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अरुणाचल प्रदेश में चीन के दखल पर पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन का बयान, पढ़ें खबर - china had constructed a village in arunachal pradesh

पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने कहा कि यह सच है कि 1962 के चीन-भारत युद्ध के बाद भी लगातार सीमा पर संघर्ष हुए, जिसमें 1967 में सिक्किम में नाथू ला भी शामिल है. इसके बाद 1987 में अरुणाचल के सुमदोरोंग चू में तनावपूर्ण गतिरोध और 2017 में 73 दिनों तक सिक्किम के डोकलाम में चला विवाद भी शामिल है.

china had constructed a village in arunachal pradesh
भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने किया खंडन
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Published : Jan 27, 2021, 2:04 PM IST

Updated : Jan 27, 2021, 2:25 PM IST

तेजपुर(असम) : भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने उन खबरों को एक सिरे से नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि पड़ोसी देश चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भारतीय क्षेत्र में 100 से अधिक घरों के साथ गांवों का निर्माण किया है.

इन खबरों को लेकर सनसनी मच गई थी कि चीन ने ऊपरी सुबनसिरी जिले के लिमेकिंग सर्कल में लेंसी नदी के पास बीसा क्षेत्र में 101 घरों का निर्माण किया है. स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए महंतो पैनगिन ने कहा कि उपग्रह की तस्वीरें ऊपरी सुबनसिरी जिले के लिमेकिंग सर्कल में लेंसी नदी के पास बीसा क्षेत्र में गांव को इंगित करती हैं, जिसे तिब्बत में त्सारी चू के रूप में भी जाना जाता है.

पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने दिया बयान

उन्होंने कहा कि यह उल्लेख किया गया है कि अरुणाचल प्रदेश के 4 युवकों को चीनी सेनाओं ने उसी इलाके में हिरासत मे ले लिया था, लेकिन बाद में उन्हें प्रदेश के अंजाव जिले के किबिथू के पास रिहा कर दिया था. उन्होंने बताया कि पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि चीनी सेना ने इन युवकों का अपहरण कर लिया है.

भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद से ही ऐसी स्थिति बनी हुई है. तब से ये गांव चीनी नियंत्रण के तहत ही रिपोर्ट किए गए है.

पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने कहा कि यह सच है कि 1962 के चीन-भारत युद्ध के बाद भी लगातार सीमा पर संघर्ष हुए, जिसमें 1967 में सिक्किम में नाथू ला भी शामिल है. इसके बाद 1987 में अरुणाचल के सुमदोरोंग चू में तनावपूर्ण गतिरोध और 2017 में 73 दिनों तक सिक्किम के डोकलाम में चला विवाद भी शामिल है. 2017-18 में अरुणाचल प्रदेश के आसफिला, टुटिंग और चकलागम क्षेत्रों में चीनी घुसपैठ हुई. तब लद्दाख में गैलवान घाटी और पैंगोंग त्सो झील पर हिंसक झड़पें हुई थीं.

china had constructed a village in arunachal pradesh
भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने किया खंडन

पढ़ें: 'क्या चीन ने अरुणाचल प्रदेश में नया गांव बनाया है', MEA ने दिया ये जवाब

पिंगिंग ने बाद में कहा कि चीनियों ने सभी मौसम सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों और आधुनिक गांवों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में कई बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है. यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि कई प्रमुख परियोजनाओं के पूरा होने के साथ भारतीय पक्ष के बुनियादी ढांचे में भी तेजी आई है.

तेजपुर(असम) : भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने उन खबरों को एक सिरे से नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि पड़ोसी देश चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भारतीय क्षेत्र में 100 से अधिक घरों के साथ गांवों का निर्माण किया है.

इन खबरों को लेकर सनसनी मच गई थी कि चीन ने ऊपरी सुबनसिरी जिले के लिमेकिंग सर्कल में लेंसी नदी के पास बीसा क्षेत्र में 101 घरों का निर्माण किया है. स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए महंतो पैनगिन ने कहा कि उपग्रह की तस्वीरें ऊपरी सुबनसिरी जिले के लिमेकिंग सर्कल में लेंसी नदी के पास बीसा क्षेत्र में गांव को इंगित करती हैं, जिसे तिब्बत में त्सारी चू के रूप में भी जाना जाता है.

पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने दिया बयान

उन्होंने कहा कि यह उल्लेख किया गया है कि अरुणाचल प्रदेश के 4 युवकों को चीनी सेनाओं ने उसी इलाके में हिरासत मे ले लिया था, लेकिन बाद में उन्हें प्रदेश के अंजाव जिले के किबिथू के पास रिहा कर दिया था. उन्होंने बताया कि पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि चीनी सेना ने इन युवकों का अपहरण कर लिया है.

भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद से ही ऐसी स्थिति बनी हुई है. तब से ये गांव चीनी नियंत्रण के तहत ही रिपोर्ट किए गए है.

पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने कहा कि यह सच है कि 1962 के चीन-भारत युद्ध के बाद भी लगातार सीमा पर संघर्ष हुए, जिसमें 1967 में सिक्किम में नाथू ला भी शामिल है. इसके बाद 1987 में अरुणाचल के सुमदोरोंग चू में तनावपूर्ण गतिरोध और 2017 में 73 दिनों तक सिक्किम के डोकलाम में चला विवाद भी शामिल है. 2017-18 में अरुणाचल प्रदेश के आसफिला, टुटिंग और चकलागम क्षेत्रों में चीनी घुसपैठ हुई. तब लद्दाख में गैलवान घाटी और पैंगोंग त्सो झील पर हिंसक झड़पें हुई थीं.

china had constructed a village in arunachal pradesh
भारतीय एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन महंतो पैनगिन ने किया खंडन

पढ़ें: 'क्या चीन ने अरुणाचल प्रदेश में नया गांव बनाया है', MEA ने दिया ये जवाब

पिंगिंग ने बाद में कहा कि चीनियों ने सभी मौसम सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों और आधुनिक गांवों के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में कई बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है. यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि कई प्रमुख परियोजनाओं के पूरा होने के साथ भारतीय पक्ष के बुनियादी ढांचे में भी तेजी आई है.

Last Updated : Jan 27, 2021, 2:25 PM IST

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