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केन्द्र सरकार ने 27 राज्यों को दिए 47 हजार करोड़, जानें मकसद - वन्यजीव प्रबंधन

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए 27 राज्यों को 47,436 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है. इनमें ओडिशा को वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए सर्वाधिक 5933 करोड़ रुपये दिए गए हैं.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (फाइल फोटो)
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Published : Aug 29, 2019, 11:28 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 7:41 PM IST

नई दिल्ली: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए 27 राज्यों को 47,436 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है. इसमें जंगल में आग की रोकथाम, जैव विविधता प्रबंधन और मृदा संरक्षण का कार्य शामिल है.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पैकेज की घोषणा करते हुए बताया कि इस फंड का उपयोग वेतन के भुगतान, यात्रा भत्ता, चिकित्सा व्यय आदि में नहीं किया जा सकता है.

उन्होंने आगे कहा, 'वनों के लिए यह निधि राज्य के बजट को प्रभावित नही करेगा और हस्तांतरित किया जा रहा धन राज्य के बजट के अतिरिक्त होगा. उम्मीद है इस राशि का उपयोग राज्य अपने वन और वृक्षों के आवरण को बढ़ाने की वानिकी गतिविधियों में करेंगे, जो कि 2030 तक 2.5 से 3 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन सिंक का उत्पति करेगा.'

मीडिया से बात करते प्रकाश जावड़ेकर

27 राज्यों के बीच 47,436 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इनमें ओडिशा को वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए सर्वाधिक 5933 करोड़ रुपये मिले हैं.

जावड़ेकर ने कहा, 'आवंटित निधि का उपयोग वनीकरण, वन्यजीव प्रबंधन, जंगल की आग, मिट्टी और नमी की रोकथाम, जंगलों में संरक्षण कार्यों, संरक्षित क्षेत्रों से गांवों के स्वैच्छिक पुनर्वास, जैविक संसाधनों और जैव विविधता के प्रबंधन, वानिकी में अनुसंधान और CAMPA (Compensatory Afforestation Fund Management and Planning Authority) कार्यों की निगरानी के लिए किया जाएगा.'

बता दें, 27 राज्यों को हरित गतिविधियों के लिए धन आवंटित किया गया है. इनमें ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कई अन्य राज्य शामिल हैं.

पढ़ें- मंत्रिमंडल ने दी 6,268 करोड़ रुपये की चीनी निर्यात सब्सिडी को मंजूरी

उल्लेखनीय है की कैम्पा कानून के तहत उद्योग और कारखानों के लिये काटे गये जंगलों के बदले नये पेड़ लगाना और जंगलों को घना और स्वस्थ बनाया आवश्यक है. कंपनियां वन भूमि के इस्तेमाल के बदले मुआवजे के तौर पर कंपनेसेटरी अफॉरेस्टेशन फंड में पैसा जमा करती हैं.

नई दिल्ली: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए 27 राज्यों को 47,436 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है. इसमें जंगल में आग की रोकथाम, जैव विविधता प्रबंधन और मृदा संरक्षण का कार्य शामिल है.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पैकेज की घोषणा करते हुए बताया कि इस फंड का उपयोग वेतन के भुगतान, यात्रा भत्ता, चिकित्सा व्यय आदि में नहीं किया जा सकता है.

उन्होंने आगे कहा, 'वनों के लिए यह निधि राज्य के बजट को प्रभावित नही करेगा और हस्तांतरित किया जा रहा धन राज्य के बजट के अतिरिक्त होगा. उम्मीद है इस राशि का उपयोग राज्य अपने वन और वृक्षों के आवरण को बढ़ाने की वानिकी गतिविधियों में करेंगे, जो कि 2030 तक 2.5 से 3 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन सिंक का उत्पति करेगा.'

मीडिया से बात करते प्रकाश जावड़ेकर

27 राज्यों के बीच 47,436 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इनमें ओडिशा को वनीकरण और हरित गतिविधियों के लिए सर्वाधिक 5933 करोड़ रुपये मिले हैं.

जावड़ेकर ने कहा, 'आवंटित निधि का उपयोग वनीकरण, वन्यजीव प्रबंधन, जंगल की आग, मिट्टी और नमी की रोकथाम, जंगलों में संरक्षण कार्यों, संरक्षित क्षेत्रों से गांवों के स्वैच्छिक पुनर्वास, जैविक संसाधनों और जैव विविधता के प्रबंधन, वानिकी में अनुसंधान और CAMPA (Compensatory Afforestation Fund Management and Planning Authority) कार्यों की निगरानी के लिए किया जाएगा.'

बता दें, 27 राज्यों को हरित गतिविधियों के लिए धन आवंटित किया गया है. इनमें ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कई अन्य राज्य शामिल हैं.

पढ़ें- मंत्रिमंडल ने दी 6,268 करोड़ रुपये की चीनी निर्यात सब्सिडी को मंजूरी

उल्लेखनीय है की कैम्पा कानून के तहत उद्योग और कारखानों के लिये काटे गये जंगलों के बदले नये पेड़ लगाना और जंगलों को घना और स्वस्थ बनाया आवश्यक है. कंपनियां वन भूमि के इस्तेमाल के बदले मुआवजे के तौर पर कंपनेसेटरी अफॉरेस्टेशन फंड में पैसा जमा करती हैं.

Intro:New Delhi: The Ministry of Environment, Forest and Climate Change handed over Rs 47,436 crores to 27 states for compensatory afforestation and green activities, including prevention of forest fire, biodiversity management and soil conservation.


Body:While making the announcement, the Union Minister of Environment, Prakash Javadekar emphasized that the Compensatory Afforestation Fund or CAMPA funds cannot be used for payment of salary, travelling allowance, medical expenses, among others.

He further said, "The State budget for forests shall remain unaffected and the fund being transferred would be in addition to State Budget. It is being expected that the states will utilize the fund towards forestry activities of increasing its forest and tree cover, which will create an additional carbon sink equivalent to 2.5 to 3 billion tonnes of carbon dioxide by 2030."

Among the 27 states, which have been allotted Rs 47,436 crores, Odisha gets the highest amount of Rs 5933 crore for afforestation and green activities.

" The Corpus will be utilised for compensatory afforestation, wildlife management, forest fire, prevention of soil and moisture, conservation works in forests, voluntary relocation of villages from protected areas, management of biological resources and biodiversity, research in forestry and monitoring of CAMPA works among others," he added.


Conclusion:The 27 States which have been allotted funds for green activities includes Odisha, Chhattisgarh, Madhya Pradesh, Jharkhand, Maharashtra, Telangana, Uttrakhand, Uttar Pradesh, Rajasthan, Andhra Pradesh, Himachal Pradesh and many others.
Last Updated : Sep 28, 2019, 7:41 PM IST
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