नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले एक लाख पार कर गए हैं. हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है. जो लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं, उनमें से 72 हजार के करीब अब तक ठीक हो चुके हैं. इससे स्थिति में और सुधार हुआ है.
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले सप्ताह से कोरोना की स्थिति में अधिक सुधार होना शुरू हुआ है. जून महीने की शुरुआत में संक्रमित लोगों की संख्या बहुत अधिक थी. 100 में से 35 मरीज कोरोना के निकलते थे. अब 100 में से 11 ही कोरोना मरीज निकलते हैं. प्रतिदिन 20,000 से 24,000 टेस्ट हो रहे हैं और सभी अस्पतालों को मिलाकर 10,000 से अधिक बेड हैं, जिनमें से 5,100 मरीज हैं.
प्लाज्मा डोनेट करने की अपील
केजरीवाल ने कहा कि इस समय दिल्ली में न तो टेस्टिंग की कोई समस्या है और न ही बेड की. कोरोना संक्रमित 25,000 से अधिक मरीज घरों में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं. दिल्ली में देश का पहला प्लाज्मा बैंक शुरू हुआ है, लेकिन प्लाज्मा की डिमांड ज्यादा है और सप्लाई बहुत कम है. ऐसे में बैंक का मकसद सफल तभी होगा, जब अधिक से अधिक लोग प्लाज्मा डोनेट करने आएंगे.
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उन्होंने पहले भी लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की गुजारिश की थी और आज फिर कहा कि जो भी लोग कोरोना संक्रमित ठीक हो चुके हैं, वे 14 दिन बाद आकर अपना प्लाज्मा डोनेट करें. इससे दूसरों की जान बचाई जा सकती है. उन्होंने कहा, 'दिल्ली सरकार की एक टीम उन मरीजों से संपर्क कर रही है और प्लाज्मा डोनेट करने की अपील कर रही है. अगर आपके पास भी कोई फोन आए तो इनकार न करें.'
मुख्यमंत्री ने दिल्ली के तमाम रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के लोगों से भी अपील की कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और वे ठीक हो रहे हैं. ऐसे में लोगों को सम्मानित करते रहे, इससे लोग प्रोत्साहित होंगे.