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नागरिकता संशोधन विधेयक: लोकसभा चुनाव में BJP के लिए नकारात्मक हो सकते हैं परिणाम !

बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक को भी शामिल किया है. राजनाथ सिंह ने कहा है कि संसद में वे इस विधेयक को पारित कराने की कोशिश करेंगे. हालांकि, जानकारों की मानें तो बीजेपी को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. जानें क्या हैं समीकरण

राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
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Published : Apr 9, 2019, 5:46 AM IST

Updated : Apr 9, 2019, 6:55 AM IST

नई दिल्ली: बीजेपी मुख्यालय में भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र को जारी करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित करने की कोशिश करेंगे.'

माना जा रहा है कि नागरिकता संशोधन कानून से असम में बीजेपी की चुनावी संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि, व्यापक जनहित के मद्देनजर ये बीजेपी की रणनीति भी साबित हो सकती है.

घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक शामिल करने को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और पूर्वोत्तर मामलों के जानकार दीपक दीवान ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कहा, 'पश्चिम बंगाल में हिंदू वोट के कारण भाजपा ने विधेयक शामिल कर इस पर जोर दिया है. हालांकि, यह भी सच है कि इस बिल को लागू करने के लिए केन्द्र सरकार काफी हद तक राज्य पर निर्भर है.'

वरिष्ठ पत्रकार दीपक दीवान ईटीवी भारत से बात करते हुए

बता दें कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में सभी हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख को उन देशों में धार्मिक प्रताड़ना के आधार पर भारत में नागरिकता देने की बात कही है.

citizenship bill in bjp manifesto
बीजेपी के घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक

पढ़ें- भाजपा का संकल्प पत्र - किसान, मंदिर, पेंशन पर फोकस

दीवान ने कहा, 'पूर्वोत्तर में ये एक भावनात्मक मुद्दा है. यह अच्छा है कि बीजेपी ने लोगों तक पहुंचने और हितधारकों के साथ चर्चा करने की बात कही है.' उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक का अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और नागालैंड में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हालांकि, अन्य राज्यों में सत्ता पक्ष की ओर से भी कड़ी आपत्तियां हैं.

दीवान ने बताया 'अरुणाचल, मिजोरम और नगालैंड में इनर लाइन परमिट (ILP) है. ऐसे में मुझे नागरिकता विधेयक कोई खतरा नहीं लगता. मेघालय की सरकार इसके खिलाफ है, ऐसे में असम के चुनावी नतीजों पर इसका असर पड़ सकता है.'

बता दें कि सरकार के नियमों के तहत पूर्वोत्तर राज्यों में ILP जरूरी होता है. इसके तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते इलाकों में आवाजाही पर विनियमन किया जाता है.

नई दिल्ली: बीजेपी मुख्यालय में भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र को जारी करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित करने की कोशिश करेंगे.'

माना जा रहा है कि नागरिकता संशोधन कानून से असम में बीजेपी की चुनावी संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि, व्यापक जनहित के मद्देनजर ये बीजेपी की रणनीति भी साबित हो सकती है.

घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक शामिल करने को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और पूर्वोत्तर मामलों के जानकार दीपक दीवान ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कहा, 'पश्चिम बंगाल में हिंदू वोट के कारण भाजपा ने विधेयक शामिल कर इस पर जोर दिया है. हालांकि, यह भी सच है कि इस बिल को लागू करने के लिए केन्द्र सरकार काफी हद तक राज्य पर निर्भर है.'

वरिष्ठ पत्रकार दीपक दीवान ईटीवी भारत से बात करते हुए

बता दें कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में सभी हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख को उन देशों में धार्मिक प्रताड़ना के आधार पर भारत में नागरिकता देने की बात कही है.

citizenship bill in bjp manifesto
बीजेपी के घोषणा पत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक

पढ़ें- भाजपा का संकल्प पत्र - किसान, मंदिर, पेंशन पर फोकस

दीवान ने कहा, 'पूर्वोत्तर में ये एक भावनात्मक मुद्दा है. यह अच्छा है कि बीजेपी ने लोगों तक पहुंचने और हितधारकों के साथ चर्चा करने की बात कही है.' उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक का अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और नागालैंड में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हालांकि, अन्य राज्यों में सत्ता पक्ष की ओर से भी कड़ी आपत्तियां हैं.

दीवान ने बताया 'अरुणाचल, मिजोरम और नगालैंड में इनर लाइन परमिट (ILP) है. ऐसे में मुझे नागरिकता विधेयक कोई खतरा नहीं लगता. मेघालय की सरकार इसके खिलाफ है, ऐसे में असम के चुनावी नतीजों पर इसका असर पड़ सकता है.'

बता दें कि सरकार के नियमों के तहत पूर्वोत्तर राज्यों में ILP जरूरी होता है. इसके तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते इलाकों में आवाजाही पर विनियमन किया जाता है.

Intro:New Delhi: The Bharatiya Janata Party (BJP's) stand over the Citizenship Amendment Bill (CAB) might have a "negative impact" into the party's poll prospect in Assam, but the stand was taken keeping a larger interest in mind.


Body:Senior party leader and Union Home Minister Rajnath Singh on Monday said, "We will try to pass the Citizenship amendment bill in the Parliament."

Singh said this while releasing BJP's election manifesto at the party headquarter in New Delhi.

The inclusion of CAB, however, could be a strategic policy of the saffron brigade keeping a larger interest in mind.

"BJP included CAB issue and emphasised on it keeping the Hindu vote bank of West Bengal. This is also true that implementation of this bill is largely dependent on the state government too," said senior journalist and an expert on Northeast affairs Deepak Diwan.

The BJP manifesto said that "we are committed to the enactment of the Citizenship amendment bill for the protection of individuals and religious minority communities from neighbouring countries escaping religious persecution. We will make all efforts to clarify the issues to the sections of populations from the northeast who have expressed apprehensions."

"This is an emotional issue in Northaast and it's good that BJP has said, they will reach to the people and discuss with stakeholders," said Diwan.


Conclusion:Diwan said that though the CAB will not have any impact in Arunachal Pradesh, Mizoram and Nagaland, in other states there are strong objections from the ruling party too.

"In Arunachal Pradesh, Mizoram and Nagaland they have inner line permit (ILP) so I don't think CAB is a threat. Meghalaya Governmnet is against the bill and it may have impact in Assam result too," said Diwan.

ILP is required to visit in these northeastern states following government's regulations over movements in certain areas located near the international border.

end.
Last Updated : Apr 9, 2019, 6:55 AM IST
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