नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में अशांति का माहौल है. लगभग सभी राज्यों में इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर गुरुवार को दिल्ली में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक हुई. बैठक में इस कानून के खिलाफ आवाज उठाने की रणनीति तैयार की गई.
इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अहमद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शक्ति सिंह गोहिल समेत कई अन्य नेता शामिल हुए.
मीडिया से बातचीत के दौरान आनंद शर्मा ने कहा, 'सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के युवाओं का आक्रोश देखने को मिल रहा है. लेकिन सरकार लगातार उनकी आवाज दबाने की कोशिश में लगी हुई है. हम लोगों को एकजुटता के साथ सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है.'
उन्होंने कहा, 'यह देश का मुद्दा है, कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं. नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी की चोट इस देश की आम जनता को लगेगी. मोदी सरकार ने पहले इस देश की अर्थव्यवस्था को तबाह किया और अब वह सामाजिक ताना-बाना खत्म करना चाहती है.'
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 'देश में जो कुछ भी हो रहा है बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी की विचारधारा के खिलाफ है. इस देश के नौजवानों पर हमला किया जा रहा है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. यह सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विरुद्ध कदम उठा रही है.'
पढ़ें-ममता का तंज, 'जो बीजेपी में नहीं है, सब एंटी नेशनल हैं'
मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि जब भाजपा की नेता स्मृति ईरानी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी डिग्री नहीं ढूंढ पाते तो इस देश के गरीब लोग कहां से अपने दस्तावेज ढूंढ कर लाएंगे.
गोहिल ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार इस कानून से केवल देश के असली मुद्दों को लेकर अपनी गलतियां छुपाने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी 28 दिसंबर को 'देश बचाओ, संविधान बचाओ' प्रदर्शन करने जा रही है, जिसमें देश के हर राज्य और हर जिले में जाकर इन मुद्दों को उठाया जाएगा. इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी सम्मिलित होंगी.