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भोपाल हनी ट्रैप मामला, छत्तीसगढ़ से तार जुड़े होने की आशंका

भोपाल हनी ट्रैप मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि आधिकारिक तौर पर अब तक संपर्क नहीं किया गया है, लेकिन अगर किसी ने गलत किया है तो उसे बचाया नहीं जाएगा.

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Published : Sep 24, 2019, 3:26 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 8:04 PM IST

डि़जाइन फोटो

भोपाल: मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप कांड ने नेता से लेकर अफसर और कारोबारी से लेकर रसूखदार, सबकी नींद उड़ा रखी है. सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि इस गिरोह ने सत्ता में बैठे कुछ मंत्रियों, विपक्ष के कुछ नेताओं, अफसरों, ठेकेदारों और इंजीनियरों को अपने जाल में फंसाकर खुफिया कैमरों में इनकी अय्याशी कैद कर ली. जांच की आंच जब हनीट्रैप पर पड़ी तो एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे होने लगे.

यही वजह है कि सूबे की सियासत में इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चित कोई मामला है तो वो है हनीट्रैप कांड. हनीट्रैप मामले के तार मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ से भी जुड़ गए हैं. इधर आरोपी युवतियों से हो रही लागातार पूछताछ में रोज नए सबूत पुलिस के हाथ लग रहे हैं.

छत्तीसगढ़ से जुड़े भोपाल हनी ट्रैप केस के तार

सूत्रों की मानें तो ये गिरोह आला अधिकारी और रसूखदार मंत्रियों को अपना निशाना बनाकर उनसे मोटी रकम वसूलता था. कई आला अधिकारी और बड़े नेता इन हसीनाओं के चंगुल में फंस चुके थे, जिसकी सैकड़ों वीडियो क्लिप भी बनाई गई हैं और उसके बदले बड़े पैमाने पर पैसों की वसूली भी की गई. चर्चा तो ये भी है कि कमलनाथ सरकार के 28 मंत्री-विधायक भी इस गिरोह के निशाने पर थे.

बीजेपी कांग्रेस में जुबानी जंग तेज
मामला सामने आने के बाद से ही इस मुद्दे पर सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्ष में बैठी बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है. कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, मंत्री पीसी शर्मा जैसे दिग्गज बीजेपी पर गिरोह की महिलाओं के साथ कनेक्शन के आरोप लगा रहे हैं तो वहीं बीजेपी की तरफ से पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मोर्चा संभाला हुआ है.

पढ़ें-ट्रंप सिर्फ मेरे ही नहीं, भारत के भी अच्छे दोस्त हैं : PM मोदी

हो सकते हैं कई चौंकाने वाले खुलासे

हनी ट्रैप मामले में पुलिस भले ही किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंची हो पर आरोपियों से पूछताछ के दौरान रोज ऐसी बातें निकल कर सामने आ रही हैं. जिससे नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मामले मले की जांच कर रही एसआईटी अब तक करीब 100 वीडियो देख चुकी है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हनीट्रैप का ये गैंग कितने पड़े पैमाने पर काम कर रहा था. ये तो पुलिस भी बता चुकी है कि हनीट्रैप के जरिए युवतियों ने कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल किया है. फिलहाल गिरफ्तार की गई तीन युवतियां 27 सितंबर तक न्यायिक रिमांड पर है. जिनसे पूछताछ में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

छत्तीसगढ़ से जुड़े भोपाल हनी ट्रैप केस के तार

रायपुर मध्यप्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले के तार छत्तीसगढ़ से भी जुड़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के एक पूर्व मंत्री और दो IAS अफसरों के नाम का जिक्र डायरी में होने की बात कही जा रही है.

बताया जा रहा है कि ये लोग लगातार इंदौर और भोपाल का दौरा करते रहे हैं. पुख्ता सूत्रों से ये जानकारी भी सामने आ रही है कि जल्द ही मध्यप्रदेश से पुलिस की टीम जांच करने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंच सकती है.

