नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए कल अमरनाथ यात्रा को रोकने और श्रद्धालुओं को घर वापस जाने के लिए जारी की गई एडवाइजरी पर कश्मीर स्टडी सेंटर के चेयरमैन जवाहर लाल कौल ने सरकार के इस फैसले को बिल्कुल ठीक करार दिया है.
जबकि राज्यसभा सदस्य के सी त्यागी ने मीडिया से बात करते हुए सरकार से जम्मू कश्मीर को लेकर वर्तमान स्थिति पर सफाई मांगी है.
त्यागी ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस तरह घाटी में एडवाइजरी जारी की गई है उससे राज्य में भय का माहौल बन गया. उन्होंने कहा कि एडवाइजरी के कारण पेट्रोल और एटीएम के बाहर लंबी लंबी लाइनें गल गई हैं.
उन्होंने सरकार से कश्मीर को लेकर वर्तमान स्थिति को साफ करने को कहा है. क्योंकि इस मामले पर केवल राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि पूरी जनता भयभीत है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए कौल ने कहा कि कि सरकार द्वारा लिये गया फैसला बिल्कुल सही है क्योंकि इस यात्रा में एक-दो नहीं बल्कि हजारों लोगों की जान को खतरा था.
लाल कौल से जब यह पूछा गया कि जम्मू-कश्मीर में लगभग 19 से अधिक सुरक्षा एजेंसी काम कर रहीं हैं फिर भी सरकार को इस यात्रा को बीच में ही रोकना पड़ा, इस पर उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं बची है, जहां आतंकी खतरा ना हो.
उन्होंने कहा कि अगर आतंकवादी हमला न्यूयार्क, लंदन, पेरिस और फ्रांस में हो सकता है तो कहीं भी हो सकता है. इसलिए यह मान लेना कि हमारे पास अधिक मात्रा में सुरक्षा बल हैं और हम सुरक्षित हैं तो यह गलत है क्योंकि जवान प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा नहीं कर सकता है.
वहीं गुलाम नबी आजाद के 35 A पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि गुलाम नबी लोगों को गुमराह कर रहें हैं. हिमाचल प्रदेश में भी ऐसा ही कानून है, जहां यदि आप उस प्रदेश के नागरिक नहीं हैं तो आपको वहां की जमीन खरीदने का अधिकार नहीं है.
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उन्होंने सुरक्षा को लेकर कहा कि सरकार को अपनी सुरक्षा नीति पर ध्यान देना होगा और देखना होगा कि इसमें किसी तरीके की चूक ना हो.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही कई परियोजनाओं का लाभ जम्मू-कश्मीर के रहने वालों को नहीं मिल रहा और इसलिए सरकार द्वारा यह कोशिश की जानी चाहिए कि प्रदेश के हर क्षेत्र में लोग जागरूक हो और उन्हें पता हो की सरकार उनके लिए क्या क्या कर रही है.