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चिदंबरम का केंद्र पर निशाना- येस बैंक की विफलता वित्त संस्थानों के कुप्रबंध का परिणाम

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Published : Mar 7, 2020, 4:47 PM IST

Updated : Mar 7, 2020, 10:06 PM IST

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत के पांचवें सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक, येस बैंक के पतन पर सरकार और वित्त मंत्री ने इसको जनता और मीडिया से दूर रखने की पूरी कोशिश की. इसके बावजूद भाजपा सरकार में वित्त संस्थानों का कुप्रबंध जनता के सामने है.

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने येस बैंक के खस्ताहाल पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत के पांचवें सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक येस बैंक के पतन पर सरकार और वित्त मंत्री ने इसको जनता और मीडिया से दूर रखने की पूरी कोशिश की. इसके बावजूद भाजपा सरकार में वित्त संस्थानों का कुप्रबंध जनता के सामने है.

चिदंबरम का बयान.

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि येस बैंक की विफलता भाजपा सरकार की निगरानी में वित्त संस्थानों के कुप्रबंध का परिणाम है.

चिदंबरम ने मांग की कि आरबीआई इस मामले की गहन जांच करे और जवाबदेही तय करे.

उन्होंने कहा कि संकटग्रस्त यस बैंक में एसबीआई द्वारा 2,450 करोड़ रुपये का निवेश करके 49 फीसदी हिस्सेदारी लेना विचित्र मामला है.

चिदंबरम ने कहा कि यस बैंक बैंकिंग नहीं कर रहा था बल्कि नियम कायदों को ताक पर रखकर कर्ज बांटने में लगा हुआ था.

कांग्रेस नेता ने कहा कि यस बैंक की इस स्थिति का कारण भाजपा सरकार के तहत वित्तीय संस्थानों का कुप्रबंधन है.

आरबीआई ने यस बैंक पर 30 दिन के लिए पाबंदी लगा दी है और निकासी की सीमा 50,000 रुपये कर दी है.

चिदंबरम का बयान.

बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख रजनीश कुमार ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक के पुनर्गठन के लिए बैंक को योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है.

उन्होंने कहा कि बैंक के अधिकारी मसौदा योजना का सावधानी से अध्ययन कर रहे हैं.

कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया, 'हमें येस बैंक के पुनर्गठन के लिए योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है. हमारी निवेश एवं कानूनी टीम सावधानी से इसे देख रही है.'

उन्होंने बताया कि कई संभावित निवेशकों ने मसौदा योजना को देखने के बाद एसबीआई का रुख किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि साझेदारों के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा.

पढ़ें : येस बैंक के लिए राहतभरी खबर! एसबीआई करेगा 2,450 करोड़ रुपये का निवेश

शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी के संकट से जूझ रहे येस बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना लाने की घोषणा की थी.

येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापा

प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा.

गौरतलब है कि कपूर के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है

अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उनके समुद्र महल आवास पर की जा रही है. यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना है.

पढ़ें : येस बैंक : संस्थापक राणा कपूर को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय लाया गया

बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बृहस्पतिवार को येस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय करने के बाद बैंक की विभिन्न शाखाओं में परेशान ग्राहकों के फोन आते रहे और शाखाओं में लंबी कतारें देखी गईं. ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला.

बैंक के कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच तीखी बहस होने की घटनाएं भी सामने आई हैं.

रिजर्व बैंक ने बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया हैं भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व उप प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है.

रिजर्व बैंक ने येस बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय की है. यह व्यवस्था 30 दिन के लिए की गई है.

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने येस बैंक के खस्ताहाल पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत के पांचवें सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक येस बैंक के पतन पर सरकार और वित्त मंत्री ने इसको जनता और मीडिया से दूर रखने की पूरी कोशिश की. इसके बावजूद भाजपा सरकार में वित्त संस्थानों का कुप्रबंध जनता के सामने है.

चिदंबरम का बयान.

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि येस बैंक की विफलता भाजपा सरकार की निगरानी में वित्त संस्थानों के कुप्रबंध का परिणाम है.

चिदंबरम ने मांग की कि आरबीआई इस मामले की गहन जांच करे और जवाबदेही तय करे.

उन्होंने कहा कि संकटग्रस्त यस बैंक में एसबीआई द्वारा 2,450 करोड़ रुपये का निवेश करके 49 फीसदी हिस्सेदारी लेना विचित्र मामला है.

चिदंबरम ने कहा कि यस बैंक बैंकिंग नहीं कर रहा था बल्कि नियम कायदों को ताक पर रखकर कर्ज बांटने में लगा हुआ था.

कांग्रेस नेता ने कहा कि यस बैंक की इस स्थिति का कारण भाजपा सरकार के तहत वित्तीय संस्थानों का कुप्रबंधन है.

आरबीआई ने यस बैंक पर 30 दिन के लिए पाबंदी लगा दी है और निकासी की सीमा 50,000 रुपये कर दी है.

चिदंबरम का बयान.

बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख रजनीश कुमार ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक के पुनर्गठन के लिए बैंक को योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है.

उन्होंने कहा कि बैंक के अधिकारी मसौदा योजना का सावधानी से अध्ययन कर रहे हैं.

कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया, 'हमें येस बैंक के पुनर्गठन के लिए योजना का मसौदा प्राप्त हुआ है. हमारी निवेश एवं कानूनी टीम सावधानी से इसे देख रही है.'

उन्होंने बताया कि कई संभावित निवेशकों ने मसौदा योजना को देखने के बाद एसबीआई का रुख किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि साझेदारों के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा.

पढ़ें : येस बैंक के लिए राहतभरी खबर! एसबीआई करेगा 2,450 करोड़ रुपये का निवेश

शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नकदी के संकट से जूझ रहे येस बैंक के पुनर्गठन के लिए मसौदा योजना लाने की घोषणा की थी.

येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापा

प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा.

गौरतलब है कि कपूर के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है

अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उनके समुद्र महल आवास पर की जा रही है. यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना है.

पढ़ें : येस बैंक : संस्थापक राणा कपूर को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय लाया गया

बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बृहस्पतिवार को येस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय करने के बाद बैंक की विभिन्न शाखाओं में परेशान ग्राहकों के फोन आते रहे और शाखाओं में लंबी कतारें देखी गईं. ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला.

बैंक के कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच तीखी बहस होने की घटनाएं भी सामने आई हैं.

रिजर्व बैंक ने बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया हैं भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व उप प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है.

रिजर्व बैंक ने येस बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय की है. यह व्यवस्था 30 दिन के लिए की गई है.

Last Updated : Mar 7, 2020, 10:06 PM IST
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