पूरे मामले में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि 'आधिकारिक तौर पर अब तक कोई संपर्क नहीं किया गया है, लेकिन अगर किसी ने गलत किया है तो उसे बचाया नहीं जाएगा और प्रदेश सरकार हरसंभव मदद करने को तैयार है'.

भोपाल: मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप कांड ने नेता से लेकर अफसर और कारोबारी से लेकर रसूखदार, सबकी नींद उड़ा रखी है. सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि इस गिरोह ने सत्ता में बैठे कुछ मंत्रियों, विपक्ष के कुछ नेताओं, अफसरों, ठेकेदारों और इंजीनियरों को अपने जाल में फंसाकर खुफिया कैमरों में इनकी अय्याशी कैद कर ली. जांच की आंच जब हनीट्रैप पर पड़ी तो एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे होने लगे.

यही वजह है कि सूबे की सियासत में इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चित कोई मामला है तो वो है हनीट्रैप कांड. हनीट्रैप मामले के तार मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ से भी जुड़ गए हैं. इधर आरोपी युवतियों से हो रही लागातार पूछताछ में रोज नए सबूत पुलिस के हाथ लग रहे हैं.

छत्तीसगढ़ से जुड़े भोपाल हनी ट्रैप केस के तार

सूत्रों की मानें तो ये गिरोह आला अधिकारी और रसूखदार मंत्रियों को अपना निशाना बनाकर उनसे मोटी रकम वसूलता था. कई आला अधिकारी और बड़े नेता इन हसीनाओं के चंगुल में फंस चुके थे, जिसकी सैकड़ों वीडियो क्लिप भी बनाई गई हैं और उसके बदले बड़े पैमाने पर पैसों की वसूली भी की गई. चर्चा तो ये भी है कि कमलनाथ सरकार के 28 मंत्री-विधायक भी इस गिरोह के निशाने पर थे.

बीजेपी कांग्रेस में जुबानी जंग तेज
मामला सामने आने के बाद से ही इस मुद्दे पर सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्ष में बैठी बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है. कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, मंत्री पीसी शर्मा जैसे दिग्गज बीजेपी पर गिरोह की महिलाओं के साथ कनेक्शन के आरोप लगा रहे हैं तो वहीं बीजेपी की तरफ से पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मोर्चा संभाला हुआ है.

पढ़ें-ट्रंप सिर्फ मेरे ही नहीं, भारत के भी अच्छे दोस्त हैं : PM मोदी

हो सकते हैं कई चौंकाने वाले खुलासे

हनी ट्रैप मामले में पुलिस भले ही किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंची हो पर आरोपियों से पूछताछ के दौरान रोज ऐसी बातें निकल कर सामने आ रही हैं. जिससे नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मामले मले की जांच कर रही एसआईटी अब तक करीब 100 वीडियो देख चुकी है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हनीट्रैप का ये गैंग कितने पड़े पैमाने पर काम कर रहा था. ये तो पुलिस भी बता चुकी है कि हनीट्रैप के जरिए युवतियों ने कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल किया है. फिलहाल गिरफ्तार की गई तीन युवतियां 27 सितंबर तक न्यायिक रिमांड पर है. जिनसे पूछताछ में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

छत्तीसगढ़ से जुड़े भोपाल हनी ट्रैप केस के तार

रायपुर मध्यप्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले के तार छत्तीसगढ़ से भी जुड़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के एक पूर्व मंत्री और दो IAS अफसरों के नाम का जिक्र डायरी में होने की बात कही जा रही है.

बताया जा रहा है कि ये लोग लगातार इंदौर और भोपाल का दौरा करते रहे हैं. पुख्ता सूत्रों से ये जानकारी भी सामने आ रही है कि जल्द ही मध्यप्रदेश से पुलिस की टीम जांच करने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंच सकती है.

पूरे मामले में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि 'आधिकारिक तौर पर अब तक कोई संपर्क नहीं किया गया है, लेकिन अगर किसी ने गलत किया है तो उसे बचाया नहीं जाएगा और प्रदेश सरकार हरसंभव मदद करने को तैयार है'.

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Last Updated : Oct 1, 2019, 8:04 PM IST
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