नई दिल्ली : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन का आगे विस्तार होना चाहिए या नहीं? इस पर दिल्ली सरकार ने आम लोगों से सुझाव मांगे थे. प्राप्त सुझावों को देखने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
उन्होंने कहा कि आम लोगों से सुझाव के लिए एक दिन का समय दिया था. क्योंकि यह सुझाव फिर प्रधानमंत्री को भी भेजने हैं. तो दिल्ली वालों ने 24 घंटे में 4.75 लाख सुझाव व्हाट्सएप के जरिए भेजें. 10700 ईमेल के जरिए और 39000 लोगों ने फोन पर अपने सुझाव दिए.
केजरीवाल ने कहा कि अधिकतर लोगों का कहना है कि अभी स्कूल-कॉलेज अन्य शैक्षणिक संस्थान नहीं खुलने चाहिए. अधिकतर लोगों ने यह सुझाव दिया है कि होटल अभी नहीं खुलने चाहिए. लेकिन रेस्तरां खोलने, रेस्तरां में बैठकर खाने की इजाजत न हो वहां से पैक करने और ले जाने की इजाजत दी जाए.
सैलून, सिनेमाघरों को नहीं खोलने के सुझाव
केजरीवाल ने कहा कि अधिकांश लोगों ने कहा कि नाई की दुकान नहीं खुलने चाहिए उसमें सबसे ज्यादा खतरा है. सैलून, सिनेमा हॉल के बारे में अधिकतर लोगों ने कहा कि अभी नहीं खुलने चाहिए. अधिकांश लोगों ने यह भी कहा कि शाम 7 बजे के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकलें, यह वाली टाइम नहीं होनी चाहिए. क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं है.
जिन लोगों को पहले से बीमारी है उनके लिए कोरोना जानलेवा हो सकता है. इसीलिए बुजुर्ग, 10 साल से कम उम्र के बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं को अभी बाहर न जाने की इजाजत दी जाए. सब लोगों ने सहमति जताई की सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन हो, मास्क पहनना अनिवार्य हो.
बस, ऑटो, टैक्सी को सशर्त चलने की छूट
साथ ही लोगों ने यह भी कहा कि ऑटो-टैक्सी चलने चाहिए लेकिन ऑटो में एक सवारी, टैक्सी में दो सवारी और इसके बाद उसे सैनिटाइज किया जाए. क्योंकि दफ्तर खुले हैं और लोगों के पास साधन नहीं है. शॉपिंग मॉल भी धीरे-धीरे खुलने की तरफ बढ़ने चाहिए. कंस्ट्रक्शन की इजाजत मिलनी चाहिए.
प्राप्त सुझाव से उपराज्यपाल को कराएंगे अवगत
केजरीवाल ने कहा कि ऐसे ही तमाम सुझाव लोगों ने दिए हैं उन सब पर देखने के बाद शाम 4 बजे दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक है. उपराज्यपाल के साथ वहां पर चर्चा की जाएगी उसके बाद सारे सुझाव केंद्र को भेजे जाएंगे. फिर केंद्र सरकार फैसला लेगी कि 17 मई के बाद दिल्ली में किस तरह लॉकडाउन लागू रखना है या नहीं रखना है.
बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन 4.0 को लेकर के चर्चा की थी. उन्होंने राज्य सरकारों से सुझाव मांगे थे कि वे अपने राज्य में किस तरह की पाबंदी लगाना चाहते हैं और किस तरह कि नहीं. प्रधानमंत्री के निर्देश पर ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों से सुझाव मांगे थे.