार्टी के नेता संदीप दीक्षित ने कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर सवाल खड़े किये और उनके इस कथन का समर्थन शशि थरूर ने भी किया. हालांकि, पार्टी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

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Published : Feb 20, 2020, 6:40 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 11:46 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस में पार्टी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति में विलंब को लेकर सवाल उठने लगे हैं. संदीप दीक्षित ने पार्टी के बुजुर्ग और वरिष्ठ नेताओं पर सवाल उठाए हैं. उनके सवाल पर पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि आप ज्ञान ना दें, आपको जो काम दिया गया है, वो करें. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने दीक्षित के बयान का समर्थन किया था.

थरूर ने भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराया जाना चाहिए, ताकि पार्टी कैडर में ऊर्जा का नया संचार हो सके.

कांग्रेस प्रेस वार्ता

दीक्षित के बयान के बारे में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने संदीप दीक्षित का बयान नहीं देखा है, लेकिन मैं उनके समेत सभी नेताओं से कहता हूं कि पहले वो यह देखें कि जब चुनाव लड़े, तो कितने वोट आए और चुनाव क्यों हारे ? इसमें मैं भी हूं. संदीप दीक्षित अगर ये सारी मेहनत अपने संसदीय क्षेत्र में लगा दें, तो कांग्रेस जीत जाए'.

उन्होंने कहा, 'मैं इन नेताओं से कहना चाहता हूं कि पूरे देश को ज्ञान देने की बजाय अपने-अपने क्षेत्र में अपने काम से फायदा उठाएं.'

संदीप की किस बात पर कांग्रेस ने दी नसीहत
बता दें कि संदीप दीक्षित ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करने का कारण कांग्रेस नेतृत्व को बताया था. उनकी बात का जवाब देते हुए सुरजेवाला ने कहा,' मैं पहले भी एक बार कह चुका हूं और आज फिर कह रहा हूं कि संदीप दीक्षित समेत दिल्ली के सभी नेताओं को यह जानने की जरूरत है कि चुनाव के दौरान उनको कितने वोट हासिल हुए और वे खुद चुनाव क्यों हारे. संदीप जी जो ये सब वार्तालाप आपसी बातचीत और ट्विटर के जरिए कर रहे हैं अगर वह सारी ताकत दिल्ली के अपने संसदीय क्षेत्र में लगा दे तो कांग्रेस का चुनाव में जीतना तय है.'

दरअसल, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने मीडिया से बातचीत के दौरान ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी का कारण यह है कि, वह सब डरते हैं कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे.

संदीप दीक्षित की बात को समर्थन देते हुए शशि थरूर ने अपने ट्वीट के जरिए कहा, 'संदीप दीक्षित ने जो कहा है वह देशभर में पार्टी के दर्जनों नेता निजी तौर पर कह रहे हैं. इनमें से कई नेता पार्टी के जिम्मेदार पदों पर बैठे हैं. मैं कांग्रेस कार्यसमिति से निवेदन करना चाहता हूं कि कार्यकर्ताओं में उर्जा का संचार करने और मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए नेतृत्व का चुनाव किया जाए.'

पढ़ें: अमित शाह की अरुणाचल यात्रा पर चीन ने जताई आपत्ति

हालांकि इस बात से नाराज होते हुए कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने थरूर को जवाब देते हुए कहा, "कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है और ऐसा ही पिछली बार भी किया गया था. जिस किसी को भी इस बात पर भ्रम है मैं कुछ भी कहने से पहले कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव को पढ़ ले. तो अपने आप उन को ज्ञान मिल जाएगा.'

सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव अगले महीने के अंत तक किया जा सकता है. पार्टी के कार्यकर्ता समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की अपनी इच्छा जाहिर की है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उस पद के लिए अभी राहुल गांधी ने खुद हामी नहीं भरी है. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में किया जाएगा जिसमें सभी नेता अपने सुझाव से अध्यक्ष की नियुक्ति करेंगे.

नई दिल्ली : कांग्रेस में पार्टी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति में विलंब को लेकर सवाल उठने लगे हैं. संदीप दीक्षित ने पार्टी के बुजुर्ग और वरिष्ठ नेताओं पर सवाल उठाए हैं. उनके सवाल पर पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि आप ज्ञान ना दें, आपको जो काम दिया गया है, वो करें. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने दीक्षित के बयान का समर्थन किया था.

थरूर ने भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराया जाना चाहिए, ताकि पार्टी कैडर में ऊर्जा का नया संचार हो सके.

कांग्रेस प्रेस वार्ता

दीक्षित के बयान के बारे में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने संदीप दीक्षित का बयान नहीं देखा है, लेकिन मैं उनके समेत सभी नेताओं से कहता हूं कि पहले वो यह देखें कि जब चुनाव लड़े, तो कितने वोट आए और चुनाव क्यों हारे ? इसमें मैं भी हूं. संदीप दीक्षित अगर ये सारी मेहनत अपने संसदीय क्षेत्र में लगा दें, तो कांग्रेस जीत जाए'.

उन्होंने कहा, 'मैं इन नेताओं से कहना चाहता हूं कि पूरे देश को ज्ञान देने की बजाय अपने-अपने क्षेत्र में अपने काम से फायदा उठाएं.'

संदीप की किस बात पर कांग्रेस ने दी नसीहत
बता दें कि संदीप दीक्षित ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करने का कारण कांग्रेस नेतृत्व को बताया था. उनकी बात का जवाब देते हुए सुरजेवाला ने कहा,' मैं पहले भी एक बार कह चुका हूं और आज फिर कह रहा हूं कि संदीप दीक्षित समेत दिल्ली के सभी नेताओं को यह जानने की जरूरत है कि चुनाव के दौरान उनको कितने वोट हासिल हुए और वे खुद चुनाव क्यों हारे. संदीप जी जो ये सब वार्तालाप आपसी बातचीत और ट्विटर के जरिए कर रहे हैं अगर वह सारी ताकत दिल्ली के अपने संसदीय क्षेत्र में लगा दे तो कांग्रेस का चुनाव में जीतना तय है.'

दरअसल, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने मीडिया से बातचीत के दौरान ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी का कारण यह है कि, वह सब डरते हैं कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे.

संदीप दीक्षित की बात को समर्थन देते हुए शशि थरूर ने अपने ट्वीट के जरिए कहा, 'संदीप दीक्षित ने जो कहा है वह देशभर में पार्टी के दर्जनों नेता निजी तौर पर कह रहे हैं. इनमें से कई नेता पार्टी के जिम्मेदार पदों पर बैठे हैं. मैं कांग्रेस कार्यसमिति से निवेदन करना चाहता हूं कि कार्यकर्ताओं में उर्जा का संचार करने और मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए नेतृत्व का चुनाव किया जाए.'

पढ़ें: अमित शाह की अरुणाचल यात्रा पर चीन ने जताई आपत्ति

हालांकि इस बात से नाराज होते हुए कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने थरूर को जवाब देते हुए कहा, "कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है और ऐसा ही पिछली बार भी किया गया था. जिस किसी को भी इस बात पर भ्रम है मैं कुछ भी कहने से पहले कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव को पढ़ ले. तो अपने आप उन को ज्ञान मिल जाएगा.'

सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव अगले महीने के अंत तक किया जा सकता है. पार्टी के कार्यकर्ता समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की अपनी इच्छा जाहिर की है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि उस पद के लिए अभी राहुल गांधी ने खुद हामी नहीं भरी है. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में किया जाएगा जिसमें सभी नेता अपने सुझाव से अध्यक्ष की नियुक्ति करेंगे.

Last Updated : Mar 1, 2020, 11:46 PM IST
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