जयपुर : राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. वहीं विपक्षी पार्टी भाजपा भी पुरजोर विरोध करती नजर आईं. हालांकि, गहलोत और सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में फासीवादी ताकतों को सफल नहीं होने देंगे. हमारे दोनों उम्मीदवार जीतेंगे.
गहलोत ने कहा कि फुलप्रूफ कानून तो खुद की नैतिकता है, जो बीजेपी के पास नहीं है. विधायकों के खरीद फरोख्त पर उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश का सीएम हूं, मेरे पास विधायकों की खरीद फरोख्त की जानकारी है, इसकी रिपोर्ट एसओजी को दे दी गई है. गहलोत ने कहा कि ये रिपोर्ट महेश जोशी के द्वारा एसओजी में दर्ज करवाई गई है.
दल बदल कानून के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कानून और अमेंडमेंट पहले भी बने लेकिन उनका कोई ना कोई रास्ता निकल जाता है. फुलप्रूफ कानून तो खुद की नैतिकता ही होती है और नैतिकता उनमें है नहीं.
मुख्यमंत्री ने बसपा के सवाल पर कहा कि बसपा वालों को किसी ने लालच नहीं दिया, पूरी पार्टी का मर्जर हुआ है जो संविधान के अनुसार हुआ है.
गहलोत ने कहा कि भाजपा ने हॉर्स ट्रेडिंग करने के लिए राज्यसभा चुनाव की तारीखें टलवाई थीं. उन्होंने कहा कि शाह और मोदी लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि कांग्रेस विधायकों को शिव विलास रिसॉर्ट में रोका गया है. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और आईसीसी महासचिव राजीव सातव बीती रात को विधायकों के साथ ही शिव विलास रिसोर्ट में रुके थे.
सचिन पायलट ने हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों को सिरे से नकारा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बात का दावा कर रहे हैं कि विधायकों को पैसे का लालच दिया गया है. वहीं मुख्य सचेतक महेश जोशी ने तो इस मामले की शिकायत एसीबी में भी कर दी है. लेकिन कांग्रेस के ज्यादातर विधायक इस बात को सिरे से नकार चुके हैं. साथ ही सचिन पायलट भी हॉर्स ट्रेंडिग का कोई खतरा नहीं होने की बात कह चुके हैं.
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राजनीतिक आकलन किया जा रहा है कि हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के दो दलित विधायक कांग्रेस प्रत्याशी नीरज डांगी को समर्थन दे दें.